कृपया, जो भेंट तुम्हारे पास लाई गई है, उसे स्वीकार करो। परमेश्वर ने मुझ पर अनुग्रह किया है। मेरे पास भी बहुत है।’ इस प्रकार याकूब ने उससे आग्रह किया। तब एसाव ने उसकी भेंट स्वीकार की।
2 राजाओं 5:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) नामान ने कहा, ‘अवश्य! पैंतीस किलो ही क्यों, सत्तर किलो ले जाओ।’ नामान ने उस पर दबाव डाला कि वह सत्तर किलो चांदी ले ले। अत: नामान ने दो बोरों में सत्तर किलो चांदी, और दो जोड़े राजसी वस्त्र रखे, और उनको अपने दो सेवकों पर लाद दिया। वे उनको लादकर गेहजी के आगे-आगे ले गए। पवित्र बाइबल नामान ने कहा, “कृपया डेढ़ सौ पौंड ले लो!” नामान ने गेहजी को चाँदी लेने के लिये मनाया। नामान ने डेढ़ सौ पौंड चाँदी को दो बोरियों में रखा और दो बार बदलने के वस्त्र लिये। तब नामान ने इन चीज़ों को अपने सेवकों में से दो को दिया। सेवक उन चीज़ों को गेहजी के लिये लेकर आए। Hindi Holy Bible नामान ने कहा, दो किक्कार लेने को प्रसन्न हो, तब उसने उस से बहुत बिनती कर के दो किक्कार चान्दी अलग थैलियों में बान्ध कर, दो जोड़े वस्त्र समेत अपने दो सेवकों पर लाद दिया, और वे उन्हें उसके आगे आगे ले चले। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) नामान ने कहा, “खुशी से दो किक्कार ले ले।” तब उसने उससे बहुत विनती करके दो किक्कार चाँदी अलग थैलियों में बाँधकर, दो जोड़े वस्त्र समेत अपने दो सेवकों पर लाद दिया, और वे उन्हें उसके आगे आगे ले चले। सरल हिन्दी बाइबल नामान ने उत्तर दिया, “एक ही क्यों? आप खुशी से दो तालन्त चांदी ले जाइए.” और नामान ने साग्रह दो थैलों में दो तालन्त चांदी और दो जोड़े वस्त्र बांध दिए और यह सब अपने दो सेवकों को दिया, जिसे लेकर वे गेहज़ी के आगे-आगे चले गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 नामान ने कहा, “खुशी से दो किक्कार ले ले।” तब उसने उससे बहुत विनती करके दो किक्कार चाँदी अलग थैलियों में बाँधकर, दो जोड़े वस्त्र समेत अपने दो सेवकों पर लाद दिया, और वे उन्हें उसके आगे-आगे ले चले। |
कृपया, जो भेंट तुम्हारे पास लाई गई है, उसे स्वीकार करो। परमेश्वर ने मुझ पर अनुग्रह किया है। मेरे पास भी बहुत है।’ इस प्रकार याकूब ने उससे आग्रह किया। तब एसाव ने उसकी भेंट स्वीकार की।
तब इस्राएल प्रदेश के राजा ने अपने प्रदेश के सब धर्मवृद्धों को बुलाया। उसने उनसे यह कहा, ‘आप इस बात पर विचार कीजिए। आप इस बात पर ध्यान दीजिए। यह व्यक्ति, बेन-हदद, हमसे झगड़ा मोल लेना चाहता है। उसने सन्देश भेजा है कि वह मेरा सोना-चांदी, मेरी स्त्रियां और बच्चे मुझसे छीन लेगा। मैं उसकी मांग को ठुकरा नहीं सकता।’
जब वे यह देखते थे कि बक्से में बहुत सिक्के भर गए हैं, तब राजा का सचिव और महापुरोहित आते। वे प्रभु के भवन में चढ़ाए गए सिक्कों को गिनते, उनको थैलियों में भरते, और तब उनको तौलते थे।
परन्तु उन्होंने एलीशा पर इतना दबाव डाला कि वह विवश हो गए। एलीशा ने कहा, ‘अच्छा, सेवकों को भेज दो।’ अत: नबियों ने पचास सेवक भेजे, जिन्होंने तीन दिन तक एलियाह को ढूंढ़ा; पर वह उनको नहीं मिले।
परन्तु एलीशा ने कहा, ‘जीवन्त परमेश्वर की सौगन्ध, जिसकी सेवा मैं करता हूं! मैं कुछ भी भेंट स्वीकार नहीं करूंगा।’ नामान ने बहुत अनुनय-विनय की, किन्तु एलीशा ने अस्वीकार कर दिया।
सीरिया देश के राजा ने कहा, ‘तुम अभी चले जाओ। मैं इस्राएल प्रदेश के राजा को एक पत्र भेज दूंगा’। अत: नामान ने प्रस्थान किया। वह अपने साथ लगभग तीन सौ पचास किलो चांदी, सत्तर किलो सोना और दस जोड़ी राजसी वस्त्र ले गया।
परन्तु एक नबी ने निवेदन किया, ‘कृपया, आप अपने शिष्यों के साथ, हमारे साथ, चलिए।’ एलीशा बोले, ‘मैं तुम्हारे साथ चलूंगा।’
नेगेब क्षेत्र के जानवरों के विषय में नबूवत: मिस्र देश को जानेवाले राजदूत, अपनी धन-सम्पत्ति गधों की पीठ पर लादे, अपने खजाने को ऊंटों के कोहान पर रखे, संकट और कष्टप्रद नेगेब प्रदेश से गुजरते हैं, जो सिंह और सिंहनी का इलाका है, जहाँ सांप और उड़नेवाले सर्प पाए जाते हैं। वे ऐसी कौम के पास जा रहे हैं जिससे उन्हें कोई लाभ न होगा!