परन्तु यहूदा प्रदेश के राजा से, जिसने तुम्हें मेरी इच्छा जानने के लिए भेजा है, यह कहना, इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : जो वचन तूने धर्मपुस्तक से सुने हैं, उनके विषय में मेरी यह वाणी है।
2 इतिहास 34:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु यहूदा प्रदेश के राजा से, जिसने तुम्हें मेरी इच्छा जानने के लिए भेजा है, यह कहना : इस्राएली राष्ट्र का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : जो वचन तूने धर्म-पुस्तक से सुने हैं, उनके विषय में मेरी यह वाणी है। पवित्र बाइबल “किन्तु यहूदा के राजा योशिय्याह से कहो। उसने यहोवा से पूछने के लिये तुम्हें भेजा। इस्राएल का यहोवा परमेश्वर, ‘जिन कथनों को तुमने कुछ समय पहले सुना है, उनके विषय में कहता है: Hindi Holy Bible परन्तु यहूदा का राजा जिसने तुम्हें यहोवा के पूछने को भेज दिया है उस से तुम यों कहो, कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु यहूदा का राजा जिसने तुम्हें यहोवा से पूछने को भेज दिया है उससे तुम यों कहो, कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, सरल हिन्दी बाइबल मगर यहूदिया के राजा, जिसने, तुम्हें मेरे पास भेजा है, कि मैं याहवेह से उनकी इच्छा पता करूं, उससे तुम यह कहना: ‘उन बातों के बारे में, जो तुमने सुनी है, इस्राएल के राजा को याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर का संदेश यह है: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु यहूदा का राजा जिसने तुम्हें यहोवा से पूछने को भेज दिया है उससे तुम यह कहो, कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, |
परन्तु यहूदा प्रदेश के राजा से, जिसने तुम्हें मेरी इच्छा जानने के लिए भेजा है, यह कहना, इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : जो वचन तूने धर्मपुस्तक से सुने हैं, उनके विषय में मेरी यह वाणी है।
‘तुम लोग जाओ, और मेरी ओर से, इस्राएल और यहूदा प्रदेशों के बचे हुए लोगों की ओर से, इस धर्म-पुस्तक के वचनों का अर्थ प्रभु से ज्ञात करो। प्रभु की महा-क्रोधाग्नि हमारे प्रति भड़क उठी है; क्योंकि हमारे पूर्वजों ने प्रभु का वचन नहीं माना। उन्होंने धर्म-पुस्तक में लिखे गए प्रभु के आदेशों के अनुसार कार्य नहीं किया।’
तब वह उनसे बोली, ‘इस्राएली राष्ट्र का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : जिस व्यक्ति ने तुम्हें मेरे पास भेजा है, उससे यह कहो :
इन लोगों ने मुझे त्याग दिया और अन्य जातियों के देवताओं की मूर्तियों के सम्मुख सुगंधित धूप-द्रव्य जलाया। इन्होंने अपने हाथों से देवताओं की मूर्तियां बनाकर मेरे क्रोध को भड़काया है। अत: मेरी क्रोधाग्नि इस स्थान के प्रति भड़केगी, और वह कभी नहीं बुझेगी।”
तूने हृदय से पश्चात्ताप किया। तूने मेरे सम्मुख, अपने परमेश्वर के सम्मुख, स्वयं को विनम्र बनाया। तूने इस स्थान के विरुद्ध, इसके निवासियों के विरुद्ध मेरी वाणी सुनी और मेरे सम्मुख स्वयं को दीन बनाया। तूने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े, और मेरे सम्मुख रोया। सुन, मैं-प्रभु यह कहता हूँ : मैंने तेरी प्रार्थना सुनी।