क्योंकि उसने वह दिन निश्चित किया है, जिस में वह एक पूर्व-निर्धारित व्यक्ति द्वारा समस्त संसार का न्यायपूर्वक विचार करेगा। परमेश्वर ने उस व्यक्ति को मृतकों में से पुनर्जीवित कर सब को अपने इस निश्चय का प्रमाण दिया है।”
2 तीमुथियुस 3:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु, जहाँ तक तुम्हारा संबंध है, तुम उस पर आचरण करते रहो जो तुमने सीखा है और जिसमें तुमने दृढ़ विश्वास किया है। याद रखो कि किन लोगों से तुमने यह सब सीखा है पवित्र बाइबल किन्तु तुमने जिन बातों को सीखा और माना है, उन्हें करते जाओ। तुम जानते हो कि उन बातों को तुमने किनसे सीखा है। Hindi Holy Bible पर तू इन बातों पर जो तू ने सीखीं हैं और प्रतीति की थी, यह जानकर दृढ़ बना रह; कि तू ने उन्हें किन लोगों से सीखा था पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पर तू उन बातों पर जो तू ने सीखीं हैं और विश्वास किया है, यह जानकर दृढ़ बना रह कि तू ने उन्हें किन लोगों से सीखा है, नवीन हिंदी बाइबल परंतु तू उन बातों पर स्थिर रह जो तूने सीखी हैं और जिनका तुझे निश्चय हुआ है; क्योंकि तू यह जानता है कि तूने उन्हें किनसे सीखा है, सरल हिन्दी बाइबल किंतु तुम स्वयं उन शिक्षाओं में, जो तुमने प्राप्त की तथा जिनकें विषय में तुम आश्वस्त हो चुके हो, स्थिर रहो, यह याद रखते हुए कि किन्होंने तुम्हें ये शिक्षाएं दी हैं, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पर तू इन बातों पर जो तूने सीखी हैं और विश्वास किया था, यह जानकर दृढ़ बना रह; कि तूने उन्हें किन लोगों से सीखा है, |
क्योंकि उसने वह दिन निश्चित किया है, जिस में वह एक पूर्व-निर्धारित व्यक्ति द्वारा समस्त संसार का न्यायपूर्वक विचार करेगा। परमेश्वर ने उस व्यक्ति को मृतकों में से पुनर्जीवित कर सब को अपने इस निश्चय का प्रमाण दिया है।”
कोई एक दिन को दूसरे दिन से श्रेष्ठ मानता है, जब कि कोई सब दिनों को बराबर समझता है। हर व्यक्ति इसके सम्बन्ध में अपनी-अपनी धारणा बना ले।
जिससे वे हिम्मत न हारें, प्रेम की एकता में बँधे रहें, सुनिश्चित अन्तर्ज्ञान की परिपूर्णता प्राप्त करें और इस प्रकार परमेश्वर के रहस्य के मर्म तक पहुँच जायें। वह रहस्य स्वयं मसीह है,
क्योंकि हमने निरे शब्दों द्वारा नहीं, बल्कि सामर्थ्य, पवित्र आत्मा तथा दृढ़ विश्वास के साथ आप लोगों के बीच शुभ समाचार का प्रचार किया। आप जानते हैं कि आपके कल्याण के लिए आप के बीच हमारा आचरण कैसा था।
हम इसलिए निरन्तर परमेश्वर को धन्यवाद देते हैं कि जब आपने हम से परमेश्वर का सन्देश सुना और ग्रहण किया, तो आपने उसे मनुष्यों का वचन नहीं, बल्कि- जैसा कि वह वास्तव में है- परमेश्वर का वचन समझ कर स्वीकार किया और यह वचन अब आप विश्वासियों में क्रियाशील है।
तुम अपने विषय में जागरूक रहो तथा अपनी शिक्षा के विषय में सावधान रहो। इन बातों में दृढ़ बने रहो। ऐसा करने से तुम अपनी तथा अपने श्रोताओं की मुक्ति का कारण बनोगे।
जो हितकारी उपदेश तुम को मुझ से मिला, उसे अपना मापदण्ड मान लो और येशु मसीह की संगति के विश्वास तथा प्रेम में दृढ़ बने रहो।
तुम्हें अनेक सािक्षयों के सामने मुझ से जो शिक्षा मिली, उसे तुम ऐसे विश्वस्त व्यक्तियों को सौंप दो, जो स्वयं दूसरों को शिक्षा देने योग्य हों।
और यह कि तुम बचपन से पवित्र आलेखों से परिचित हो। ये पवित्र आलेख तुम्हें उस मुक्ति का ज्ञान दे सकते हैं, जो येशु मसीह में विश्वास करने से प्राप्त होती है।
वह धर्मसमत्त विश्वसनीय वचन पर दृढ़ रहे, जिससे वह हितकारी शिक्षा द्वारा उपदेश दे सके और आपत्ति करनेवालों को निरुत्तर कर सके।
इसलिए हम अपने दोषी अंत:करण से शुद्ध होने के लिए हृदय पर छिड़काव कर और अपने शरीर को स्वच्छ जल से धो कर निष्कपट हृदय से तथा पूर्ण विश्वास के साथ परमेश्वर के पास आएं।
मैं चाहता हूँ कि आपकी आशा परिपूर्ण हो जाने तक आप लोगों में हर एक व्यक्ति यही तत्परता दिखलाता रहे।