यहोआहाज के राज्य-काल के दौरान सीरिया देश का राजा हजाएल इस्राएली राष्ट्र पर सदा अत्याचार करता रहा।
2 राजाओं 13:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एक बार लोग किसी मुरदे को गाड़ रहे थे। सहसा उन्होंने लुटेरों को देखा। उन्होंने मुरदे को एलीशा की कबर में फेंक दिया। तब जैसे ही मुरदे का स्पर्श एलीशा की अस्थियों से हुआ, वह जीवित हो गया। वह अपने पैरों पर खड़ा हो गया! पवित्र बाइबल कुछ इस्राएली एक मरे व्यक्ति को दफना रहे थे और उन्होंने सैनिकों के उस दल को देखा। इस्राएलियों ने जल्दी में शव को एलीशा की कब्र में फेंका और वे भाग खड़े हुए। ज्योंही उस मरे व्यक्ति ने एलीशा की हड्डियों का स्पर्श किया, मरा व्यक्ति जीवित हो उठा और अपने पैरों पर खड़ा हो गया। Hindi Holy Bible लोग किसी मनुष्य को मिट्ठी दे रहे थे, कि एक दल उन्हें देख पड़ा तब उन्होंने उस लोथ को एलीशा की कबर में डाल दिया, और एलीशा की हड्डियों के छूते ही वह जी उठा, और अपने पावों के बल खड़ा हो गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) लोग किसी मनुष्य को मिट्टी दे रहे थे कि एक दल उन्हें दिखाई पड़ा, तब उन्होंने उस शव को एलीशा की कबर में डाल दिया, और एलीशा की हड्डियों से छूते ही वह जी उठा, और अपने पावों के बल खड़ा हो गया। सरल हिन्दी बाइबल एक अवसर पर, जब किसी व्यक्ति की देह को गाड़ा जा रहा था, लोगों ने लुटेरों के दल को आते देखा. उस व्यक्ति की देह को जल्दी ही एलीशा की कब्र में फेंक दिया. जैसे ही शव ने एलीशा की अस्थियों से छुआ, वह व्यक्ति जीवित हो अपने पैरों पर खड़ा हो गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 लोग किसी मनुष्य को मिट्टी दे रहे थे, कि एक दल उन्हें दिखाई पड़ा, तब उन्होंने उस शव को एलीशा की कब्र में डाल दिया, और एलीशा की हड्डियों से छूते ही वह जी उठा, और अपने पाँवों के बल खड़ा हो गया। |
यहोआहाज के राज्य-काल के दौरान सीरिया देश का राजा हजाएल इस्राएली राष्ट्र पर सदा अत्याचार करता रहा।
एलीशा उठे। उन्होंने पलंग से उतरकर कमरे में एक बार चहलकदमी की। वह पलंग पर पुन: चढ़े, और बालक के शरीर पर पसर गए। तब बालक ने सात बार छींका, और अपनी आँखें खोल दीं।
ओ इस्राएली राष्ट्र, तेरे मृतक जीवित होंगे, उनका मृत शरीर लाशों के मध्य से उठेगा। ओ मिट्टी में दफनाए गए मृत लोगो, जागो, और जयजयकार करो! प्रभु, तेरी यह ओस ज्योतिर्मय ओस है। तू उसको मृत-लोक पर बरसाएगा, और मृतक जीवित हो जाएंगे!
मृतक बाहर निकल आया। उसके हाथ और पैर पट्टियों से बंधे हुए थे और उसके मुख पर अंगोछा लपेटा हुआ था। येशु ने लोगों से कहा, “इसके बन्धन खोल दो और इसे जाने दो।”
“मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : वह समय आ रहा है, वरन् आ ही गया है, जब मृतक परमेश्वर के पुत्र की वाणी सुनेंगे, और जो सुनेंगे, उन्हें जीवन प्राप्त होगा,
यहां तक कि, जब उनके शरीर से स्पर्श किये हुए रूमाल और अँगोछे रोगियों पर डाल दिये जाते थे, तो उनकी बीमारियाँ दूर हो जाती थीं और दुष्ट आत्माएं निकल जाती थीं।
सच तो यह है कि लोग रोगियों को मुख्य सड़कों पर ले जा कर खटोलों तथा चारपाइयों पर लिटा देते थे, ताकि जब पतरस उधर से गुजरें, तो उनकी छाया ही उन में से किसी पर पड़ जाये।
किन्तु साढ़े तीन दिनों बाद परमेश्वर की ओर से इन दोनों में जीवन का श्वास आया और ये उठ खड़े हुए। तब सब देखनेवालों पर घोर आतंक छा गया।