2 राजाओं 3:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यहोशाफट ने पूछा, ‘क्या यहां प्रभु का नबी नहीं है, जिसके माध्यम से हम प्रभु से पूछ सकें?’ इस्राएल प्रदेश के एक राज-कर्मचारी ने बताया, ‘यहां एलीशा बेन-शाफट हैं। वह नबी एलियाह के निजी सेवक थे।’ पवित्र बाइबल किन्तु यहोशापात ने कहा, “निश्चय ही यहोवा के नबियों में से एक यहाँ है। हम लोग नबी से पूछें कि यहोवा हमें क्या करने के लिये कहता है।” इस्राएल के राजा के सेवकों में से एक ने कहा, “शापात का पुत्र एलीशा यहाँ है। एलीशा, एलिय्याह का सेवक था।” Hindi Holy Bible परन्तु यहोशापात ने कहा, क्या यहां यहोवा का कोई नबी नहीं है, जिसके द्वारा हम यहोवा से पूछें? इस्राएल के राजा के किसी कर्मचारी ने उत्तर देकर कहा, हां, शापात का पुत्र एलीशा जो एलिय्याह के हाथों को धुलाया करता था वह तो यहां है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु यहोशापात ने कहा, “क्या यहाँ यहोवा का कोई नबी नहीं है, जिसके द्वारा हम यहोवा से पूछें?” इस्राएल के राजा के किसी कर्मचारी ने उत्तर देकर कहा, “हाँ, शापात का पुत्र एलीशा जो एलिय्याह के हाथों को धुलाया करता था वह यहाँ है।” सरल हिन्दी बाइबल यहोशाफ़ात ने उससे पूछा, “क्या यहां याहवेह का कोई भविष्यद्वक्ता नहीं है, कि हम उसके द्वारा याहवेह की इच्छा मालूम कर सकें?” इस्राएल के राजा के एक सेवक ने उत्तर दिया, “शाफात के पुत्र एलीशा यहीं रहते हैं, जो एलियाह के हाथों को धुलाया करते थे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु यहोशापात ने कहा, “क्या यहाँ यहोवा का कोई नबी नहीं है, जिसके द्वारा हम यहोवा से पूछें?” इस्राएल के राजा के किसी कर्मचारी ने उत्तर देकर कहा, “हाँ, शापात का पुत्र एलीशा जो एलिय्याह के हाथों को धुलाया करता था वह तो यहाँ है।” |
अत: एलीशा लौट आया। उसने हलों से बैलों को अलग किया, और फिर उनकी बलि की। तत्पश्चात् उसने हलों की लकड़ी से उनका मांस पकाया, और उसको लोगों में बांट दिया। लोगों ने मांस खाया। इसके बाद एलीशा उठा, और एलियाह के पीछे चला गया। वह एलियाह की सेवा करने लगा।
किन्तु यहोशाफट ने कहा, ‘क्या यहां प्रभु का कोई नबी नहीं है, जिससे हम प्रभु का वचन प्राप्त करें?’
इस्राएल प्रदेश के राजा ने कहा, ‘आह! ऐसा दिखाई देता है कि प्रभु ने हम-तीन राजाओं को मोआबी राजा के हाथ में सौंपने के लिए यहां बुलाया है।’
यहोशाफट ने कहा, ‘प्रभु का वचन एलीशा के साथ है।’ अत: इस्राएल प्रदेश का राजा, यहूदा प्रदेश का राजा और एदोम देश का राजा एलीशा के पास गए।
फिर भी जो पाप यारोबआम बेन नबाट ने इस्राएल प्रदेश की जनता से कराया था, उसी पाप से यहोराम भी चिपका रहा। वह उससे अलग नहीं हुआ।
शाऊल की मृत्यु उसके विश्वासघात के कारण हुई थी। उसने प्रभु के प्रति विश्वासघात किया था। उसने प्रभु के वचन का पालन नहीं किया था। उसने मार्ग-दर्शन के लिए मृतकों को जगाने वाली स्त्री से पूछताछ भी की थी।
दाऊद ने परमेश्वर से पूछा, ‘क्या मैं पलिश्तियों पर आक्रमण करूं? क्या तू उन्हें मेरे हाथ में सौंप देगा?’ प्रभु ने दाऊद से कहा, ‘आक्रमण कर। मैं पलिश्तियों को तेरे हाथ में सौंप दूंगा।’
जब दाऊद ने परमेश्वर से पुन: पूछा तब परमेश्वर ने उससे कहा, ‘तू उनके पीछे-पीछे मत जाना। तू उनको घेर, और मोखा वृक्षों के सामने से उन पर हमला कर।
हमारा प्रभु परमेश्वर पहली बार हम पर इसलिए टूट पड़ा था; क्योंकि आप लोग उसकी मंजूषा को उठाकर नहीं लाए थे। इसके अतिरिक्त हमने विधि के अनुसार कार्य नहीं किया था और उसकी उपेक्षा की थी।’
किन्तु यहोशाफट ने पूछा, ‘क्या यहां प्रभु का कोई नबी नहीं है, जिससे हम प्रभु का वचन प्राप्त करें?’
हमारे झण्डे हमें नहीं दिखाई देते; अब कोई नबी नहीं रहा; हमारे मध्य कोई नहीं जानता कि हमारी यह दशा कब तक रहेगी।
तब राजा सिदकियाह ने यिर्मयाह को अपने महल में बुलवाया, और वह उनसे मिला। उसने अपने महल में गुप्त रूप से यिर्मयाह से पुछा, ‘क्या आप को प्रभु का कोई सन्देश मिला है?’ यिर्मयाह बोले, ‘निस्सन्देह, मिला है।’ फिर आगे यिर्मयाह ने कहा, ‘आप निश्चय ही बेबीलोन के राजा के हाथ में सौंपे जाएंगे।’
निस्सन्देह स्वामी-प्रभु अपने सेवक नबियों पर अपना भेद प्रकट किए बिना कोई कार्य नहीं करता।
किन्तु तिमोथी की सच्चरित्रता आप लोग जानते हैं। जिस तरह कोई पुत्र अपने पिता के साथ रहता है, उसी तरह उन्होंने शुभसमाचार की सेवा में मेरा साथ दिया है।
और अपने भले कामों के कारण नेकनाम हो, जिसने अपने बच्चों का अच्छा पालन-पोषण किया हो, अतिथियों की सेवा की हो, सन्तों के पैर धोये हों, दीन-दुखियों की सहायता की हो, अर्थात् हर प्रकार के परोपकार में लगी रही हो।
प्रभु के सेवक मूसा की मृत्यु के पश्चात् प्रभु ने नून के पुत्र और मूसा के धर्म-सेवक यहोशुअ से कहा,
अत: इस्राएली सैनिकों ने उनका भोजन स्वीकार किया। उन्होंने भोजन स्वीकार करने के पूर्व प्रभु का निर्देश नहीं मांगा।
इस्राएली उठे, और वे बेत-एल गए। उन्होंने परमेश्वर से पूछा, ‘हममें से किस कुल को सर्वप्रथम बिन्यामिनियों से युद्ध करने के लिए जाना चाहिए?’ प्रभु ने कहा, ‘यहूदा कुल सर्वप्रथम जाएगा।’
इस्राएली प्रभु के पास गए। वे सन्ध्या समय तक उसके सम्मुख रोते रहे। उन्होंने प्रभु से पूछा, ‘क्या हम अपने जाति-भाई बिन्यामिनियों से युद्ध करने के लिए फिर जाएँ?’ प्रभु ने कहा, ‘उन पर चढ़ाई करो।’