उन्होंने एलियाह की चादर उठा ली, जो उनके ऊपर से नीचे गिर गई थी। वह यर्दन नदी की ओर लौटे, और उसके तट पर खड़े हो गए।
2 राजाओं 2:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने एलियाह की चादर ली, और उससे यर्दन नदी के जल पर प्रहार किया। उन्होंने यह कहा, ‘एलियाह का प्रभु परमेश्वर कहां है?’ जब एलीशा ने जल पर प्रहार किया, तब जल इधर और उधर दो भागों में बंट गया। एलीशा उस पार चले गए। पवित्र बाइबल जैसे ही एलीशा ने पानी पर चोट की, पानी दाँयी और बांयी ओर को फट गया और एलीशा ने नदी पार की। Hindi Holy Bible और उसने एलिय्याह की वह चद्दर जो उस पर से गिरी थी, पकड़ कर जल पर मारी और कहा, एलिय्याह का परमेश्वर यहोवा कहां है? जब उसने जल पर मारा, तब वह इधर उधर दो भाग हो गया और एलीशा पार हो गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उसने एलिय्याह की वह चद्दर जो उस पर से गिरी थी, पकड़ कर जल पर मारी और कहा, “एलिय्याह का परमेश्वर यहोवा कहाँ है?” जब उसने जल पर मारा, तब वह इधर उधर दो भाग हो गया और एलीशा पार हो गया। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने एलियाह की उस चादर से, जो एलियाह की देह पर से गिर गई थी, जल पर प्रहार किया और यह कहा, “एलियाह के परमेश्वर याहवेह कहां हैं?” जब उन्होंने जल पर वार किया तो यरदन का जल दाएं और बाएं बंट गया और एलीशा पार निकल गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उसने एलिय्याह की वह चद्दर जो उस पर से गिरी थी, पकड़कर जल पर मारी और कहा, “एलिय्याह का परमेश्वर यहोवा कहाँ है?” जब उसने जल पर मारा, तब वह इधर-उधर दो भाग हो गया और एलीशा पार हो गया। |
उन्होंने एलियाह की चादर उठा ली, जो उनके ऊपर से नीचे गिर गई थी। वह यर्दन नदी की ओर लौटे, और उसके तट पर खड़े हो गए।
एलीशा ने गेहजी से कहा, ‘तू तुरन्त तैयार हो। अपने हाथ में मेरी सोंटी ले, और अविलम्ब जा। यदि मार्ग में तुझे कोई परिचित व्यक्ति मिलेगा, तो तू उसका कुशल-मंगल पूछने के लिए मत रुकना। यदि मार्ग में कोई व्यक्ति तेरा कुशल-मंगल पूछेगा तो तू उत्तर देने के लिए मत रुकना। तू बालक के मुख पर मेरी सोंटी रख देना।’
मेरे बैरी ताना मारते हैं। वे मानो मेरी देह पर घातक प्रहार करते हैं। वे निरन्तर मुझ से यह पूछते हैं, “कहां है तेरा परमेश्वर?”
मेरा प्राण परमेश्वर के, जीवंत परमेश्वर के दर्शन का प्यासा है। मैं कब जाऊंगा और परमेश्वर के मुख का दर्शन पाऊंगा?
इस्राएली समुद्र के मध्य सूखी भूमि पर चलकर गए। जल उनकी दाहिनी ओर तथा बायीं ओर दीवार बनकर खड़ा था।
उन्होंने पश्चात्ताप कर यह नहीं कहा, “हमारा प्रभु कहां है जिसने हमें मिस्र देश से मुक्त कर बाहर निकाला था, जिसने निर्जन प्रदेश में हमारा नेतृत्व किया था, जो हमें मरुस्थल और गड्ढों के प्रदेश से, निर्जल और घोर अंधकार के क्षेत्र से, निर्जन प्रदेश से ले गया था, जहां कोई आता-जाता न था, जहां कोई रहता न था?”
मन्दिर के आंगन और वेदी के मध्य खड़े होकर, रोते हुए प्रभु के सेवक, पुरोहित यह कहें : ‘हे प्रभु, अपने निज लोगों पर दया कर। अपनी मीरास को बदनाम मत कर। वे अन्य राष्ट्रों में कहावत न बनें। अन्य राष्ट्रों के लोग यह क्यों कहें, “कहां है उनका ईश्वर?” ’
तब शिष्य बाहर जाकर सब जगह संदेश सुनाने लगे। प्रभु येशु उनके साथ कार्य करते रहे और साथ-साथ घटित होने वाले चिह्नों द्वारा शुभ समाचार को प्रमाणित करते रहे।] [(
“मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : जो मुझ में विश्वास करता है, वह स्वयं वे कार्य करेगा, जिन्हें मैं करता हूँ। वह उन से भी महान कार्य करेगा, क्योंकि मैं पिता के पास जा रहा हूँ।
अब वह परमेश्वर के दाहिने हाथ से उन्नत हुए और उन्हें पिता से पवित्र आत्मा प्राप्त हुआ, जिसकी प्रतिज्ञा की गई थी। उन्होंने उसे उंडेल दिया, जैसा कि आप देख और सुन रहे हैं।
गिद्ओन ने उससे कहा, ‘स्वामी, यदि प्रभु हमारे साथ है तो ये संकट हम पर क्यों आए? कहाँ गए प्रभु के आश्चर्यपूर्ण कार्य, जिनकी चर्चा हमारे बड़े-बूढ़े लोग हमसे करते हैं? वे हमसे कहते हैं : “निस्सन्देह, प्रभु ही हमें मिस्र देश से लाया है।” पर अब प्रभु ने हमें त्याग दिया, और मिद्यानियों के हाथ सौंप दिया है।’