तकोआह नगर की स्त्री राजा दाऊद के पास गई। उसने सिर झुकाकर अभिवादन किया। वह बोली, ‘महाराज की दुहाई!’
2 राजाओं 8:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह सात वर्ष के बाद पलिश्ती देश से लौटी। वह राजा के पास आई। उसने अपने घर और भूमि के लिए राजा की दुहाई दी। पवित्र बाइबल जब सात वर्ष पूरे हो गए तो वह स्त्री पलिश्तियों के देश से लौट आई। वह स्त्री राजा से बातें करने गई। वह चाहती थी कि वह उसके घर और उसकी भूमि को उसे लौटाने में उसकी सहायता करे। Hindi Holy Bible सात वर्ष के बीतने पर वह पलिश्तियों के देश से लौट आई, और अपने घर और भूमि के लिये दोहाई देने को राजा के पास गई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सात वर्ष के बीतने पर वह पलिश्तियों के देश से लौट आई, और अपने घर और भूमि के लिये दोहाई देने को राजा के पास गई। सरल हिन्दी बाइबल सात साल पूरे होने पर जब वह फिलिस्तीनियों के देश से लौटकर आई, उसने राजा से भेंटकर अपनी भूमि और घर के वापस लेने की विनती की. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सात वर्ष के बीतने पर वह पलिश्तियों के देश से लौट आई, और अपने घर और भूमि के लिये दुहाई देने को राजा के पास गई। |
तकोआह नगर की स्त्री राजा दाऊद के पास गई। उसने सिर झुकाकर अभिवादन किया। वह बोली, ‘महाराज की दुहाई!’
एलीशा ने अपने सेवक से कहा, ‘इनसे कह : देखो, तुमने हमारी सुविधा के लिए इतनी चिन्ता की। अब तुम्हारे लिए क्या करना चाहिए? क्या तुम चाहती हो कि तुम्हारे लिए महाराज अथवा सेनापति से सिफारिश की जाए?’ शूनेमवासी महिला बोली, ‘मैं अपने निज लोगों के मध्य रहते हुए सन्तुष्ट हूँ।’
एक दिन इस्राएल प्रदेश का राजा नगर के परकोटे पर से गुजर रहा था। तब एक स्त्री ने उसकी दुहाई दी, ‘ओ महाराज, हमारे मालिक, हमारी सहायता कीजिए।’
अत: शूनेमवासी महिला तत्पर हुई। जैसा परमेश्वर के जन एलीशा ने उससे कहा था, वैसा ही उसने किया। वह अपने परिवार के साथ पलिश्ती देश को चली गई। वह वहां सात वर्ष तक प्रवास करती रही।
उस समय राजा परमेश्वर के जन एलीशा के सेवक गेहजी से वार्तालाप कर रहा था। वह उससे यह कह रहा था, ‘मुझे बताओ: एलीशा ने कौन-कौन से महान् कार्य किए हैं।’
राजा ने महिला से पूछताछ की कि क्या एलीशा ने उसके पुत्र को जीवित किया था। महिला ने सब बता दिया। राजा ने उसके लिए एक अधिकारी नियुक्त किया और उस अधिकारी को यह आदेश दिया: ‘जो कुछ इसका है, वह सब इसको वापस दिलाओ। इसके अतिरिक्त, जिस दिन इसने हमारे देश को छोड़ा था, उस दिन से आज तक इसके खेतों में जो फसल उत्पन्न हुई है, वह भी इसको दिलाओ।’
वह निर्धन और निस्सहाय लोगों का न्याय करता था, इसलिए उसका भला हुआ। ऐसा कार्य करना ही मुझे जानना है। मुझ-प्रभु की यह वाणी है!
वह और उसकी दोनों बहुएं उस स्थान से बाहर निकलीं, जहाँ वे रहती थीं। उन्होंने यहूदा प्रदेश लौटने के लिए मार्ग पकड़ा।