प्रभु ने उसी दिन अब्राम के साथ विधान का संबंध स्थापित किया। उसने कहा, ‘मैं तेरे वंश को यह देश, अर्थात् मिस्र देश की नदी से महानदी फरात तक की भूमि देता हूं,
2 इतिहास 9:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा सुलेमान फरात नदी से लेकर पलिश्तियों के देश तक के राजाओं पर राज्य करता था। उसके राज्य की सीमा मिस्र देश की सीमा तक फैली हुई थी। पवित्र बाइबल सुलैमान फरात नदी से लगातार पलिश्ती लोगों के देश तक और मिस्र की सीमा तक के राजाओं का सम्राट था। Hindi Holy Bible और वह महानद से ले पलिश्तियों के देश और मिस्र के सिवाने तक के सब राजाओं पर प्रभुता करता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह महानद से ले पलिश्तियों के देश और मिस्र की सीमा तक के सब राजाओं पर प्रभुता करता था। सरल हिन्दी बाइबल शलोमोन का अधिकार फरात नदी से लेकर फिलिस्तीनियों के देश और मिस्र देश की सीमा तक के सभी राजाओं के ऊपर था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह फरात से पलिश्तियों के देश और मिस्र की सीमा तक के सब राजाओं पर प्रभुता करता था। |
प्रभु ने उसी दिन अब्राम के साथ विधान का संबंध स्थापित किया। उसने कहा, ‘मैं तेरे वंश को यह देश, अर्थात् मिस्र देश की नदी से महानदी फरात तक की भूमि देता हूं,
सुलेमान फरात नदी से पलिश्ती देश तक तथा मिस्र देश की सीमा तक आने वाले समस्त राज्यों पर शासन करता था। ये राज्य उसको कर देते थे। ये उसके जीवन-भर उसके अधीन बने रहे।
सुलेमान फरात नदी की पश्चिमी दिशा के समस्त क्षेत्र का, तिप्साह से गाजा तक के भूमि-क्षेत्र का, जितने राज्य फरात नदी के पश्चिम में थे, उन सब का सम्राट था। उसके साम्राज्य में चारों ओर शान्ति थी।
जब सोर देश के राजा हीराम ने यह सुना कि लोगों ने सुलेमान को उसके पिता के स्थान पर राजा अभिषिक्त किया है, तब उसने उसके पास राजदूत भेजे; क्योंकि वह दाऊद के जीवन भर उसका मित्र था।
मैं तेरे राज्य की सीमा लाल सागर से पलिश्ती जाति के समुद्र तक, निर्जन प्रदेश से फरात नदी तक निश्चित करूँगा। मैं देश के निवासियों को तेरे हाथ में सौंप दूंगा और तू उन्हें अपने सम्मुख से निकाल देगा।
तब प्राचीन युग-पुरुष ने उसको शासन का अधिकार, महिमा और राज्य प्रदान किया ताकि पृथ्वी की समस्त कौमें, राष्ट्र और भिन्न-भिन्न भाषाएं बोलने वाले लोग उसकी सेवा करें। उसका शासन शाश्वत शासन है; जो कभी समाप्त न होगा; उसका राज्य युगानुयुग अटल है, जिसका कभी नाश न होगा।