इस्राएल प्रदेश के राजा ने कहा, ‘आह! ऐसा दिखाई देता है कि प्रभु ने हम-तीन राजाओं को मोआबी राजा के हाथ में सौंपने के लिए यहां बुलाया है।’
2 राजाओं 6:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब एक नबी बल्ली को काटकर गिरा रहा था, तब अचानक उसकी कुल्हाड़ी की फाल बेंट से निकलकर यर्दन नदी के पानी में गिर गई। वह चिल्लाया, ‘ओह! गुरुजी, यह कुल्हाड़ी उधार की थी।’ पवित्र बाइबल किन्तु जब एक व्यक्ति एक पेड़ को काट रहा था तो कुल्हाड़ी का लौह फलक कुल्हाड़ी से निकल गया और पानी में गिर पड़ा। तब वह व्यक्ति चिल्लाया, “हे स्वामी! मैंने वह कुल्हाड़ी उधार ली थी!” Hindi Holy Bible परन्तु जब एक जन बल्ली काट रहा था, तो कुल्हाड़ी बेंट से निकल कर जल में गिर गई; सो वह चिल्ला कर कहने लगा, हाय! मेरे प्रभु, वह तो मंगनी की थी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु जब एक जन बल्ली काट रहा था, तो कुल्हाड़ी बेंट से निकलकर जल में गिर गई; इसलिये वह चिल्लाकर कहने लगा, “हाय! मेरे प्रभु, वह तो माँगी हुई थी।” सरल हिन्दी बाइबल उनमें से एक भविष्यद्वक्ता बल्ली काट रहा था तब उसकी कुल्हाड़ी की फाल पानी में जा गिरी. वह भविष्यद्वक्ता चिल्ला उठा, “ओह, मेरे स्वामी! वह तो उधार की फाल थी.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु जब एक जन बल्ली काट रहा था, तो कुल्हाड़ी बेंट से निकलकर जल में गिर गई; इसलिए वह चिल्लाकर कहने लगा, “हाय! मेरे प्रभु, वह तो माँगी हुई थी।” |
इस्राएल प्रदेश के राजा ने कहा, ‘आह! ऐसा दिखाई देता है कि प्रभु ने हम-तीन राजाओं को मोआबी राजा के हाथ में सौंपने के लिए यहां बुलाया है।’
विधवा परमेश्वर के जन एलीशा के पास आई। उसने उनको यह सब बताया। एलीशा ने कहा, ‘जाओ, तेल को बेच दो, और उससे अपना कर्ज चुका दो। बचे हुए तेल से तुम्हारा और तुम्हारे पुत्रों का जीवन-निर्वाह हो सकता है।’
परमेश्वर के जन एलीशा प्रात:काल सोकर उठे। वह बाहर निकले। उन्होंने देखा कि घोड़ों, और रथों के साथ सेना ने नगर को चारों ओर से घेर लिया है। एलीशा के सेवक ने उनसे कहा, ‘हाय! गुरुजी, अब हम क्या करें?’
परमेश्वर के जन एलीशा ने पूछा, ‘किस स्थान पर कुल्हाड़ी गिरी है?’ नबी ने एलीशा को स्थान दिखाया। एलीशा ने लकड़ी का एक टुकड़ा काटा, और उसको उस स्थान पर फेंक दिया, और यों फाल के लोहे को पानी पर तैरा दिया।
दुर्जन उधार लेता है पर चुकाता नहीं; परन्तु धार्मिक मनुष्य उदार होता है; और वह उधार देता है।
यदि कुल्हाड़ी थोथी हो, और मनुष्य उसकी धार पैनी न करे, तो उसको प्रयुक्त करने में अधिक बल लगाना पड़ेगा। किन्तु बुद्धि सफलता की कुंजी है।
वे उसकी यन्त्रणा से भयभीत हो कर यह कहते हुए दूर ही खड़े रहेंगे, “शोक! तेरे लिए शोक! महानगरी! शक्तिशाली नगरी बेबीलोन! तुझे घड़ी-भर में ही दण्ड मिल गया!”
शोक! शोक! यह महानगरी मलमल, बैंगनी एवं लाल वस्त्र पहने थी और स्वर्ण, मणियों एवं मोतियों से विभूषित थी।
वे अपने सिर पर धूल डाल कर, रोते और विलाप करते हुए ऊंचे स्वर से कहते थे, “शोक! शोक इस महा नगरी पर! इस के वैभव से जहाज के सब मालिक धनी बन गये। यह घड़ी-भर में ही उजाड़ हो गयी।”