परन्तु गिलआद प्रदेश के रहने वाले बर्जिल्लइ के पुत्रों के साथ प्रेमपूर्ण व्यवहार करना। उन्हें अपनी मेज पर भोजन करने वालों में सम्मिलित करना; क्योंकि जब मैं तेरे भाई अबशालोम के सम्मुख से भागा था, तब उन्होंने मेरी सहायता की थी।
2 राजाओं 25:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसे भरण-पोषण निरन्तर मिलता रहा। जब तक वह जीवित रहा, उसे राजा की ओर से दैनिक भत्ता प्रतिदिन मिलता रहा। पवित्र बाइबल इस प्रकार राजा एवील्मरोदक ने यहोयाकीन को जीवन पर्यन्त नियमित रूप से प्रतिदिन का भोजन प्रदान किया। Hindi Holy Bible और प्रतिदिन के खर्च के लिये राजा के यहां से नित्य का खर्च ठहराया गया जो उसके जीवन भर लगातार उसे मिलता रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और प्रतिदिन के खर्च के लिये राजा के यहाँ से नित्य का खर्च ठहराया गया जो उसके जीवन भर लगातार उसे मिलता रहा। सरल हिन्दी बाइबल बाबेल के राजा की ओर से उसे नियमित रूप से उपवेतन दिया जाता रहा, तथा मृत्युपर्यंत उसकी दैनिक आवश्यकताएं पूर्ण की जाती रहीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और प्रतिदिन के खर्च के लिये राजा के यहाँ से नित्य का खर्च ठहराया गया जो उसके जीवन भर लगातार उसे मिलता रहा। |
परन्तु गिलआद प्रदेश के रहने वाले बर्जिल्लइ के पुत्रों के साथ प्रेमपूर्ण व्यवहार करना। उन्हें अपनी मेज पर भोजन करने वालों में सम्मिलित करना; क्योंकि जब मैं तेरे भाई अबशालोम के सम्मुख से भागा था, तब उन्होंने मेरी सहायता की थी।
उनको राजा दाऊद की ओर से एक आदेश दिया गया था कि हर दिन की आवश्यकता के अनुसार प्रत्येक गायक को क्या गाना चाहिए।
जरूब्बाबेल और नहेम्याह के दिनों में सब इस्राएली-आराधक गायकों और द्वारपालों को प्रतिदिन निश्चित अंश देते थे और भेंट में से उपपुरोहितों के लिए उनका अंश अलग कर देते थे, और फिर उपपुरोहित अपने इस अंश में से पुरोहितों के निर्धारित अंश को निकालकर अलग रख देते थे।
मैं तुझको और तेरी मां को उस देश में फेंक दूंगा, जो तुम्हारी जन्म भूमि नहीं है; और तुम दोनों की वहीं मृत्यु होगी।
प्रतिदिन के खर्च के लिए उसको राजकीय कोष से भत्ता मिलता था। जब तक यहोयाकीन जीवित रहा, उसको राजा नियमित रूप से भत्ता देता रहा।
राजा ने आदेश दिया कि इस्राएली कौम के उन जवानों को वही राजकीय भोजन दिया जाए जो वह स्वयं खाता है; वही शराब उनको पिलाई जाए जो वह स्वयं पीता है। इसके अतिरिक्त उन्हें तीन वर्ष तक प्रशििक्षत किया जाए। इस अवधि के बाद वे राजा नबूकदनेस्सर की सेवा में उपस्थित हों।
उन दिनों जब शिष्यों की संख्या बढ़ती जा रही थी, तो यूनानी-भाषी शिष्यों ने इब्रानी-भाषी शिष्यों के विरुद्ध यह शिकायत की कि दैनिक दान-वितरण में उनकी विधवाओं की उपेक्षा हो रही है।