2 तीमुथियुस 4:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं अच्छी लड़ाई लड़ चुका हूँ, अपनी दौड़ पूरी कर चुका हूँ और मैंने अब तक विश्वास को सुरक्षित रखा है। पवित्र बाइबल मैं उत्तम प्रतिस्पर्द्धा में लगा रहा हूँ। मैं अपनी दौड़, दौड़ चुका हूँ। मैंने विश्वास के पन्थ की रक्षा की है। Hindi Holy Bible मैं अच्छी कुश्ती लड़ चुका हूं मैं ने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैं ने विश्वास की रखवाली की है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं अच्छी कुश्ती लड़ चुका हूँ, मैं ने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैं ने विश्वास की रखवाली की है। नवीन हिंदी बाइबल मैं अच्छी कुश्ती लड़ चुका हूँ, मैंने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैंने विश्वास की रखवाली की है। सरल हिन्दी बाइबल मेरा संघर्ष सार्थक रहा है. मैंने अपनी दौड़ पूरी कर ली है. मैंने दृढतापूर्वक विश्वास को थामे रखा है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं अच्छी कुश्ती लड़ चुका हूँ, मैंने अपनी दौड़ पूरी कर ली है, मैंने विश्वास की रखवाली की है। |
किन्तु वे पचास वर्ष की आयु में सेवा-मुक्त हो जाएँगे। इसके आगे वे सेवा-कार्य नहीं करेंगे।
परन्तु येशु ने कहा, “किन्तु वे कहीं अधिक धन्य हैं, जो परमेश्वर का वचन सुनते और उसका पालन करते हैं।”
अच्छी भूमि पर गिरे हुए बीज वे लोग हैं, जो वचन सुन कर उसे सच्चे और निष्कपट हृदय में सुरक्षित रखते और अपने धैर्य के कारण फल लाते हैं।
“तूने जिन लोगों को संसार में से चुन कर मुझे सौंपा, उन पर मैंने तेरा नाम प्रकट किया है। वे तेरे थे। तूने उन्हें मुझे सौंपा और उन्होंने तेरे वचन का पालन किया है।
इस पर येशु ने उन से कहा, “जिसने मुझे भेजा, उसकी इच्छा पर चलना और उसका कार्य पूरा करना, यही मेरा भोजन है।
अपना जीवन-कार्य पूरा करते समय योहन ने कहा, ‘तुम लोग मुझे जो समझते हो, मैं वह नहीं हूँ। किन्तु देखो, मेरे बाद वह आने वाले हैं, जिनके पैरों के जूते खोलने योग्य भी मैं नहीं हूँ।’
किन्तु मेरी दृष्टि में मेरे जीवन का कोई मूल्य नहीं। मैं तो केवल अपनी दौड़ समाप्त करना और वह सेवाकार्य पूरा करना चाहता हूँ, जिसे प्रभु येशु ने मुझे सौंपा है − अर्थात् मैं परमेश्वर के अनुग्रह के शुभ समाचार की साक्षी देता रहूँ।
परमेश्वर ने मुझ पर प्रकट किया था कि मुझे जाना चाहिए। मैंने उन लोगों के सामने-परन्तु एकान्त में प्रतिष्ठित व्यक्तियों के सामने-वह शुभ समाचार प्रस्तुत किया जिसका प्रचार मैं गैर-यहूदियों के बीच करता हूँ, जिससे ऐसा न हो कि जो दौड़-धूप मैं कर रहा हूँ अथवा कर चुका हूँ, वह व्यर्थ हो जाए।
क्योंकि आप भी उस संघर्ष में लगे हुए हैं, जो आपने मुझे करते देखा और जिस में मैं अब भी लगा हुआ हूँ, जैसा कि आप सुनते होंगे।
पुत्र तिमोथी! जो नबूवतें पहले तुम्हारे विषय में हो चुकी हैं, उनके अनुरूप मैं तुम्हें यह भार सौंप रहा हूँ। तुम उनसे बल ग्रहण करो और विश्वास एवं शुद्ध अन्त:करण से सज्जित हो कर अच्छी लड़ाई लड़ो। कुछ लोगों ने अपने अन्त:करण की वाणी का तिरस्कार किया और इस कारण उनकी विश्वास-रूपी नौका डूब गई!
विश्वास के उत्तम संघर्ष में संघर्ष करते रहो और उस शाश्वत जीवन पर अधिकार प्राप्त करो, जिसके लिए तुम बुलाये गये हो और जिसके विषय में तुमने बहुत-से गवाहों के सामने अपने विश्वास की उत्तम साक्षी दी है।
तिमोथी! जो निधि तुम्हें सौपी गयी है, उसे सुरक्षित रखो। अधार्मिक शब्द-आडम्बर और मिथ्या ‘ज्ञान’ के वाद-प्रतिवादों से दूर रहो।
जो उत्तम निधि तुम्हें सौंपी गयी, उसे हम में निवास करने वाले पवित्र आत्मा की सहायता से सुरक्षित रखो।
तुमने मेरी शिक्षा, मेरे आचरण, मेरे उद्देश्य, मेरे विश्वास, सहनशीलता, प्रेम और धैर्य का अनुकरण किया है।
तुम मेरे आदेशानुसार दृढ़ बने रहे, इसलिए मैं भी तुम्हें उस परीक्षा के समय सुरक्षित रखूँगा, जो समस्त निवासियों के विश्वास को परखेगी।
“मैं तुम्हारे आचरण से परिचित हूँ। मैंने तुम्हारे लिए एक द्वार खोला, जिसे कोई नहीं बन्द कर सकता। तुम्हारी शक्ति सीमित है, फिर भी तुम ने मेरी शिक्षा का पालन किया और मेरा नाम अस्वीकार नहीं किया है।
उन में प्रत्येक को एक उजला वस्त्र दिया गया और उन से थोड़ा समय और धैर्य रखने को कहा गया, जब तक उनके साथी-सेवकों एवं भाई-बहिनों की संख्या पूरी न हो जाए, जो उनके समान मारे जानेवाले थे।
यह इस्राएल की पीढ़ियों के हित में था कि वे युद्ध का ज्ञान प्राप्त करें। कम से कम वे इस्राएली लोग युद्ध-कला को सीखें जिन्हें पहले से युद्ध का व्यावहारिक ज्ञान नहीं था।