यों राजा सुलेमान ने प्रभु के भवन का निर्माण-कार्य समाप्त किया। तत्पश्चात् वह अपने पिता दाऊद के द्वारा अर्पित की गई वस्तुएं − सोना, चांदी तथा अमूल्य पात्र − प्रभु के भवन में ले गया। उसने उनको भवन के भण्डारगृहों में रख दिया।
2 इतिहास 8:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पुरोहितों और उप-पुरोहितों ने राजा के सब आदेशों का पूर्णत: पालन किया। यहां तक कि भण्डार-गृहों, तथा मन्दिर के कोषागार के सम्बन्ध में भी वे राजा के आदेश का पालन करते थे। पवित्र बाइबल इस्राएल के लोगों ने सुलैमान द्वारा याजकों और लेवीवंशियों को दिये गए निर्देशों को न बदला, न ही उनका उल्लघंन किया। उन्होंने किसी भी निर्दश में वैसे भी परिवर्तन नहीं किये जैसे वे बहुमूल्य चीज़ों को रखने में करते थे। Hindi Holy Bible और राजा ने भण्डारों या किसी और बात में याजकों और लेवियों के लिये जो जो आज्ञा दी थी, उनको न टाला। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राजा ने भण्डारों या किसी और बात के सम्बन्ध में याजकों और लेवियों को जो जो आज्ञा दी थी, उन्होंने उसे न टाला। सरल हिन्दी बाइबल वे राजा द्वारा पुरोहितों और लेवियों को दिए गए किसी भी विषय के या भंडार घरों से संबंधित आदेश से ज़रा भी अलग न हुए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राजा ने भण्डारों या किसी और बात के सम्बंध में याजकों और लेवियों को जो-जो आज्ञा दी थी, उन्होंने उसे न टाला। |
यों राजा सुलेमान ने प्रभु के भवन का निर्माण-कार्य समाप्त किया। तत्पश्चात् वह अपने पिता दाऊद के द्वारा अर्पित की गई वस्तुएं − सोना, चांदी तथा अमूल्य पात्र − प्रभु के भवन में ले गया। उसने उनको भवन के भण्डारगृहों में रख दिया।
कुछ सेवक मन्दिर के लकड़ी के सामान, समस्त पवित्र पात्रों, मैदा, अंगूर के रस, तेल, लोबान और सुगन्धित धूप-द्रव्यों की देख-भाल करते थे।
यहूदा प्रदेश में भी परमेश्वर ने अपना सामर्थ्य प्रकट किया और निवासियों को एकमत किया कि वे राजा हिजकियाह और उसके उच्चाधिकारियों की राजाज्ञा को मानें, जो उन्होंने प्रभु की वाणी के अनुसार दी थी।
उसके पिता दाऊद ने पुरोहितों और उप-पुरोहितों के सेवा-कार्य अलग-अलग बांट दिए थे। उसने अपने पिता के प्रबन्ध के अनुसार ऐसा ही किया: उसने पुरोहित-कार्य सम्पन्न करने के लिए पुरोहितों के दल बनाए, और उनकी बारी निश्चित कर दी। उसने उप-पुरोहितों का गायक-दल नियुक्त किया। ये उप-पुरोहित आराधना के समय न केवल वाद्य-यन्त्र बजाते थे, बल्कि वे दैनिक आराधना में पुरोहितों की सहायता भी करते थे। राजा सुलेमान ने मन्दिर के प्रवेश-द्वारों पर पहरा देने के लिए उप-पुरोहितों के अनेक दल बना दिए थे। इस प्रकार उप-पुरोहित द्वारपाल भी थे; क्योंकि परमेश्वर के जन दाऊद ने ऐसा ही आदेश दिया था।
यों राजा सुलेमान का निर्माण-कार्य − प्रभु के भवन की नींव डालने के दिन से, उसके बनकर तैयार होने तक का समस्त कार्य − समाप्त हुआ। इस प्रकार प्रभु का भवन निर्मित हो गया।