यहोयादा ने उनको राजा दाऊद के भाले और ढाल सौंप दिए। ये शस्त्र प्रभु के भवन में सुरक्षित रखे हुए थे।
2 राजाओं 11:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पहरेदार अपने हाथ में शस्त्र थामकर मन्दिर के दक्षिणी कोने से उत्तरी कोने तक, मन्दिर तथा वेदी को घेर कर खड़े हो गए। पवित्र बाइबल ये रक्षक अपने हाथों में अपने शस्त्र लिये मन्दिर के दायें कोने से लेकर बायें कोने तक खड़े थे। वे वेदी और मन्दिर के चारों ओर और जब राजा मन्दिर में जाता तो उसके चारों ओर खड़े होते थे। Hindi Holy Bible इसलिये वे पहरुए अपने अपने हाथ में हथियार लिए हुए भवन के दक्खिनी कोने से ले कर उत्तरी कोने तक वेदी और भवन के पास राजा के चारों ओर उसकी आड़ कर के खड़े हुए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये वे पहरुए अपने अपने हाथ में हथियार लिए हुए भवन के दक्षिणी कोने से लेकर उत्तरी कोने तक वेदी और भवन के पास, राजा के चारों ओर उसको घेर कर खड़े हुए। सरल हिन्दी बाइबल हर एक अंगरक्षक अपने-अपने हाथ में अपने हथियार लिए हुए भवन की दक्षिण दिशा से लेकर उत्तरी दिशा तक, वेदी के चारों ओर भवन को घेरकर खड़े हो गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए वे पहरुए अपने-अपने हाथ में हथियार लिए हुए भवन के दक्षिणी कोने से लेकर उत्तरी कोने तक वेदी और भवन के पास, राजा के चारों ओर उसको घेरकर खड़े हुए। |
यहोयादा ने उनको राजा दाऊद के भाले और ढाल सौंप दिए। ये शस्त्र प्रभु के भवन में सुरक्षित रखे हुए थे।
तत्पश्चात् यहोयादा ने राजकुमार योआश को बाहर निकाला। उसने राजकुमार के सिर पर मुकुट रखा, उसको साक्षी-पत्र सौंपा और उसका अभिषेक किया। जनता ने ताली बजाकर जय-जयकार किया। उन्होंने कहा, ‘राजा चिरायु हो!’
तुम राजकुमार को चारों ओर से घेरे रहोगे : प्रत्येक सैनिक सशस्त्र होगा। जो व्यक्ति सेना-पंिक्त के समीप आएगा, उसको तत्काल मौत के घाट उतार देना। जहां-कहीं राजकुमार जाए अथवा लौटकर वहां से आए, तुम उसके साथ रहना।’
तत्पश्चात् राजा सुलेमान प्रभु की वेदी के सम्मुख खड़ा हुआ। उसने समस्त इस्राएली आराधकों के सम्मुख आकाश की ओर अपने हाथ फैलाए।
इसके बाद वह मुझे प्रभु-भवन के भीतरी आंगन में ले गया। वहां मैंने लगभग पच्चीस आदमी देखे, जो प्रभु-भवन के प्रवेश-द्वार के सामने, ड्योढ़ी और वेदी के बीच में खड़े थे। उनकी पीठ प्रभु के मन्दिर की ओर थी, और मुख पूर्व की ओर। वे पूर्व दिशा में सूर्य की पूजा कर रहे थे।
मन्दिर के आंगन और वेदी के मध्य खड़े होकर, रोते हुए प्रभु के सेवक, पुरोहित यह कहें : ‘हे प्रभु, अपने निज लोगों पर दया कर। अपनी मीरास को बदनाम मत कर। वे अन्य राष्ट्रों में कहावत न बनें। अन्य राष्ट्रों के लोग यह क्यों कहें, “कहां है उनका ईश्वर?” ’
जिससे पृथ्वी पर धर्मात्माओं का जितना रक्त बहाया गया − धर्मी हाबिल के रक्त से ले कर बेरेकयाह के पुत्र जकर्याह के रक्त तक, जिसे तुम लोगों ने मन्दिर और वेदी के बीच मार डाला था − वह सब तुम्हारे सिर पर पड़े।