तब नामान अपने दल-बल के साथ परमेश्वर के जन एलीशा के पास लौटा। वह उनके सम्मुख खड़ा हुआ और उसने यह कहा, ‘अब मुझे अनुभव हुआ कि इस्राएल प्रदेश के अतिरिक्त पृथ्वी के किसी भी देश में परमेश्वर नहीं है। अत: अब अपने सेवक की ओर से यह भेंट स्वीकार कीजिए।’
2 इतिहास 6:32 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जब कोई विदेशी, जो तेरे निज लोग इस्राएल जाति का नहीं है, तेरे महान नाम के कारण, तेरे सामर्थी हाथ और उद्धार के हेतु फैली हुई भुजाओं के कारण दूर देश से आएगा और इस भवन की ओर मुख कर प्रार्थना करेगा पवित्र बाइबल “कोई ऐसा अजनबी हो सकता है जो इस्राएल के लोगों में से न हो, किन्तु वह उस देश से आया हो जो बहुत दूर हो और वह अजनबी तेरी प्रतिष्ठा, तेरी असीम शक्ति और तेरी दण्ड देने की क्षमता के कारण आया हो। जब वह व्यक्ति आए और इस मन्दिर को देखता हुआ प्रार्थना करे Hindi Holy Bible फिर परदेशी भी जो तेरी प्रजा इस्राएल का न हो, जब वह तेरे बड़े नाम और बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा के कारण दूर देश से आए, और आकर इस भवन की ओर मुंह किए हुए प्रार्थना करे, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “फिर परदेशी भी जो तेरी प्रजा इस्राएल का न हो, जब वह तेरे बड़े नाम और बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा के कारण दूर देश से आए, और आकर इस भवन की ओर मुँह किए हुए प्रार्थना करे, सरल हिन्दी बाइबल “इसी प्रकार जब कोई परदेशी, जो आपकी प्रजा इस्राएल में से नहीं है, आपकी महिमा आपके महाकार्य और आपकी महाशक्ति के विषय में सुनकर वे यहां ज़रूर आएंगे; तब, जब वह विदेशी यहां आकर इस भवन की ओर होकर प्रार्थना करे, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “फिर परदेशी भी जो तेरी प्रजा इस्राएल का न हो, जब वह तेरे बड़े नाम और बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा के कारण दूर देश से आए, और आकर इस भवन की ओर मुँह किए हुए प्रार्थना करे, |
तब नामान अपने दल-बल के साथ परमेश्वर के जन एलीशा के पास लौटा। वह उनके सम्मुख खड़ा हुआ और उसने यह कहा, ‘अब मुझे अनुभव हुआ कि इस्राएल प्रदेश के अतिरिक्त पृथ्वी के किसी भी देश में परमेश्वर नहीं है। अत: अब अपने सेवक की ओर से यह भेंट स्वीकार कीजिए।’
एक दिन उसने अपनी मालकिन से कहा, ‘भला होता कि हमारे मालिक सामरी नगर में रहने वाले नबी के सम्मुख जाते। नबी मालिक को उनके कुष्ठ-रोग से स्वस्थ कर सकते हैं।’
जब परमेश्वर के जन एलीशा ने सुना कि इस्राएल प्रदेश के राजा ने अपने वस्त्र फाड़ दिए, तब उन्होंने राजा को यह सन्देश भेजा : ‘महाराज, आपने अपने वस्त्र क्यों फाड़े? सेनापति को मेरे पास आने दीजिए। तब उसे अनुभव होगा कि इस्राएल प्रदेश में एक नबी है।’
इस प्रकार वे जीवनभर तेरी भक्ति करते हुए इस देश में निवास करेंगे, जो तूने हमारे पूर्वजों को दिया है।
जब भविष्य में तेरा पुत्र तुझसे पूछे, “इसका क्या अर्थ है?” तब तू उससे कहना, “प्रभु अपने भुजबल से हमें मिस्र देश से, दासत्व के घर से बाहर निकाल लाया था।
जा, इस्राएलियों से कहना, “मैं प्रभु हूं। मैं तुम्हें मिस्र निवासियों के बोझ के दबाव से बाहर निकालूंगा। मैं तुम्हें उनकी गुलामी से मुक्त करूंगा। मैं अपना हाथ बढ़ाऊंगा और न्याय-निर्णय के महान कार्य करके तुम्हारा उद्धार करूंगा।
प्रभु की यह वाणी है : ‘जैसे इस्राएली आराधक अन्नबलि को शुद्ध पात्र में रखकर प्रभु-गृह में लाते हैं, वैसे ही वे सभी राष्ट्रों में से तुम्हारे जाति-भाई-बन्धुओं को घोड़ों, रथों, पालकियों, खच्चरों और ऊंटनियों पर बैठा कर पवित्र पर्वत यरूशलेम में लाएंगे, और मुझे भेंट के रूप में अर्पित करेंगे।
महान राष्ट्र और बड़ी-बड़ी कौमें स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु को खोजने के लिए यरूशलेम में जाएंगी। वे प्रभु की कृपा के लिए निवेदन करेंगे।
न्याय के दिन दक्षिण की रानी इस पीढ़ी के साथ खड़ी होगी और इसे दोषी ठहराएगी; क्योंकि वह सुलेमान की बुद्धिमत्तापूर्ण बातें सुनने के लिए पृथ्वी के सीमान्तों से आयी थी, और देखो, यहाँ वह है, जो सुलेमान से भी महान है!
येशु का जन्म यहूदा प्रदेश के बेतलेहम नगर में हुआ। उस समय हेरोदेस राजा था। येशु के जन्म के बाद ज्योतिषी पूर्व के देशों से यरूशलेम नगर में आये
मेरी और भी भेड़ें हैं, जो इस भेड़शाला की नहीं हैं। मुझे उन्हें भी लाना है। वे मेरी आवाज सुनेंगी। तब एक ही झुण्ड होगा और एक ही चरवाहा।
फ्रुगिया और पंफुलिया, मिस्र और कुरेने के निकटवर्ती लीबिया के निवासी; रोम के यहूदी तथा नवयहूदी प्रवासी,
उसने उनसे कहा, ‘मैं जानती हूं कि प्रभु ने तुम्हें हमारा यह देश दे दिया है। हम-सब पर तुम्हारा डर छा गया है। इस देश के निवासी तुम्हारे विचारमात्र से आतंकित हो गए हैं;
तब उन्होंने उससे यह कहा, ‘हम आपके सेवक, आपके प्रभु परमेश्वर का नाम सुनकर बहुत दूर देश से आए हैं। जो कार्य उसने मिस्र देश में किया है, उसके विषय में हमने सुना है।
रूत ने कहा, ‘आप मुझसे विनती मत कीजिए कि मैं आपको छोड़ दूँ, आपके पीछे-पीछे न आऊं और लौट जाऊं। जहाँ-जहाँ आप जाएँगी, वहाँ-वहाँ मैं भी जाऊंगी। जहाँ आप रहेंगी, वहाँ मैं भी रहूँगी। आपके लोग, मेरे लोग होंगे। आपका परमेश्वर मेरा परमेश्वर होगा।