जो कार्य प्रभु की दृष्टि में उचित था, वह दाऊद ने किया था। उसने अपने जीवन-भर उन आज्ञाओं का उल्लंघन नहीं किया था, जो प्रभु ने उसे दी थीं। हां, उसने हित्ती जाति के ऊरियाह के विषय में एक बार आज्ञा-उल्लंघन किया था।
2 इतिहास 31:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा हिजकियाह ने समस्त यहूदा प्रदेश में ये कार्य किये। उसने ऐसे कार्य किये जो अपने प्रभु परमेश्वर की दृष्टि में उत्तम, उचित और धर्ममय थे। पवित्र बाइबल इस प्रकार राजा हिजकिय्याह ने पूरे यहूदा में वे सब अच्छे कार्य किये। उसने वही किया जो यहोवा, उसके परमेश्वर की दृष्टि में अच्छा, ठीक और विश्वास योग्य था। Hindi Holy Bible और सारे यहूदा में भी हिजकिय्याह ने ऐसा ही प्रबन्ध किया, और जो कुछ उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में भला ओर ठीक और सच्चाई का था, उसे वह करता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सारे यहूदा में भी हिजकिय्याह ने ऐसा ही प्रबन्ध किया, और जो कुछ उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में भला और ठीक और सच्चाई का था, उसे वह करता था। सरल हिन्दी बाइबल हिज़किय्याह ने संपूर्ण यहूदिया में यही प्रणाली लागू कर दी. उसने वही सब किया, जो याहवेह, उसके परमेश्वर की दृष्टि में भला, ठीक और सच्चा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सारे यहूदा में भी हिजकिय्याह ने ऐसा ही प्रबन्ध किया, और जो कुछ उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में भला और ठीक और सच्चाई का था, उसे वह करता था। |
जो कार्य प्रभु की दृष्टि में उचित था, वह दाऊद ने किया था। उसने अपने जीवन-भर उन आज्ञाओं का उल्लंघन नहीं किया था, जो प्रभु ने उसे दी थीं। हां, उसने हित्ती जाति के ऊरियाह के विषय में एक बार आज्ञा-उल्लंघन किया था।
‘हे प्रभु, स्मरण कर कि मैं सच्चाई और सम्पूर्ण हृदय से तेरे सम्मुख तेरे मार्ग पर चलता रहा। मैंने उन्हीं कार्यों को किया है, जो तेरी दृष्टि में उचित हैं।’ यह कहकर हिजकियाह फूट-फूटकर रोने लगा।
योशियाह ने वे कार्य किए जो प्रभु की दृष्टि में उचित हैं। वह अपने पूर्वज दाऊद के मार्ग पर चला। वह उससे तिल मात्र भी अलग नहीं हुआ।
तत्पश्चात् अबियाह अपने मृत पूर्वजों के साथ सो गया। लोगों ने उसको दाऊदपुर में गाड़ा। उसके स्थान पर उसका पुत्र आसा राज्य करने लगा। आसा के राज्यकाल में दस वर्ष तक देश में शान्ति रही।
तक प्रेम प्रतीक के रूप में दाऊद के शिविर में एक सिंहासन प्रतिष्ठित किया जाएगा, और उस पर एक सच्चा प्रशासक बैठेगा, जो निष्पक्ष न्याय करेगा, और सदा धार्मिकता की खोज में रहेगा।”
जिसे पाँच सिक्के मिले थे, उसने तुरन्त जा कर उनके साथ लेन-देन किया तथा और पाँच सिक्के कमा लिये।
येशु ने नतनएल को अपने पास आते देखा, तो उसके विषय में कहा, “देखो, यह एक सच्चा इस्राएली है। इस में कोई कपट नहीं।”
इसलिए मैं परमेश्वर तथा मनुष्यों की दृष्टि में अपना अन्त:करण निर्दोष बनाये रखने का निरन्तर प्रयत्न करता रहता हूँ।
आप, और परमेश्वर भी, इस बात के साक्षी हैं कि आप विश्वासियों के साथ हमारा आचरण कितना पवित्र, धार्मिक और निर्दोष था।
प्रियवर! आप भाई-बहिनों के लिए − और ऐसे भाई-बहिनों के लिए जिन से आप अपरिचित हैं − जो कुछ कर रहे हैं, वह एक सच्चे विश्वासी के योग्य है।