‘निस्सन्देह तुम मानव-जाति का प्रतिनिधित्व करते हो, और तुम्हारे मरने पर, बुद्धि भी मर जाएगी!
2 कुरिन्थियों 10:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो लोग अपनी ही सिफारिश करते हैं, हम उनके बराबर होने या उनसे अपनी तुलना करने का साहस नहीं करते। वे अपने ही मापदण्ड से अपना मूल्यांकन करते और अपने से अपनी तुलना करते हैं। इस प्रकार वे अपनी मूर्खता का परिचय देते हैं। पवित्र बाइबल हम उन कुछ लोगों के साथ अपनी तुलना करने का साहस नहीं करते जो अपने आपको बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं। किन्तु जब वे अपने को एक दूसरे से नापते हैं और परस्पर अपनी तुलना करते हैं तो वे यह दर्शाते हैं कि वे नहीं जानते कि वे कितने मूर्ख हैं। Hindi Holy Bible क्योंकि हमें यह हियाव नहीं कि हम अपने आप को उन में से ऐसे कितनों के साथ गिनें, या उन से अपने को मिलाएं, जो अपनी प्रशंसा करते हैं, और अपने आप को आपस में नाप तौलकर एक दूसरे से मिलान करके मूर्ख ठहरते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि हमें यह साहस नहीं कि हम अपने आप को उनमें से ऐसे कुछ के साथ गिनें या उनसे अपने को मिलाएँ, जो अपनी प्रशंसा आप करते हैं, और अपने आप को आपस में नाप तौलकर एक दूसरे से मिलान करके मूर्ख ठहरते हैं। नवीन हिंदी बाइबल हम उनके साथ अपनी गिनती या तुलना करने का साहस नहीं करते जो अपनी ही प्रशंसा करते हैं; परंतु जब वे स्वयं से अपने को नापते और स्वयं से ही अपनी तुलना करते हैं तो नासमझ ठहरते हैं। सरल हिन्दी बाइबल हम उनके साथ अपनी गिनती या तुलना करने का साहस नहीं करते, जो अपनी ही प्रशंसा करने में लीन हैं. वे अपने ही मापदंडों के अनुसार अपने आपको मापते हैं तथा अपनी तुलना वे स्वयं से ही करते हैं. एकदम मूर्ख हैं वे! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि हमें यह साहस नहीं कि हम अपने आपको उनके साथ गिनें, या उनसे अपने को मिलाएँ, जो अपनी प्रशंसा करते हैं, और अपने आपको आपस में नाप तौलकर एक दूसरे से तुलना करके मूर्ख ठहरते हैं। |
‘निस्सन्देह तुम मानव-जाति का प्रतिनिधित्व करते हो, और तुम्हारे मरने पर, बुद्धि भी मर जाएगी!
यदि तुझे ऐसा मनुष्य मिले, जो स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान मानता है, तो उस मनुष्य से अधिक मूर्ख का भविष्य उज्ज्वल है।
तू अपनी प्रशंसा अपने मुंह से न करना; दूसरे लोग तेरी प्रशंसा करें तो करें। दूसरे मनुष्य के मुख से तेरी प्रशंसा हो, यह शोभा देता है; अपने आप मियां-मिट्ठू मत बनना।
फरीसी खड़े-खड़े इस प्रकार प्रार्थना कर रहा था, ‘परमेश्वर! मैं तुझे धन्यवाद देता हूँ कि मैं दूसरे लोगों की तरह लोभी, अन्यायी, व्यभिचारी नहीं हूँ और न इस चुंगी-अधिकारी की तरह हूँ।
मैं केवल उन बातों की चर्चा करने का साहस करूँगा, जिन्हें मसीह ने गैर-यहूदियों को विश्वास की अधीनता स्वीकार करने के लिए मेरे द्वारा वचन और कर्म से,
जो लोग यह कहते हैं, वे इस पर विचार करें कि हम दूर रहते हुए पत्रों में जो बातें लिखते हैं, उन्हें आप के यहाँ विद्यमान रहते हुए कार्य में कर दिखाएँगे।
इसलिए जो अपनी सिफ़ारिश करता है, वह नहीं, बल्कि जिसे प्रभु की सिफ़ारिश प्राप्त है, वही सुयोग्य है।
क्या हम फिर अपनी प्रशंसा करने लगे? क्या कुछ अन्य लोगों की तरह यह हमारे लिए आवश्यक है कि हम आप को सिफ़ारिशी पत्र दिखायें अथवा आप से मांगें?
हम फिर आप लोगों के सामने अपनी प्रशंसा नहीं करेंगे। हम चाहते हैं कि आप को हम पर गर्व करने का अवसर मिले और आप उन लोगों का मुंह बन्द कर सकें, जो हृदय की बातों पर नहीं, बल्कि दिखावे की बातों पर गर्व करते हैं।