यद्यपि उसने पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ीं तो भी जीवन भर उसका हृदय प्रभु के प्रति सच्चा रहा।
2 राजाओं 15:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फिर भी पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ी गईं। लोग उन पर पशु-बलि चढ़ाते और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते रहे। पवित्र बाइबल किन्तु उसने उच्च स्थानों को नष्ट नहीं किया। इन पूजा के स्थानों पर लोग अब भी बलि भेंट करते तथा सुगन्धि जलाते थे। Hindi Holy Bible तौभी ऊंचे स्थान गिराए न गए; प्रजा के लोग उस समय भी उन पर बलि चढ़ाते, और धूप जलाते रहे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तौभी ऊँचे स्थान गिराए न गए; प्रजा के लोग उस समय भी उन पर बलि चढ़ाते, और धूप जलाते रहे। सरल हिन्दी बाइबल फिर भी, पूजा स्थलों की वेदियां तोड़ी नहीं गई थी. लोग पूजा स्थलों की वेदियों पर धूप जलाते और बलि चढ़ाते रहे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो भी ऊँचे स्थान गिराए न गए; प्रजा के लोग उस समय भी उन पर बलि चढ़ाते, और धूप जलाते रहे। |
यद्यपि उसने पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ीं तो भी जीवन भर उसका हृदय प्रभु के प्रति सच्चा रहा।
यहोशाफट ने अपने पिता आसा के मार्ग का अनुसरण किया। उसने अपने पिता का मार्ग नहीं छोड़ा। उसने वही कार्य किया, जो प्रभु की दृष्टि में उचित था। फिर भी पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ी गईं। लोग इन वेदियों पर बलि चढ़ाते और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते रहे।
फिर भी पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ी गईं। लोग पहाड़ी शिखर की वेदियों पर बलि-पशु चढ़ाते और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते रहे।
एक दिन योआश ने पुरोहितों को आदेश दिया, ‘जो चांदी के सिक्के पवित्र भेंट के रूप में प्रभु के भवन में चढ़ाए जाते हैं, वे सिक्के जो प्रत्येक व्यक्ति निर्धारित मन्दिर-कर के रूप में, अथवा स्वेच्छा से उत्प्रेरित होकर प्रभु के भवन में चढ़ाता है,
किन्तु पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ी गईं। लोग उन पर पशु-बलि चढ़ाते और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते रहे।
जैसे उसके पिता अमस्याह ने उन कार्यों को किया था जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे, वैसे ही उसने भी किया।
जैसे उसके पिता ऊज्जियाह ने उन कार्यों को किया, जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे, वैसे उसने भी किया।
फिर भी पहाड़ी शिखर की वेदियां नहीं तोड़ी गईं। लोग उन पर पशु-बलि चढ़ाते और सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते रहे। योताम ने प्रभु के भवन का ऊपरवाला द्वार फिर से बनवाया था।
उसने पहाड़ी शिखर की वेदियां हटा दीं। पूजा-स्तम्भ तोड़ दिए। अशेराह देवी की मूर्ति ध्वस्त कर दी। जो पीतल का सर्प मूसा ने बनाया था, और जिसके सम्मुख अब तक इस्राएली सुगन्धित धूप-द्रव्य जलाते आ रहे थे, उसको भी हिजकियाह ने टुकड़े-टुकड़े कर दिया। पीतल के सर्प का नाम नहूश्तान था।
वह उत्साहपूर्वक प्रभु के मार्ग पर चलता था। उसने यहूदा प्रदेश से पहाड़ी शिखर की सब वेदियां और अशेराह देवी के पूजा-स्तम्भ हटा दिए।
क्या यह वही प्रभु परमेश्वर नहीं है, जिसकी पहाड़ी शिखर की वेदियां तथा अन्य वेदियां इसी हिजकियाह ने हटा दी हैं, और जिसके लिए हिजकियाह ने यहूदा प्रदेश और यरूशलेम के निवासियों को यह आदेश दिया है : “तुम यरूशलेम की एक ही वेदी के सम्मुख वन्दना करना और उसी एक ही वेदी के सम्मुख सुगन्धित धूप-बलि जलाना?”
जब वह किशोर ही था, और उसके राज्य का आठवां वर्ष था, तब से अपने पूर्वज दाऊद के परमेश्वर की खोज में लग गया था, और अपने राज्य के बारहवें वर्ष में उसने यहूदा प्रदेश तथा राजधानी यरूशलेम को शुद्ध करने के लिए पहाड़ी शिखरों की वेदियां, अशेराह देवी के खम्भे और गढ़ी एवं ढली मूर्तियों को हटा दिया।