इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा, ’आपके पिता बीमार हैं।’ अतएव वह अपने दोनों पुत्रों, मनश्शे और एफ्रइम को लेकर गया।
2 राजाओं 13:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिस रोग से एलीशा की मृत्यु होनी थी, वह उनको लग गया। इस्राएल प्रदेश का राजा यहोआश उनके पास गया। वह उनके सम्मुख रोने लगा। उसने कहा, ‘ओ मेरे पिता! ओ मेरे पिता! ओ इस्राएली राष्ट्र के सारथी! ओ हमारे अश्वारोही!’ पवित्र बाइबल एलीशा बीमार पड़ा। बाद में एलीशा बीमारी से मर गया। इस्राएल का राजा यहोआश एलीशा से मिलने गया। यहोआश एलीशा के लिये रोया। यहोआश ने कहा, “मेरे पिता! मेरे पिता! क्या यह इस्राएल के रथों और घोड़ों के लिये समय है?” Hindi Holy Bible और एलीशा को वह रोग लग गया जिस से वह मरने पर था, तब इस्राएल का राजा योआश उसके पास गया, और उस के ऊपर रोकर कहने लगा, हाय मेरे पिता! हाय मेरे पिता! हाय इस्राएल के रथ और सवारो! एलीश ने उस से कहा, धनुष और तीर ले आ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) एलीशा को वह रोग लग गया जिससे उसकी मृत्यु होने पर थी, तब इस्राएल का राजा यहोआश उसके पास गया, और उसके ऊपर रोकर कहने लगा, “हाय मेरे पिता! हाय मेरे पिता! हाय इस्राएल के रथ और सवारो!” एलीशा ने उससे कहा, “धनुष और तीर ले आ।” सरल हिन्दी बाइबल इस समय एलीशा ऐसे बीमार पड़े कि वे मरने पर थे. इस्राएल का राजा यहोआश उनसे भेंटकरने गया. वह उनके सामने जाकर रोते हुए कहने लगा, “मेरे पिता, मेरे पिता! और इस्राएल के रथों और उसके घुड़सवारों!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 एलीशा को वह रोग लग गया जिससे उसकी मृत्यु होने पर थी, तब इस्राएल का राजा यहोआश उसके पास गया, और उसके ऊपर रोकर कहने लगा, “हाय मेरे पिता! हाय मेरे पिता! हाय इस्राएल के रथ और सवारों!” एलीशा ने उससे कहा, “धनुष और तीर ले आ।” |
इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा, ’आपके पिता बीमार हैं।’ अतएव वह अपने दोनों पुत्रों, मनश्शे और एफ्रइम को लेकर गया।
जब याकूब अपने पुत्रों को आज्ञा दे चुके, उन्होंने पलंग पर अपने पैर समेट लिये और अन्तिम सांस ली और यों अपने मृत पूर्वजों में जाकर मिल गए।
यहोआश के शेष कार्यों का, उसके समस्त कार्यों का विवरण, उसके वीरतापूर्ण कार्यों का, यहूदा प्रदेश के राजा अमस्याह से लड़े गए युद्ध का विवरण, ‘इस्राएल प्रदेश के राजाओं का इतिहास-ग्रन्थ’ में लिखा हुआ है।
यहोआश अपने मृत पूर्वजों के साथ सो गया। उसको इस्राएल प्रदेश के राजाओं के साथ सामरी नगर में गाड़ा गया। यारोबआम उसके सिंहासन पर बैठा।
एलीशा यह देखता रहा। वह रो-रोकर पुकारता रहा, ‘ओ मेरे पिता! ओ मेरे पिता! ओ इस्राएली राष्ट्र के सारथी! ओ हमारे अश्वारोही!’ उसके पश्चात् एलियाह उसकी आंखों से ओझल हो गए। एलीशा ने शोक प्रकट करने के लिए अपना अंगरखा पकड़ा, और उसको दो टुकड़ों में फाड़ दिया।
इन्हीं दिनों में राजा हिजकियाह इतना बीमार पड़ा कि वह मृत्यु के समीप पहुंच गया। तब नबी यशायाह बेन-आमोत्स उसके पास आए। उन्होंने उससे कहा, ‘प्रभु कहता है : मृत्यु के पूर्व अपने परिवार की समुचित व्यवस्था कर ले; क्योंकि निश्चय ही तेरी मृत्यु होगी। तू नहीं बचेगा।’
इस्राएल के राजा ने सीरियाई सैनिकों को देखा। उसने एलीशा से पूछा, ‘पिता, क्या मैं इनका वध कर दूं?’
प्रभु, रक्षा कर, क्योंकि धर्मपरायण व्यक्ति अब नहीं रहे। मनुष्यों के मध्य से सब विश्वासी लोग लुप्त हो गए।
निष्कपट व्यक्ति के आशिष-वचनों से नगर की उन्नति होती है, परन्तु दुर्जन के दुर्वचनों से वह ध्वस्त हो जाता है।
जब धार्मिक मनुष्य मरता है, तब इस पर कोई ध्यान नहीं देता। भक्त मनुष्य उठा लिये जाते हैं, पर यह बात कोई नहीं समझता : विपत्ति आने से पूर्व प्रभु भक्त मनुष्य को उठा लेता है।
यदि ऐसे अधर्मी देश में नूह, दानिएल और अय्यूब जैसे धार्मिक व्यक्ति होते हैं, तो वे अपने धर्म के कारण अपने ही प्राण बचाते हैं, दूसरों के नहीं।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
मैंने उनके मध्य में ऐसे मनुष्य की तलाश की, जो मेरे और देश के बीच दीवार बन कर खड़ा हो जाए, जो बाड़े को सुधारे, और मेरे सामने ऐसा खड़ा हो कि मुझे देश का नाश न करना पड़े। लेकिन सम्पूर्ण देश में मुझे एक भी ऐसा मनुष्य नहीं मिला।
क्योंकि हेरोदेस योहन को धर्मात्मा और पवित्र पुरुष जान कर उनसे डरता था और उनकी रक्षा करता था। हेरोदेस उनके उपदेश सुन कर बड़े असमंजस में पड़ जाता था। फिर भी, वह उनकी बातें आनन्द से सुनता था।
दोनों बहिनों ने येशु को समाचार भेजा, “प्रभु! देखिए, जिसे आप प्यार करते हैं, वह बीमार है।”
“दाऊद तो अपने समय में परमेश्वर का अभिप्राय पूरा कर मर गये। वह अपने पूर्वजों के पास कबर में रखे गये और उनकी विकृति हो गयी;
वह आप-सब को देखने के लिए उत्सुक था और इसलिए भी व्याकुल था कि आप लोगों को उसकी बीमारी का पता चल गया था।