यहोयाकीम के राज्य-काल में बेबीलोन के राजा नबूकद-नेस्सर ने उस पर आक्रमण किया। फलत: वह तीन वर्ष तक उसके अधीन रहा। तत्पश्चात् उसने उससे सम्बन्ध-विच्छेद कर लिया और उससे विद्रोह कर दिया।
2 इतिहास 36:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यहूदा प्रदेश की जनता ने योशियाह के पुत्र यहोआहाज को चुना और उन्होंने यरूशलेम में उसके पिता के स्थान पर उसको राजा बनाया। पवित्र बाइबल यहूदा के लोगों ने यरूशलेम में नया राजा होने के लिये यहोआहाज को चुना। यहोआहाज योशिय्याह का पुत्र था। Hindi Holy Bible तब देश के लोगों ने योशिय्याह के पुत्र यहोआहाज को ले कर उसके पिता के स्थान पर यरूशलेम में राजा बनाया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब देश के लोगों ने योशिय्याह के पुत्र यहोआहाज को लेकर उसके पिता के स्थान पर यरूशलेम में राजा बनाया। सरल हिन्दी बाइबल यहोआहाज़, येहोआकिम और येहोआकिन का शासन: तब देश की प्रजा ने येरूशलेम में योशियाह के पुत्र यहोआहाज़ को उसके पिता योशियाह की जगह पर राजा होने के लिए चुना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब देश के लोगों ने योशिय्याह के पुत्र यहोआहाज को लेकर उसके पिता के स्थान पर यरूशलेम में राजा बनाया। |
यहोयाकीम के राज्य-काल में बेबीलोन के राजा नबूकद-नेस्सर ने उस पर आक्रमण किया। फलत: वह तीन वर्ष तक उसके अधीन रहा। तत्पश्चात् उसने उससे सम्बन्ध-विच्छेद कर लिया और उससे विद्रोह कर दिया।
योशियाह के पुत्र ये थे : ज्येष्ठ पुत्र योहानान, दूसरा पुत्र यहोयाकीम, तीसरा पुत्र सिदकियाह, चौथा पुत्र शल्लूम।
तब यहूदा प्रदेश की समस्त जनता ने अमस्याह के पुत्र उज्जियाह को चुना, और उसको उसके पिता के स्थान पर राजा बनाया। वह उस समय सोलह वर्ष का था।
परन्तु यहूदा प्रदेश की जनता ने राजा आमोन के षड्यन्त्रकारियों का वध कर दिया। जनता ने उसके पुत्र योशियाह को उसके स्थान पर राजा बनाया।
आरम्भ से अन्त तक उसके सब कार्यों का विवरण, ‘इस्राएल तथा यहूदा प्रदेशों के राजाओं का इतिहास-ग्रंथ’ में लिखा हुआ है।
जब यहोआहाज ने राज्य करना आरम्भ किया तब वह तेईस वर्ष का था। उसने राजधानी यरूशलेम में तीन महीने तक राज्य किया।
यहूदा प्रदेश के राजा योशियाह का पुत्र शल्लूम, जो अपने पिता योशियाह के स्थान पर राज्य कर रहा था, और जो यहां से चला गया है, उस के विषय में प्रभु यह कहता है; ‘शल्लूम अब यहां फिर नहीं लौटेगा;
अपने बच्चों में से एक बच्चे को उसने बड़ा किया, और वह तरुण सिंह बन गया। उसने शिकार पकड़ना सीख लिया। वह आदमियों का शिकार करने लगा।
‘प्रभु तुझ को और तेरे राजा को, जिसे तूने अपने ऊपर प्रतिष्ठित किया है, ऐसे देश में ले जाएगा, जिसको न तू जानता है और न तेरे पूर्वज जानते थे। वहाँ तू पराए देवताओं की, लकड़ी और पत्थर की मूर्तियों की पूजा करेगा।