यह उसके विद्रोह का विवरण है: राजा सुलेमान मिल्लो का निर्माण कर अपने पिता दाऊद के नगर की दीवार की दरार को भर रहा था।
2 राजाओं 12:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे आप लें। इसके अतिरिक्त, आप अपने परिचित लोगों से भी चन्दा लीजिए। जिस-जिस स्थान पर भवन की मरम्मत की जरूरत है, वहां आप इस धन से मरम्मत कराइए।’ Hindi Holy Bible इन सब को याजक लोग अपनी जान पहचान के लोगों से लिया करें और भवन में जो कुछ टूटा फूटा हो उसको सुधार दें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इन सब को याजक लोग अपनी जान पहचान के लोगों से लिया करें, और भवन में जो कुछ टूटा–फूटा हो उसको सुधार दें।” सरल हिन्दी बाइबल पुरोहित इन्हें हर एक खजांची से लें; उनसे भवन में जहां कहीं टूटा-फूटा दिखाई दे, सुधारें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इन सब को याजक लोग अपनी जान-पहचान के लोगों से लिया करें और भवन में जो कुछ टूटा फूटा हो उसको सुधार दें।” |
यह उसके विद्रोह का विवरण है: राजा सुलेमान मिल्लो का निर्माण कर अपने पिता दाऊद के नगर की दीवार की दरार को भर रहा था।
राज-मिस्रियों, और संग-तराशों की मजदूरी देते थे। वे इन्हीं सिक्कों से प्रभु के भवन की मरम्मत के लिए इमारती लकड़ी और तराशे हुए पत्थर खरीदते थे। इनके अतिरिक्त मरम्मत-कार्य के अन्य खर्च थे, जो वे चुकाते थे।
एक दिन योआश ने पुरोहितों को आदेश दिया, ‘जो चांदी के सिक्के पवित्र भेंट के रूप में प्रभु के भवन में चढ़ाए जाते हैं, वे सिक्के जो प्रत्येक व्यक्ति निर्धारित मन्दिर-कर के रूप में, अथवा स्वेच्छा से उत्प्रेरित होकर प्रभु के भवन में चढ़ाता है,
किन्तु योआश के राज्य-काल के तेईसवें वर्ष तक भी पुरोहितों ने भवन की कोई मरम्मत नहीं की।
‘महापुरोहित हिल्कियाह के पास जाओ। तुम उससे यह कहना कि वह प्रभु-भवन में चढ़ाई गई उस चांदी को गला दे, जिसको द्वारपालों ने आराधकों से एकत्र किया है।
तब पितृकुलों के नेताओं, कुलों के प्रशासकों, हजार-हजार सैनिकों के नायकों, सौ-सौ सैनिकों के नायकों तथा शासकीय अधिकारियों ने स्वेच्छा से भेंट चढ़ाई।
लोगों ने स्वेच्छा से चढ़ाई गई भेंट के लिए आनन्द मनाया; क्योंकि उन्होंने मुक्त हृदय से प्रभु को भेंट चढ़ाई थी। राजा दाऊद ने भी बहुत आनन्द मनाया।
अत: उसने पुरोहितों और उप-पुरोहितों को एकत्र किया, और उनसे यह कहा, ‘आप लोग प्रतिवर्ष यहूदा प्रदेश के सब नगरों में जाइए, और अपने परमेश्वर के भवन की मरम्मत के लिए इस्राएली लोगों से वार्षिक चन्दा लीजिए। देखिए, यह काम शीघ्र समाप्त होना चाहिए।’ किन्तु उप-पुरोहितों ने काम समाप्त करने में शीघ्रता नहीं की।
रानी अतल्याह के पुत्रों ने परमेश्वर के भवन को क्षति पहुँचाई थी। उन्होंने प्रभु को अर्पित सब वस्तुएँ प्रभु-भवन से हटा कर बअल देवता को चढ़ा दी थीं।
जिस व्यक्ति की गणना की गई है, वह यह देगा : पवित्र स्थान की तौल के अनुसार चाँदी का आधा सिक्का (एक सिक्के में प्राय: बारह ग्राम है)। वह प्रभु को आधा सिक्का भेंट के रूप में देगा।
तेरे नगर के प्राचीन खण्डहरों का पुन: निर्माण होगा, जो नींव अनेक वर्षों से उजाड़ पड़ी थी, तू उसको फिर उठाएगा, तू दरारों को भरनेवाला, और घरों में निवास के हेतु गलियों को सुधारनेवाला कहलाएगा।
‘इस्राएली समाज से बोलना; तू उनसे यह कहना : यदि किसी ने विशेष मन्नत में किसी व्यक्ति को अर्पित किया है, तो तुम प्रभु के लिए उसका मूल्य इस प्रकार आंकना :
मनुष्य अथवा पशु की प्रत्येक पहिलौठी सन्तान, जिसे वे मुझ-प्रभु को चढ़ाते हैं, तेरी ही होगी। तू मनुष्य की पहिलौठी सन्तान को मूल्य लेकर मुक्त कर देना। इसी प्रकार अशुद्ध पशुओं के पहिलौठे बच्चों को भी मूल्य लेकर छोड़ देना।