महाराज यों कहते हैं: तुम हिजकियाह के भुलावे में मत आओ। वह तुम्हें मेरे हाथ से बचा नहीं सकेगा।
2 राजाओं 19:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने नबी यशायाह से कहा, ‘महाराज हिजकियाह यों कहते हैं : हमारे लिए आज का दिन संकट, दण्ड और अपमान का दिन है। बच्चे के जन्म का समय तो पूरा हुआ, किन्तु जच्चा में शक्ति नहीं रही कि वह उसको जन्म दे सके! ऐसी है हमारी दयनीय स्थिति। पवित्र बाइबल उन्होंने यशायाह से कहा, “हिजकिय्याह यह कहता है, ‘यह हमारे लिये संकट’ दण्ड और अपमान का दिन है। यह बच्चों को जन्म देने जैसा समय है, किन्तु उन्हें जन्म देने के लिये कोई शक्ति नहीं है। Hindi Holy Bible उन्होंने उस से कहा, हिजकिय्याह यों कहता है, आज का दिन संकट, और उलहने, और निन्दा का दिन है; बच्चे जन्मने पर हुए पर जच्चा को जन्म देने का बल न रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन्होंने उससे कहा, “हिजकिय्याह यों कहता है, आज का दिन संकट, और भर्त्सना, और निन्दा का दिन है; बच्चों के जन्म का समय तो हुआ पर ज़च्चा को जन्म देने का बल न रहा। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने जाकर यशायाह से विनती की, “हिज़किय्याह की यह विनती है, ‘आज का दिन संकट, फटकार और अपमान का दिन है. प्रसव का समय आ पहुंचा है, मगर प्रसूता में प्रसव के लिए शक्ति ही नहीं रह गई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन्होंने उससे कहा, “हिजकिय्याह यह कहता है, आज का दिन संकट, और भर्त्सना, और निन्दा का दिन है; बच्चों के जन्म का समय तो हुआ पर जच्चा को जन्म देने का बल न रहा। |
महाराज यों कहते हैं: तुम हिजकियाह के भुलावे में मत आओ। वह तुम्हें मेरे हाथ से बचा नहीं सकेगा।
उसने गृह-प्रबन्धक एलयाकीम, महासहायक शेबनाह और वृद्ध पुरोहितों को नबी यशायाह बेन-आमोत्स के पास भेजा। ये भी टाट के वस्त्र लपेटे हुए थे।
सम्भवत: आपके प्रभु परमेश्वर ने मुख्य साकी के शब्द सुने हैं, जिसको असीरिया के राजा ने जीवित परमेश्वर का मजाक उड़ाने के लिए भेजा था। अब आपका प्रभु परमेश्वर उन शब्दों को झूठा सिद्ध करे। कृपया, जो व्यक्ति शेष रह गए हैं, उनके लिए प्रार्थना कीजिए।’
“तू डांट-डपट से व्यक्ति को कुकर्म के लिए दंडित करता है- जैसा कीड़ा वस्तुओं को खा जाता है, तू उसकी इच्छित वस्तुओं को नष्ट कर देता है। निस्सन्देह प्रत्येक मनुष्य श्वास मात्र है। सेलाह
तुम अपना हृदय कठोर न करना, जैसा तुम्हारे पूर्वजों ने उस दिन किया था जब वे मरीबा में, निर्जन प्रदेश के मस्सा में थे।
प्रभु कहता है, ‘क्या मैं जन्म का समय हो जाने पर भी जन्म न होने दूं? मैं ही जन्मदाता हूं : अत: क्या मैं गर्भ का द्वार ही बन्द कर दूं?’ यह तुम्हारे परमेश्वर की वाणी है।
प्रसव-पीड़ा उसे होती है, पर उत्पन्न होनेवाला शिशु मूर्ख है। वह गर्भ के मुख से बाहर ही नहीं निकलता।
मैं जा रहा हूं, मैं अपने स्थान को लौट रहा हूं, जब तक वे अपना अपराध स्वीकार न करेंगे और मेरा दर्शन पाने का प्रयत्न न करेंगे; जब तक अपने संकट में मुझे नहीं ढूंढ़ेंगे, मैं उनसे विमुख रहूंगा।