तब काइन प्रभु के सम्मुख से चला गया। वह अदन की पूर्व दिशा में नोद नामक प्रदेश में रहने लगा।
2 राजाओं 24:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यरूशलेम नगर और यहूदा प्रदेश ने प्रभु को इतना क्रुद्ध किया कि अन्त में प्रभु ने अपने सम्मुख से उनको दूर कर दिया। पवित्र बाइबल यहोवा यरूशलेम और यहूदा पर इतना क्रोधित हुआ कि उसने उन्हें दूर फेंक दिया। सिदकिय्याह ने बाबेल के राजा के विरुद्ध विद्रोह कर दिया और उसकी आज्ञा मानने से इन्कार कर दिया। Hindi Holy Bible क्योंकि यहोवा के कोप के कारण यरूशलेम और यहूदा को ऐसी दशा हुई, कि अन्त में उसने उन को अपने साम्हने से दूर किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि यहोवा के कोप के कारण यरूशलेम और यहूदा की ऐसी दशा हुई, कि अन्त में उसने उनको अपने सामने से दूर किया। सरल हिन्दी बाइबल वस्तुतः येरूशलेम और यहूदिया ने याहवेह को इस सीमा तक क्रोधित कर दिया था, कि याहवेह ने उन्हें अपनी नज़रों से ही दूर कर दिया. सीदकियाहू ने बाबेल के राजा के विरुद्ध विद्रोह कर दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि यहोवा के कोप के कारण यरूशलेम और यहूदा की ऐसी दशा हुई, कि अन्त में उसने उनको अपने सामने से दूर किया। |
तब काइन प्रभु के सम्मुख से चला गया। वह अदन की पूर्व दिशा में नोद नामक प्रदेश में रहने लगा।
इन लोगों ने मुझे त्याग दिया है, और अन्य जातियों के देवताओं की मूर्तियों के सम्मुख सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाया है। इन्होंने अपने हाथों से देवताओं की मूर्तियां बनाकर मेरे क्रोध को भड़काया है। अत: मेरी क्रोधाग्नि इस स्थान के प्रति भड़केगी, और वह कभी नहीं बुझेगी।
राजा मनश्शे ने अपने उकसाने वाले कार्यों से प्रभु को चिढ़ाया था। इसलिए उस की क्रोधाग्नि यहूदा प्रदेश के प्रति भड़क उठी थी। प्रभु की यह महाक्रोधाग्नि राजा योशियाह के धार्मिक सुधारों के बावजूद नहीं बुझी।
यहोयाकीम के राज्य-काल में बेबीलोन के राजा नबूकद-नेस्सर ने उस पर आक्रमण किया। फलत: वह तीन वर्ष तक उसके अधीन रहा। तत्पश्चात् उसने उससे सम्बन्ध-विच्छेद कर लिया और उससे विद्रोह कर दिया।
निस्सन्देह यहूदा प्रदेश पर यह विपत्ति प्रभु के आदेश से आई थी। प्रभु ने निश्चय कर लिया था कि वह यहूदा प्रदेश के निवासियों को अपनी दृष्टि से दूर कर देगा, क्योंकि राजा मनश्शे ने पाप-कर्म तथा अन्य दुष्कर्म किए थे।
राजा नबूकदनेस्सर ने उसको परमेश्वर की शपथ दी थी कि वह उससे विद्रोह नहीं करेगा। तो भी उसने परमेश्वर की शपथ की उपेक्षा की और राजा नबूकदनेस्सर से विद्रोह किया। उसने इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के प्रति अपने हृदय को कठोर बना लिया था। हठ से उसकी गर्दन ऐंठ गई थी, और वह प्रभु से विमुख हो गया था।
किन्तु न तो सिदकियाह ने, और न उसके कर्मचारियों ने और न प्रतिष्ठित नागरिकों ने प्रभु के वचनों पर ध्यान दिया जो प्रभु ने नबी यिर्मयाह के माध्यम से कहे थे।
निस्सन्देह प्रभु के क्रोध के कारण राजधानी यरूशलेम और यहूदा प्रदेश में घटनाएं घटीं, और प्रभु ने सिदकियाह को अपनी उपस्थिति से निकाल दिया। सिदकियाह ने बेबीलोन के राजा के विरुद्ध विद्रोह किया।
‘अब तू विद्रोही इस्राएली कुल से यह कह : क्या तुम अब भी इस पहेली और दृष्टांत का अर्थ नहीं समझे? सुनो, इसका यह अर्थ है : बेबीलोन देश का राजा यरूशलेम में आया। उसने यरूशलेम के राजा, और उसके उच्चाधिकारियों को बन्दी बनाया, और उनको अपने देश में ले गया।
किन्तु उसकी मोटी टहनी में से आग निकली, जिसने उसकी शाखाओं और फल को जला दिया। अब अंगूर लता में एक भी मोटी टहनी नहीं रही, जो राजा का राज-दण्ड बन सके! (यह एक शोक गीत है, और समाज में शोकगीत के रूप में प्रचलित है।)
हम में इस संसार के ज्ञानी, शास्त्री और दार्शनिक कहाँ है? क्या परमेश्वर ने इस संसार के ज्ञान को मूर्खतापूर्ण नहीं प्रमाणित किया है?
किन्तु हेश्बोन के राजा सीहोन ने हमें अपने पास से होकर नहीं जाने दिया; क्योंकि तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने उसकी आत्मा को कठोर, और हृदय को हठीला बना दिया था, जिससे वह उसे तुम्हारे हाथ में सौंप दे, जैसे वह आज भी है।
इस कारण प्रभु का क्रोध इस देश के प्रति भड़क उठा, और उसने इस पुस्तक में लिखित समस्त अभिशाप उस पर डाल दिए।