तू ऐसा कार्य करने से सदा दूर रहे कि दूराचारियों के साथ धार्मिक भी मारे जाएँ। धार्मिकों की दशा दुराचारियों के सदृश हो, यह कार्य तुझसे कभी न हो। क्या सारी पृथ्वी का न्यायाधीश उचित न्याय न करेगा?’
2 तीमुथियुस 4:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब मेरे लिए धार्मिकता का वह मुकुट तैयार है, जिसे धर्मनिष्ठ न्यायी प्रभु मुझे “उस दिन” प्रदान करेंगे, मुझ को ही नहीं, बल्कि उन सब को जिन्होंने प्रेम के साथ उनके प्रकट होने के दिन की प्रतीक्षा की है। पवित्र बाइबल अब विजय मुकुट मेरी प्रतीक्षा में है। जो धार्मिक जीवन के लिये मिलना है। उस दिन न्यायकर्ता प्रभु मुझे विजय मुकुट पहनायेगा। न केवल मुझे, बल्कि उन सब को जो प्रेम के साथ उसके प्रकट होने की बाट जोहते रहे हैं। Hindi Holy Bible भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा, और मुझे ही नहीं वरन् उन सब को भी जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं। नवीन हिंदी बाइबल भविष्य में मेरे लिए धार्मिकता का मुकुट रखा हुआ है जिसे प्रभु, जो धार्मिकता से न्याय करनेवाला है, मुझे उस दिन देगा और केवल मुझे ही नहीं बल्कि उन सब को भी जो उसके प्रकट होने को प्रिय समझते हैं। सरल हिन्दी बाइबल भविष्य में मेरे लिए धार्मिकता का मुकुट सुरक्षित है, जो न्याय करनेवाले प्रभु मुझे उस दिन देंगे—मुझे ही नहीं परंतु उन सबको भी, जो उनके दोबारा आगमन की बड़ी आशा से प्रतीक्षा कर रहे हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 भविष्य में मेरे लिये धार्मिकता का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन् उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं। |
तू ऐसा कार्य करने से सदा दूर रहे कि दूराचारियों के साथ धार्मिक भी मारे जाएँ। धार्मिकों की दशा दुराचारियों के सदृश हो, यह कार्य तुझसे कभी न हो। क्या सारी पृथ्वी का न्यायाधीश उचित न्याय न करेगा?’
अहा! तेरी भलाई कितनी अपार है; जिसको तूने उन लोगों के लिए रख छोड़ा है जो तुझ से डरते हैं; और मानव सन्तान के समक्ष उन के लिए रचा है जो तेरी शरण में आते हैं।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है, ‘जिस दिन मैं कार्रवाई करूँगा उस दिन ये मेरे निज लोग बनेंगे, मेरी मीरास बनेंगे। जैसे पिता सेवा करनेवाले अपने पुत्र को छोड़ देता है, और उसे दण्ड नहीं देता, वैसे ही मैं उन्हें छोड़ दूंगा।
“उस दिन और उस घड़ी के विषय में कोई नहीं जानता − न स्वर्गदूत और न पुत्र। यह केवल पिता ही जानता है।
उस दिन बहुत-से लोग मुझ से कहेंगे, ‘प्रभु! प्रभु! क्या हम ने आपके नाम से नबूवत नहीं की? आपके नाम से भूतों को नहीं निकाला? आपके नाम से सामर्थ्य के अनेक कार्य नहीं किए?’
मैं तुम से यह कहता हूँ : उस दिन उस नगर की दशा की अपेक्षा सदोम की दशा कहीं अधिक सहनीय होगी।
किन्तु तुम अपने इस हठ और अपने हृदय के अपश्चात्ताप के कारण कोप के दिन के लिए अपने विरुद्ध कोप का संचय कर रहे हो, जब परमेश्वर का निष्पक्ष न्याय प्रकट होगा।
और सृष्टि ही नहीं, वरन् हम भी भीतर-ही-भीतर कराहते हैं। हमें तो पवित्र आत्मा मिल चुका है, जो परमेश्वर के कृपादानों का प्रथम फल है। लेकिन हम अपने शरीर की विमुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जब हम परमेश्वर की दत्तक संतान होंगे।
हम उन बातों के विषय में बोलते हैं, जिनके सम्बन्ध में धर्मग्रन्थ यह कहता है, “परमेश्वर ने अपने भक्तों के लिए जो तैयार किया है, उस को किसी ने कभी देखा नहीं, किसी ने सुना नहीं, और न कोई उसकी कल्पना ही कर पाया।”
तो हर एक का यह कार्य प्रकट किया जायेगा। न्याय का दिन, जो आग के साथ प्रदीप्त होगा, उसे प्रकट कर देगा और उस आग द्वारा हर एक के कार्य की परीक्षा ली जायेगी।
सब प्रतियोगी हर बात में संयम रखते हैं। वे नश्वर मुकुट प्राप्त करने के लिए ऐसा करते हैं, जब कि हम अनश्वर मुकुट के लिए।
इसलिए हम इस शरीर में कराहते रहते और उसके ऊपर अपना स्वर्गिक निवास धारण करने की तीव्र अभिलाषा करते हैं,
आप का विश्वास और प्रेम उस आशा पर आधारित है, जो स्वर्ग में आपके लिए सुरक्षित है और जिसके विषय में आपने तब सुना, जब शुभसमाचार का सत्य संदेश
और उसके पुत्र अर्थात् येशु की प्रतीक्षा करें, जिन्हें परमेश्वर ने मृतकों में से जिलाया। यही येशु स्वर्ग से उतरेंगे और हमें आने वाले प्रकोप से बचायेंगे।
तब वह “अधर्मी” प्रकट होगा, जिसे प्रभु येशु अपने मुख के निश्वास से नष्ट करेंगे और अपने आगमन के प्रताप से भस्म कर देंगे।
इस प्रकार वे अपने लिए एक ऐसी पूँजी एकत्र करेंगे, जो भविष्य का उत्तम आधार होगी और जिसके द्वारा वे वास्तविक जीवन प्राप्त कर सकेंगे।
किन्तु अब वह हमारे मुक्तिदाता येशु मसीह के प्रकट होने से स्पष्ट प्रकाशित हुई है। येशु ने मृत्यु का विनाश किया और अपने शुभ समाचार द्वारा अमर जीवन को आलोकित किया है।
इस कारण मैं यहाँ यह कष्ट सह रहा हूँ, किन्तु मैं इस से लज्जित नहीं हूँ; क्योंकि मैं जानता हूँ कि मैंने किस पर भरोसा रखा है। मुझे निश्चय है कि वह मुझे सौंपी हुई निधि को उस दिन तक सुरक्षित रखने में समर्थ है।
प्रभु उसे यह वरदान दे कि वह उस दिन प्रभु की दया प्राप्त करे। उसने इफिसुस नगर में कितनी सेवा की है, तुम यह अच्छी तरह जानते हो।
किसी भी खिलाड़ी को पुरस्कार नहीं मिल सकता, जब तक कि वह खेल-कूद के नियमों का पालन नहीं करता।
परमेश्वर की उपस्थिति में और येशु मसीह की उपस्थिति में, जो जीवितों तथा मृतकों का न्याय करने के लिए आनेवाले हैं, मैं मसीह के प्रकटीकरण तथा उनके राज्य के नाम पर तुमसे यह अनुरोध करता हूँ:
और उस मंगल दिन की प्रतीक्षा करें, जब हमारी आशाएँ पूरी हो जायेंगी और हमारे महान् परमेश्वर एवं मुक्तिदाता येशु मसीह की महिमा प्रकट होगी।
कोई भी अनुशासन, अनुशासन की अवधि में सुखद नहीं, दु:खद प्रतीत होता है; किन्तु जो ताड़ना-प्रताड़ना द्वारा प्रशििक्षत होते हैं, वे बाद में धार्मिकता का शान्तिप्रद फल प्राप्त करते हैं।
उसी तरह मसीह बहुतों के पाप हरने के लिए एक ही बार अर्पित हुए। वह दूसरी बार प्रकट होंगे−पाप के कारण नहीं, बल्कि उन लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए, जो उनकी प्रतीक्षा करते हैं।
धन्य है वह, जो विपत्ति में दृढ़ बना रहता है! परीक्षा में खरा उतरने पर उसे जीवन का वह मुकुट प्राप्त होगा, जिसे प्रभु ने अपने भक्तों को देने की प्रतिज्ञा की है।
जिस समय प्रधान चरवाहा प्रकट होंगे, आप लोगों को कभी न मुरझाने वाली महिमा का मुकुट प्राप्त होगा।
देखो, वही बादलों पर आने वाले हैं। सब लोग उन्हें देखेंगे। जिन्होंने उन को बेधा, वे भी उन्हें देखेंगे और पृथ्वी के समस्त कुल उन के कारण विलाप करेंगे। यह निश्चित है। आमेन!
तब मैंने देखा कि स्वर्ग खुला है। एक सफेद घोड़ा दिखाई पड़ा और उस पर जो सवार है, वह ‘विश्वसनीय’ और ‘सच्चा’ कहलाता है। वह न्याय के अनुसार विचार और युद्ध करता है।
तुम्हें जो कष्ट भोगना होगा, उस से मत डरो। शैतान तुम्हारी परीक्षा लेने के उद्देश्य से तुम लोगों में से कुछ को क़ैद में डाल देगा और तुम लोग दस दिनों तक संकट में पड़े रहोगे। तुम मृत्यु तक विश्वस्त बने रहो और मैं तुम्हें जीवन का मुकुट प्रदान करूँगा।
इन बातों की साक्षी देने वाला यह कहता है, “मैं अवश्य शीघ्र ही आ रहा हूँ।” आमेन! हे प्रभु येशु! आइए!
तब-तब चौबीस धर्मवृद्ध सिंहासन पर विराजमान को दण्डवत करते हैं, युग-युगों तक जीवित रहने वाले की आराधना करते और यह कहते हुए सिंहासन के सामने अपने मुकुट डाल देते हैं :
सिंहासन के चारों ओर चौबीस धर्मवृद्ध विराजमान हैं। वे उजले वस्त्र पहने हैं और उनके सिर पर सोने के मुकुट हैं।