तत्पश्चात् वे लौटकर एन-मिशपाट अर्थात् कादेश में आए। उन्होंने अमालेकी जाति के समस्त प्रदेश को, एवं हससोन-तामर में रहनेवाली एमोरी जाति को भी पराजित किया।
2 शमूएल 1:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने मुझसे पूछा, “तुम कौन हो?” मैंने उन्हें बताया, “मैं अमालेकी सैनिक हूँ।” पवित्र बाइबल तब शाऊल ने मुझसे पूछा, ‘तुम कौन हो?’ मैंने उत्तर दिया, मैं अमालेकी हूँ। Hindi Holy Bible उसने मुझ से पूछा, तू कौन है? मैं ने उस से कहा, मैं तो अमालेकी हूँ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने मुझ से पूछा, ‘तू कौन है?’ मैं ने उससे कहा, ‘मैं तो अमालेकी हूँ।’ सरल हिन्दी बाइबल “उन्होंने ही मुझसे पूछा, ‘कौन हो तुम?’ “मैंने उन्हें उत्तर दिया, ‘मैं अमालेकी हूं.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने मुझसे पूछा, ‘तू कौन है?’ मैंने उससे कहा, ‘मैं तो अमालेकी हूँ।’ |
तत्पश्चात् वे लौटकर एन-मिशपाट अर्थात् कादेश में आए। उन्होंने अमालेकी जाति के समस्त प्रदेश को, एवं हससोन-तामर में रहनेवाली एमोरी जाति को भी पराजित किया।
दाऊद ने सन्देशवाहक सैनिक से पूछा, ‘तुम कहाँ के रहने वाले हो?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं एक प्रवासी का पुत्र हूँ। मैं अमालेकी जाति का हूँ।’
शाऊल पीछे की ओर मुड़े। उन्होंने मुझे देखा। तब उन्होंने मुझे पुकारा। मैंने कहा, “आज्ञा, महाराज!”
तब उन्होंने मुझे यह आदेश दिया, “मेरे पास खड़े हो, और मेरा वध करो। मुझे चक्कर आ रहा है, यद्यपि अब तक मेरे भीतर प्राण शेष हैं।”
तब बिल्आम ने अमालेकी राष्ट्र को देखा। उसने अपनी गाथा गाना आरम्भ किया। उसने यह गाया, ‘राष्ट्रों में अमालेक प्रथम था, पर अन्त में वह नष्ट हो जाएगा!’
अब, जा और अमालेकी जाति को नष्ट कर दे। उसकी समस्त माल-सम्पत्ति निषिद्ध समझकर पूर्णत: नष्ट कर देना। स्त्री-पुरुष, बाल-वृद्ध, दूध पीने वाले बच्चे, गाय-बैल, भेड़-बकरी, ऊंट-गधे, इन सब का वध कर देना। इनमें से किसी को जीवित मत रहने देना।’
दाऊद और उसके सैनिक युद्ध के लिए निकलते थे। उन्होंने गशूरी, गिर्जी और अमालेकी जाति के निवासियों पर छापे मारे। ये लोग प्राचीन काल से इस क्षेत्र के मूल निवासी थे। यह क्षेत्र शूर से मिस्र देश तक फैला हुआ था।
दाऊद और उसके सैनिक तीसरे दिन सिक्लग नगर पहुँचे। पर उनके पहुँचने के पूर्व अमालेकी सेना ने नेगेब और सिक्लग पर धावा कर दिया। उन्होंने सिक्लग नगर को नष्ट कर उसमें आग लगा दी।
दाऊद ने उससे पूछा, ‘तुम किसके लड़के हो? कहाँ के रहने वाले हो?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं मिस्री हूँ। मैं अमालेकी जाति के एक आदमी का गुलाम हूँ। आज से तीन दिन पहले मैं बीमार पड़ गया था, तो मेरा मालिक मुझे छोड़कर चला गया।
दाऊद ने उन पर आक्रमण कर दिया। उसने उन्हें सन्ध्या से लेकर दूसरे दिन की शाम तक मारा। चार सौ युवकों को छोड़कर, जो ऊंट पर सवार हो कर भाग गए, एक भी मनुष्य जीवित नहीं बचा!