उन्होंने एलियाह की चादर ली, और उससे यर्दन नदी के जल पर प्रहार किया। उन्होंने यह कहा, ‘एलियाह का प्रभु परमेश्वर कहां है?’ जब एलीशा ने जल पर प्रहार किया, तब जल इधर और उधर दो भागों में बंट गया। एलीशा उस पार चले गए।
2 राजाओं 8:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस समय राजा परमेश्वर के जन एलीशा के सेवक गेहजी से वार्तालाप कर रहा था। वह उससे यह कह रहा था, ‘मुझे बताओ: एलीशा ने कौन-कौन से महान् कार्य किए हैं।’ पवित्र बाइबल राजा परमेश्वर के जन (एलीशा) के सेवक गेहजी से बातें कर रहा था। राजा ने गेहजी से पूछा, “कृपया वे सभी महान कार्य हमें बतायें जिन्हें एलीशा ने किए हैं।” Hindi Holy Bible राजा परमेश्वर के भक्त के सेवक गेहजी से बातें कर रहा था, और उसने कहा कि जो बड़े बड़े काम एलीशा ने किये हैं उन्हें मुझ से वर्णन कर। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राजा उस समय परमेश्वर के भक्त के सेवक गेहजी से बातें कर रहा था, और उसने कहा, “जो बड़े बड़े काम एलीशा ने किये हैं उनका मुझ से वर्णन कर।” सरल हिन्दी बाइबल इस समय राजा परमेश्वर के जन के सेवक गेहज़ी से बातें करने में मगन था, वह कह रहा था, “मुझे एलीशा द्वारा किए गए सभी अद्धुत कामों के बारे में बताओ.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राजा उस समय परमेश्वर के भक्त के सेवक गेहजी से बातें कर रहा था, और उसने कहा, “जो बड़े-बड़े काम एलीशा ने किए हैं उनका मुझसे वर्णन कर।” |
उन्होंने एलियाह की चादर ली, और उससे यर्दन नदी के जल पर प्रहार किया। उन्होंने यह कहा, ‘एलियाह का प्रभु परमेश्वर कहां है?’ जब एलीशा ने जल पर प्रहार किया, तब जल इधर और उधर दो भागों में बंट गया। एलीशा उस पार चले गए।
एलीशा पीछे मुड़े। उन्होंने लड़कों को देखा, और प्रभु के नाम से उन्हें शाप दिया। उसी क्षण जंगल से दो रीछनियां निकलीं और उन्होंने बयालीस लड़कों को चीर-फाड़ दिया।
एलीशा ने अपने सेवक गेहजी से कहा, ‘महिला को बुला।’ सेवक ने शूनेमवासी महिला को बुलाया। वह आई और एलीशा के सम्मुख खड़ी हो गई।
यों वह चली गई। वह कर्मेल पर्वत पर परमेश्वर के जन एलीशा के पास पहुंची। जब परमेश्वर के जन एलीशा ने उसे दूर से देखा तब उन्होंने अपने सेवक गेहजी से कहा, ‘देख, शूनेमवासी महिला आ रही है।
अत: नामान यर्दन नदी के तट पर गया। वहां उसने परमेश्वर के जन एलीशा के कथन के अनुसार, यर्दन नदी के जल में सात डुबकी लगाई। तब उसकी त्वचा पुन: शिशु की त्वचा के समान चिकनी हो गई, और वह शुद्ध हो गया।
उस समय एलीशा अपने घर के भीतर बैठे थे। धर्मवृद्ध भी उनके साथ बैठे थे। इस्राएल प्रदेश के राजा ने अपने दरबार से एक दूत भेजा। परन्तु उसके आगमन के पूर्व एलीशा ने धर्मवृद्धों को बताया, ‘क्या तुम जानते हो, इस हत्यारे राजा ने मेरा सिर धड़ से अलग करने के लिए एक दूत को भेजा है? देखो, जब दूत आएगा, तब तुम द्वार बन्द कर देना, और द्वार को बलपूर्वक बन्द रखना। सुनो, निश्चय ही उसके पीछे यह उसके स्वामी के पैरों की आवाज है।’
परमेश्वर के जन एलीशा ने पूछा, ‘किस स्थान पर कुल्हाड़ी गिरी है?’ नबी ने एलीशा को स्थान दिखाया। एलीशा ने लकड़ी का एक टुकड़ा काटा, और उसको उस स्थान पर फेंक दिया, और यों फाल के लोहे को पानी पर तैरा दिया।
एलीशा ने कहा, ‘प्रभु का वचन सुनिए। प्रभु यों कहता है : कल इसी समय सामरी नगर के प्रवेश-द्वार पर तीन किलो मैदा चांदी के एक सिक्के में बिकेगा। छ: किलो जौ का भाव चांदी का एक सिक्का हो जाएगा।’
अत: वे सामरी नगर के प्रवेश द्वार पर आए। उन्होंने द्वारपालों को पुकारा, ‘हम सीरियाई सेना के पड़ाव पर गए थे। वहां एक भी सैनिक नहीं है। हमने वहां किसी आदमी की आवाज भी नहीं सुनी। वहां केवल बन्धे हुए घोड़े और गधे हैं। तम्बू जैसे के तैसे खड़े हैं।’
सामरी नगर के प्रवेश-द्वार पर चार कुष्ठ-रोगी रहते थे। उन्होंने एक-दूसरे से यह कहा, ‘हम मौत आने तक यहां क्यों बैठे रहें?
वह सात वर्ष के बाद पलिश्ती देश से लौटी। वह राजा के पास आई। उसने अपने घर और भूमि के लिए राजा की दुहाई दी।
फिर उसने उन्हें बेतलेहम नगर भेज दिया, और उनसे कहा, “जाइए, बालक का ठीक-ठीक पता लगाइए और जब वह मिल जाए तब मुझे खबर दीजिए, जिससे मैं भी जा कर उसकी वंदना करूँ।”
हेरोदेस येशु को देख कर बहुत प्रसन्न हुआ। वह बहुत समय से उन्हें देखना चाहता था, क्योंकि उसने येशु की चर्चा सुनी थी और उनका कोई चमत्कार देखने की आशा करता था।
हेरोदेस ने कहा, “योहन का तो मैंने सिर कटवा दिया था। फिर यह कौन है, जिसके विषय में मैं ऐसी बातें सुन रहा हूँ?” और वह येशु से मिलने की चेष्टा करने लगा।
उसने उत्तर दिया, “मैं आप लोगों को बता चुका हूँ, लेकिन आपने सुना ही नहीं! अब आप फिर क्यों सुनना चाहते हैं? क्या आप लोग भी उनके शिष्य बनना चाहते हैं?”
कुछ दिनों के बाद फ़ेलिक्स अपनी यहूदी पत्नी द्रुसिल्ला के साथ आया। उसने पौलुस को बुला भेजा और उनसे येशु मसीह में विश्वास के संबंध में वार्ता सुनी।