एलीशा ने पुन: आदेश दिया, ‘एक और तीर लो।’ राजा ने तीर लिया। एलीशा ने इस्राएल प्रदेश के राजा को यह आदेश दिया, ‘इससे भूमि पर प्रहार करो।’ राजा ने भूमि पर तीन बार प्रहार किया; और तब वह रुक गया।
2 राजाओं 13:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर के जन एलीशा उससे नाराज हुए। उन्होंने कहा, ‘तुम्हें पांच-छ: बार भूमि पर प्रहार करना चाहिए था। तब तुम सीरियाई सेना का पूर्ण संहार करते। परन्तु अब तुम सीरियाई सेना का तीन बार ही संहार करोगे।’ पवित्र बाइबल परमेश्वर का जन (एलीशा) योआश पर क्रोधित हुआ। एलीशा ने कहा, “तुम्हें पाँच या छः बार धरती पर प्रहार करना चाहिए था। तब तुम अराम को उसे नष्ट करने तक हराते! किन्तु अब तुम अराम को केवल तीन बार हराओगे!” Hindi Holy Bible और परमेश्वर के जन ने उस पर क्रोधित हो कर कहा, तुझे तो पांच छ: बार मारना चाहिये था। ऐसा करने से तो तू अराम को यहां तक मारता कि उनका अन्त कर डालता, परन्तु अब तू उन्हें तीन ही बार मारेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इससे परमेश्वर के जन ने उस पर क्रोधित होकर कहा, “तुझे तो पाँच छ: बार मारना चाहिये था, ऐसा करने से तू अराम को यहाँ तक मारता कि उनका अन्त कर डालता, परन्तु अब तू उन्हें तीन ही बार मारेगा।” सरल हिन्दी बाइबल इस पर परमेश्वर के जन ने उस पर गुस्सा करते हुए कहा, “तुम्हें पांच या छः वार तो करने थे, तभी तुम अराम को ऐसा मारते कि उनका अंत होकर ही रहता. अब तो तुम अराम को सिर्फ तीन बार ही हरा सकोगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और परमेश्वर के जन ने उस पर क्रोधित होकर कहा, “तुझे तो पाँच छः बार मारना चाहिये था। ऐसा करने से तो तू अराम को यहाँ तक मारता कि उनका अन्त कर डालता, परन्तु अब तू उन्हें तीन ही बार मारेगा।” |
एलीशा ने पुन: आदेश दिया, ‘एक और तीर लो।’ राजा ने तीर लिया। एलीशा ने इस्राएल प्रदेश के राजा को यह आदेश दिया, ‘इससे भूमि पर प्रहार करो।’ राजा ने भूमि पर तीन बार प्रहार किया; और तब वह रुक गया।
तब यहोआश बेन-अहोआहाज ने हजाएल के पुत्र बेन-हदद के हाथ से उन नगरों को पुन: प्राप्त कर लिया, जो हजाएल ने उसके पिता यहोआहाज से युद्ध में छीन लिए थे। यहोआश ने बेन-हदद को युद्ध में तीन बार पराजित किया, और उससे इस्राएल प्रदेश के नगर पुन: प्राप्त किए।
एलीशा ने कहा, ‘अगले वर्ष इसी समय तुम्हारी गोद में एक पुत्र खेलेगा।’ पर महिला ने कहा, ‘नहीं, नहीं, मेरे स्वामी, ओ परमेश्वर के जन! कृपया, अपनी सेविका से झूठ मत बोलिए!’
सेवकों ने नबियों के खाने के लिए भोजन परोसा। जब नबियों ने साग खाया तब वे चिल्ला पड़े, ‘ओ परमेश्वर के जन! हण्डे में मौत है!’ वे भोजन न खा सके।
तब परमेश्वर के जन एलीशा के सेवक गेहजी ने यह सोचा, ‘मेरे गुरु ने इस सीरियाई नामान को यों ही छोड़ दिया। जो भेंट वह लाया था, उसको उन्होंने अपने हाथ से स्वीकार नहीं किया। जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! मैं उसके पीछे दौड़कर जाऊंगा, और उससे कुछ भेंट लूंगा।’
परन्तु परमेश्वर के जन एलीशा ने इस्राएल के राजा को सावधान कर दिया। उन्होंने यह सन्देश भेजा, ‘सावधान! आप इस स्थान से मत गुजरना। यहां सीरियाई सैनिक घात में बैठे हैं।’
‘उस मनुष्य को शाप लगे, जो प्रभु के काम में आलस्य करता है। शापित है वह मनुष्य जो प्रभु के आदेश का पालन नहीं करता, और अपनी तलवार को म्यान में रखता है, और रक्त नहीं बहाता।
जब मूसा ने पाप-बलि के बकरे की अत्यधिक खोज की, तब ज्ञात हुआ कि वह जलाया जा चुका है। वह हारून के बचे हुए दोनों पुत्रों, एलआजर तथा ईतामर, पर क्रुद्ध हुए। उन्होंने कहा,
मूसा को बड़ा क्रोध आया। उन्होंने प्रभु से कहा, ‘उनकी भेंटों की ओर ध्यान मत देना। मैंने घूस में उनसे एक गधा भी नहीं लिया और न उनमें से किसी का अनिष्ट ही किया।’
येशु यह देख कर बहुत अप्रसन्न हुए और उन्होंने कहा, “बच्चों को मेरे पास आने दो। उन्हें मत रोको, क्योंकि परमेश्वर का राज्य उन-जैसे लोगों का ही है।
उनके हृदय की कठोरता देख कर येशु को दु:ख हुआ और वह उन पर क्रोध भरी दृष्टि दौड़ा कर उस मनुष्य से बोले, “अपना हाथ बढ़ाओ।” उसने अपना हाथ बढ़ाया और उसका हाथ अच्छा हो गया।
वहाँ वह कोई सामर्थ्य का कार्य नहीं कर सके। उन्होंने केवल कुछ रोगियों पर हाथ रख कर उन्हें स्वस्थ किया।