2 राजाओं 12:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब वे यह देखते थे कि बक्से में बहुत सिक्के भर गए हैं, तब राजा का सचिव और महापुरोहित आते। वे प्रभु के भवन में चढ़ाए गए सिक्कों को गिनते, उनको थैलियों में भरते, और तब उनको तौलते थे। पवित्र बाइबल जब लोग मन्दिर को जाते थे तब वे उस सन्दूक में सिक्के डालते थे। जब भी राजा का सचिव और महायाजक यह जानते कि सन्दूक में बहुत धन है तो वे आते और सन्दूक से धन को निकाल लेते। वे धन को थैलों में रखते और उसे गिन लेते थे। Hindi Holy Bible जब उन्होंने देखा, कि सन्दूक में बहुत रुपया है, तब राजा के प्रधान और महायाजक ने आकर उसे थैलियों में बान्ध दिया, और यहोवा के भवन में पाए हुए रुपये को गिन लिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब उन्होंने देखा कि सन्दूक में बहुत रुपया है, तब राजा के प्रधान और महायाजक ने आकर उसे थैलियों में बाँध दिया, और यहोवा के भवन में पाए हुए रुपये को गिन लिया। सरल हिन्दी बाइबल जब वे देखते थे मंजूषा में बहुत चांदी मुद्राएं इकट्ठा हो चुकी हैं, राजा की ओर से चुने गए लिपिक और महापुरोहित आकर वह राशि थैलों में भरते और याहवेह के भवन में आई मुद्राओं की गिनती कर लेते थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब उन्होंने देखा, कि सन्दूक में बहुत रुपया है, तब राजा के प्रधान और महायाजक ने आकर उसे थैलियों में बाँध दिया, और यहोवा के भवन में पाए हुए रुपये को गिन लिया। |
सादोक और एबयातर पुरोहित थे। (एबयातर अहीमेलक का पुत्र और अहीटूब का पौत्र था)। सरायाह महा-सहायक था।
सिक्कों की गणना और तौल के बाद वे सिक्कों को प्रभु के भवन की मरम्मत करवाने वाले अधिकारियों को सौंप देते थे। अधिकारीगण उससे प्रभु के भवन के बढ़ई, कारीगरों,
उसने गृह-प्रबन्धक एलयाकीम, महासहायक शेबनाह और वृद्ध पुरोहितों को नबी यशायाह बेन-आमोत्स के पास भेजा। ये भी टाट के वस्त्र लपेटे हुए थे।
उसने पुरोहित हिल्कियाह, अहीकाम बेन-शाफान, अकबोर बेन-मीकायाह, महासहायक शाफान और अपने राजमन्त्री असायाह को यह आदेश दिया,
राजा ने महापुरोहित हिल्कियाह, उपपुरोहितों और द्वारपालों को आदेश दिया कि वे उन सब पात्रों को प्रभु के मन्दिर से बाहर निकाल दें जो बअल देवता, अशेराह देवी तथा आकाश की प्राकृतिक शक्तियों के लिए बनाए गए थे। तत्पश्चात् उसने उनको यरूशलेम नगर के बाहर किद्रोन घाटी में जला दिया, और वह उनकी राख बेत-एल की वेदी को ले गया।
नामान ने कहा, ‘अवश्य! पैंतीस किलो ही क्यों, सत्तर किलो ले जाओ।’ नामान ने उस पर दबाव डाला कि वह सत्तर किलो चांदी ले ले। अत: नामान ने दो बोरों में सत्तर किलो चांदी, और दो जोड़े राजसी वस्त्र रखे, और उनको अपने दो सेवकों पर लाद दिया। वे उनको लादकर गेहजी के आगे-आगे ले गए।
शल्लूम, जो कोरे का पुत्र, एबयासाफ का पौत्र और कोरह का प्रपौत्र था। उसके ही गोत्र के, कोरह-वंशीय चचेरे भाई-बन्धु भी शिविर के कर्म-काण्डों का दायित्व संभालते थे। जैसे उनके पूर्वज प्रभु के शिविर का दायित्व संभालते थे, शिविर के प्रवेश-द्वार के द्वारपाल थे, वैसे ही ये तम्बू के आंगन के द्वारपाल थे।
जब उप-पुरोहित देखते कि बक्से में बहुत सिक्के जमा हो गए हैं, तब वे बक्सा उठाकर राजा के उच्चाधिकारियों के पास उसको पहुँचा देते थे। तब राजा का सचिव तथा महापुरोहित का उच्चाधिकारी आते और वे बक्से को खाली करके उसके स्थान पर रख देते थे। वे प्रतिदिन ऐसा ही करते थे; और इस प्रकार उन्होंने अपार मात्रा में रुपया एकत्र कर लिया।
अत: उन्होंने शिल्पकारों और बढ़इयों को रुपया दिया। उन्होंने सीदोन तथा सोर देश के निवासियों को खाने-पीने की सामग्री और तेल दिया ताकि वे देवदार की लकड़ी को लबानोन देश से समुद्रतट तक, याफा नगर तक पहुंचा दें, जैसा फारस के सम्राट कुस्रू ने उन्हें अधिकार प्रदान किया था।