ये सब द्वारपाल, जिन्हें आंगन के द्वारपाल के रूप में चुना गया था, कुल दो सौ बारह थे। इनकी गणना वंश-क्रमानुसार इनके अपने-अपने गांव में की गई थी। दाऊद और द्रष्टा शमूएल ने उनको नियुक्त किया था, क्योंकि वे ईमानदार थे।
2 इतिहास 31:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पुरोहितों की नामावली में उनके शिशु, पत्नी, पुत्र और पुत्री आदि सब का उल्लेख रहता था। वे सच्चाई से अपने को पवित्र रखते थे। पवित्र बाइबल लेविवंशियों के बच्चे, पत्नियाँ, पुत्र तथा पुत्रियाँ भी संग्रह का अपना हिस्सा पाते थे। यह उन सभी लेवीवंशियों के लिये किया जाता था जो परिवार के इतिहास में अंकित थे। यह इसलिये हुआ कि लेवीवंशी अपने को पवित्र और सेवा के लिये तैयार रखने में दृढ़ विश्वास रखते थे। Hindi Holy Bible और सारी सभा में उनके बाल-बच्चों, स्त्रियों, बेटों और बेटियों को भी दें, जिनकी वंशवली थी, क्योंकि वे सच्चाई से अपने को पवित्र करते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सारी सभा में उनके बाल–बच्चों, स्त्रियों, बेटों और बेटियों को भी दें, जिनकी वंशावली थी, क्योंकि वे सच्चाई से अपने को पवित्र करते थे। सरल हिन्दी बाइबल वंशावली में सभी शामिल किए गए थे. सभी संतान, पत्नी, पुत्र एवं पुत्रियां. सारी सभा का नामांकन किया गया था क्योंकि हर एक ने अपने को पूरी सच्चाई से शुद्ध किया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सारी सभा में उनके बाल-बच्चों, स्त्रियों, बेटों और बेटियों को भी दें, जिनकी वंशावली थी, क्योंकि वे सच्चाई से अपने को पवित्र करते थे। |
ये सब द्वारपाल, जिन्हें आंगन के द्वारपाल के रूप में चुना गया था, कुल दो सौ बारह थे। इनकी गणना वंश-क्रमानुसार इनके अपने-अपने गांव में की गई थी। दाऊद और द्रष्टा शमूएल ने उनको नियुक्त किया था, क्योंकि वे ईमानदार थे।
उसके अधीन एदेन, मिन्यामिन, येशूअ, शमायाह, अमर्याह, और शकन्याह थे। ये सच्चाई से पुरोहितों के नगरों में भेंट बांटने में उसकी सहायता करते थे। वे वहां अपने भाई-बन्धुओं में, छोटे-बड़े सबको, विभिन्न दलों के अनुसार भेंट बांटते थे।
पुरोहितों की नामावली उनके पितृकुलों के अनुसार तैयार की गई थी और उप-पुरोहितों की नामावली उनके सेवा-कार्य तथा दल के अनुसार। उप-पुरोहितों की आयु बीस वर्ष तथा उससे ऊपर होती थी।
हारून-वंशीय पुरोहितों को उनका अंश देने के लिए अनेक नगरों में विशेष व्यक्तियों को उनके नाम से अंकित कर नियुक्त किया गया था। हारून-वंशीय पुरोहित अपने-अपने नगर के चारागाहों में रहते थे। ये व्यक्ति हारून-वंशीय परिवारों के पुरोहितों तथा सब लेवीय उप-पुरोहितों को, जिनके नाम नामावली में लिखे गए थे, उनका निर्धारित अंश देते थे।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु न्याय करने के कारण उन्नत हुआ है; पवित्र परमेश्वर धार्मिक कार्यों के द्वारा अपनी पवित्रता प्रकट करता है।
कि मैं, गैर-यहूदियों को लिए येशु मसीह का जन्म-सेवक बनकर, परमेश्वर के शुभ समाचार की सेवा पुरोहित के रूप में करूँ, जिससे गैर-यहूदी, पवित्र आत्मा द्वारा पवित्र किये जाने के बाद, परमेश्वर को अर्पित और सुग्राह्य हो जायें।