तब मुझ-प्रभु के लिए, मन्नत में अथवा स्वेच्छा से या निर्धारित पर्वों पर, प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध के लिए अपने भेड़-बकरी, गाय-बैल में से कोई पशु अग्नि में चढ़ाना। तुम उसे अग्नि-बलि अथवा अन्य प्रकार की पशु-बलि में चढ़ाना।
2 कुरिन्थियों 2:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) विनष्ट हो जाने वालों के लिए यह गंध घातक हो कर मृत्यु की ओर ले जाती है; किन्तु मुक्ति प्राप्त करने वालों के लिए यह जीवनदायक हो कर जीवन की ओर ले जाती है। इस कार्य को योग्य रीति से कौन सम्पन्न कर सकता है? पवित्र बाइबल किन्तु उनके लिये जो विनाश के मार्ग पर हैं, यह मृत्यु की ऐसी दुर्गन्ध है, जो मृत्यु की ओर ले जाती है। पर उनके लिये जो उद्धार के मार्ग पर बढ़ रहे हैं, यह जीवन की ऐसी सुगंध है, जो जीवन की ओर अग्रसर करती है। किन्तु इस काम के लिये सुपात्र कौन है? Hindi Holy Bible कितनो के लिये तो मरने के निमित्त मृन्यु की गन्ध, और कितनो के लिये जीवन के निमित्त जीवन की सुगन्ध, और इन बातों के योग्य कौन है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कुछ के लिये तो मरने के निमित्त मृत्यु की गन्ध, और कितनों के लिये जीवन के निमित्त जीवन की सुगन्ध। भला इन बातों के योग्य कौन है? नवीन हिंदी बाइबल कुछ के लिए तो मृत्यु की ओर ले जानेवाली मृत्यु की गंध, और कुछ के लिए जीवन की ओर ले जानेवाली जीवन की सुगंध। भला इन बातों के योग्य कौन है? सरल हिन्दी बाइबल जो नाश हो रहे हैं, उनके लिए हम मृत्यु की घातक गंध तथा उद्धार प्राप्त करते जा रहे व्यक्तियों के लिए जीवन की प्राणदायी सुगंध. किसमें है इस प्रकार के काम करने की योग्यता? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कितनों के लिये तो मरने के निमित्त मृत्यु की गन्ध, और कितनों के लिये जीवन के निमित्त जीवन की सुगन्ध, और इन बातों के योग्य कौन है? |
तब मुझ-प्रभु के लिए, मन्नत में अथवा स्वेच्छा से या निर्धारित पर्वों पर, प्रभु को अग्नि में अर्पित सुखद सुगन्ध के लिए अपने भेड़-बकरी, गाय-बैल में से कोई पशु अग्नि में चढ़ाना। तुम उसे अग्नि-बलि अथवा अन्य प्रकार की पशु-बलि में चढ़ाना।
शिमोन ने उन्हें आशीर्वाद दिया और बालक की माता मरियम से यह कहा, “देखिए, यह बालक एक ऐसा चिह्न है जिसका लोग विरोध करेंगे। इस के कारण इस्राएल में बहुतों का पतन और उत्थान होगा
येशु ने कहा, “मैं संसार में न्याय के लिए आया हूँ, जिससे जो अन्धे हैं, वे देखने लगें और जो देखते हैं, वे अन्धे हो जाएँ।”
मैं जो कुछ भी हूँ परमेश्वर की कृपा से हूँ और जो कृपा मुझे उससे मिली, वह व्यर्थ नहीं हुई। मैंने उन सबसे अधिक परिश्रम किया है-मैंने नहीं, बल्कि परमेश्वर की कृपा ने, जो मुझ में विद्यमान है।
मैं मूर्खतापूर्ण बातें कर रहा हूँ-आप लोगों ने मुझे इसके लिए बाध्य किया। आप को मेरी सिफारिश करनी चाहिए थी, क्योंकि यद्यपि मैं कुछ भी नहीं हूँ, फिर भी मैं उन महान् प्रेरितों से किसी भी तरह कम नहीं हूँ।