तो तू स्वर्ग से उनकी प्रार्थना सुनना। अपने निज लोग इस्राएलियों के पाप क्षमा करना, और उनके देश में, जो तूने उनके पूर्वजों को और उनके पूर्वजों के बाद उनको दिया था, उन्हें लौटा लाना।
2 इतिहास 6:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जब वे तेरे विरुद्ध पाप करेंगे और तू आकाश के झरोखे बन्द कर देगा और उनके देश में वर्षा नहीं होगी, तब यदि वे इस भवन की ओर मुख कर प्रार्थना करेंगे, तेरे नाम का गुणगान करेंगे, जब तू उनको दण्ड दे चुका होगा और वे पाप को छोड़कर तेरी ओर लौटेंगे, पवित्र बाइबल “आसमान कभी ऐसे बन्द हो सकता है कि वर्षा न हो। वह तब होगा जब इस्राएल के लोग तेरे विरुद्ध पाप करेंगे और यदि इस्राएल के लोगों को इसका पश्चाताप होगा और मन्दिर को देखते हुए प्रार्थना करेंगे, तेरे नाम पर पाप स्वीकार करेंगे और वे पाप करना छोड़ देंगे क्योंकि तू उन्हें दण्ड देता है। Hindi Holy Bible जब वे तेरे विरुद्ध पाप करें, और इस कारण आकाश इतना बन्द हो जाए कि वर्षा न हो, ऐसे समय यदि वे इस स्थान की ओर प्रार्थना कर के तेरे नाम को मानें, और तू जो उन्हें दु:ख देता है, इस कारण वे अपने पाप से फिरें, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “जब वे तेरे विरुद्ध पाप करें, और इस कारण आकाश इतना बन्द हो जाए कि वर्षा न हो, ऐसे समय यदि वे इस स्थान की ओर प्रार्थना करके तेरे नाम को मानें, और तू जो उन्हें दु:ख देता है, इस कारण वे अपने पाप से फिरें, सरल हिन्दी बाइबल “जब आप बारिश इसलिये रोक दें कि आपकी प्रजा ने आपके विरुद्ध पाप किया है और फिर, जब वे इस स्थान की ओर फिरकर प्रार्थना करें और आपके प्रति सच्चे हो, जब आप उन्हें सताएं, और वे पाप से फिर जाएं; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “जब वे तेरे विरुद्ध पाप करें, और इस कारण आकाश इतना बन्द हो जाए कि वर्षा न हो, ऐसे समय यदि वे इस स्थान की ओर प्रार्थना करके तेरे नाम को मानें, और तू जो उन्हें दुःख देता है, इस कारण वे अपने पाप से फिरें, |
तो तू स्वर्ग से उनकी प्रार्थना सुनना। अपने निज लोग इस्राएलियों के पाप क्षमा करना, और उनके देश में, जो तूने उनके पूर्वजों को और उनके पूर्वजों के बाद उनको दिया था, उन्हें लौटा लाना।
जब मैं आकाश के झरोखे बन्द कर दूंगा, और इस देश में वर्षा नहीं होगी; अथवा जब मेरे आदेश से टिड्डियां इस देश की फसल चट कर जाएंगी, अथवा जब मैं अपने निज लोगों के मध्य महामारियां भेजूंगा,
जो मनुष्य अपने अपराध छिपाता है वह जीवन में उन्नति नहीं करता; परन्तु अपने अपराध को स्वीकार करनेवाले और उसको पुन: न करनेवाले मनुष्य पर परमेश्वर दया करता है।
मैं उसको उजाड़ दूंगा; मैं उसको नहीं छांटूंगा, और न कुदाली से खोदकर उसको निराऊंगा। तब उसमें कंटीले झाड़-झंखाड़ उग आएंगे। मैं बादलों को भी आदेश दूंगा, कि वे उस पर पानी न बरसाएँ।
‘ओ मानव, जब किसी देश के निवासी अधर्म करने लगते हैं, और यों मुझ से विश्वासघात कर पाप करते हैं, तब मैं उनको दण्ड देने के लिए उन पर हाथ उठाता हूँ। मैं उनका “रोटी का आधार” तोड़ देता हूँ और उन पर अकाल भेजता हूं। मैं वहां से मनुष्य और पशु दोनों को नष्ट कर देता हूँ।
मैं जा रहा हूं, मैं अपने स्थान को लौट रहा हूं, जब तक वे अपना अपराध स्वीकार न करेंगे और मेरा दर्शन पाने का प्रयत्न न करेंगे; जब तक अपने संकट में मुझे नहीं ढूंढ़ेंगे, मैं उनसे विमुख रहूंगा।
तुम्हारे बल के गर्व को चूर-चूर करूंगा। तुम्हारे आकाश को लोहे के समान सख्त तथा तुम्हारी भूमि को पीतल के सदृश कठोर बना दूंगा और वर्षा नहीं होगी।
सच्चाई की बात तो यह है कि नबी एलियाह के दिनों में जब साढ़े तीन वर्षों तक पानी नहीं बरसा और सारे देश में घोर अकाल पड़ा था, तो उस समय इस्राएल देश में बहुत-सी विधवाएँ थीं।
ऐसा न हो कि प्रभु का क्रोध तुम्हारे प्रति भड़क उठे और वह आकाश के झरोखे बन्द कर दे, जिससे वर्षा न हो और भूमि अपनी उपज न दे और तुम उस उत्तम देश में अविलम्ब मिट जाओ जिसको प्रभु तुम्हें दे रहा है।
तेरे सिर के ऊपर का आकाश पीतल जैसा सख्त हो जाएगा। तेरे पैरों के नीचे की भूमि लोहा जैसे कठोर बन जाएगी। न आकाश से वर्षा होगी और न भूमि पर उपज।
इन्हें आकाश का द्वार बन्द करने का अधिकार है, ताकि इनकी नबूवत के समय पानी नहीं बरसे। इन्हें पानी को रक्त में बदलने का और जब-जब ये चाहें, तब-तब पृथ्वी पर हर प्रकार की महामारी भेजने का अधिकार है।