इन लेवीय उप-पुरोहितों ने अपने भाई-बन्धुओं को एकत्र किया, और स्वयं को शुद्ध किया। तत्पश्चात् वे राजा हिजकियाह के आदेश के अनुसार प्रभु के भवन को साफ और शुद्ध करने के लिए उसके भीतर गए। प्रभु ने राजा हिजकियाह को यह कार्य करने का आदेश दिया था।
2 इतिहास 30:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने दूसरे महीने की चौदहवीं तारीख को पास्का-पर्व के मेमने का वध किया। यह देख कर पुरोहित और उप-पुरोहित लज्जित हुए। उन्होंने स्वयं को शुद्ध किया, और प्रभु के भवन में अग्नि-बलि चढ़ाई। पवित्र बाइबल तब उन्होंने फसह पर्व के मेमने को दूसरे महीने के चौदहवें दिन मारा। याजक और लेवीवंशी लज्जित हुए। उन्होंने अपने को पवित्र सेवा के लिये तैयार किया। याजक और लेवीवंशी होमबलि यहोवा के मन्दिर में ले आए। Hindi Holy Bible तब दूसरे महीने के चौदहवें दिन को उन्होंने फसह के पशु बलि किए तब याजक और लेवीय लज्जित हुए और अपने को पवित्र कर के होमबलियों को यहोवा के भवन में ले आए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब दूसरे महीने के चौदहवें दिन को उन्होंने फसह के पशु बलि किए तब याजक और लेवीय लज्जित हुए और अपने को पवित्र करके होमबलियों को यहोवा के भवन में ले आए। सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद उन्होंने दूसरे महीने के चौदहवें दिन फ़सह के मेमनों का वध किया. पुरोहितों और लेवियों के लिए यह लज्जा का विषय हो गया, तब उन्होंने स्वयं को शुद्ध किया और याहवेह के भवन में वे होमबलि ले आए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब दूसरे महीने के चौदहवें दिन को उन्होंने फसह के पशुबलि किए तब याजक और लेवीय लज्जित हुए और अपने को पवित्र करके होमबलियों को यहोवा के भवन में ले आए। |
इन लेवीय उप-पुरोहितों ने अपने भाई-बन्धुओं को एकत्र किया, और स्वयं को शुद्ध किया। तत्पश्चात् वे राजा हिजकियाह के आदेश के अनुसार प्रभु के भवन को साफ और शुद्ध करने के लिए उसके भीतर गए। प्रभु ने राजा हिजकियाह को यह कार्य करने का आदेश दिया था।
आराधकों द्वारा अग्नि-बलि में चढ़ाए गए पशुओं की संख्या इस प्रकार थी : सत्तर बछड़े, सौ मेढ़े, और दो सौ मेमने। ये सब पशु प्रभु को अग्नि-बलि में चढ़ाए गए।
किन्तु बलि-पशुओं की खाल उतारने के लिए पुरोहितों की संख्या कम पड़ गई। अत: उनके भाई-बन्धु उप-पुरोहितों ने काम पूरा करने में उनकी सहायता की। अन्य पुरोहितों ने भी काम पूरा करने के लिए स्वयं को शुद्ध किया। स्वयं को शुद्ध करने का उत्साह उप-पुरोहितों में पुरोहितों की अपेक्षा अधिक था।
वर्ष के दूसरे महीने में, बेखमीर रोटी का पर्व मनाने के लिए अधिक संख्या में लोग यरूशलेम में आए। इस प्रकार यरूशलेम में आराधकों की एक अत्यन्त विशाल धर्मसभा एकत्र हो गई।
क्योंकि राजा ने, उच्चाधिकारियों तथा यरूशलेम की धर्मसभा ने, परस्पर परामर्श के पश्चात् यह निश्चय किया है कि पास्का का पर्व वर्ष के दूसरे महीने में मनाया जाए।
यहूदा प्रदेश के राजा हिजकियाह ने बलि चढ़ाने के लिए धर्मसभा को एक हजार बछड़े और सात हजार भेड़ें दी थीं। उसके उच्चाधिकारियों ने धर्मसभा को एक हजार बछड़े और दस हजार भेड़ें दी थीं। बहुत बड़ी संख्या में पुरोहितों ने स्वयं को शुद्ध किया।
इससे पहले इस्राएली राष्ट्र के लोग पास्का का पर्व नहीं मना सके थे; क्योंकि पुरोहितों ने पर्याप्त संख्या में स्वयं को शुद्ध नहीं किया था, और न इस्राएली लोग यरूशलेम में एकत्र हो सके थे।
पुरोहितों की नामावली में उनके शिशु, पत्नी, पुत्र और पुत्री आदि सब का उल्लेख रहता था। वे सच्चाई से अपने को पवित्र रखते थे।
प्रभु के आदेश का पालन करने के लिए पास्का का पर्व मनाओ। पास्का-पर्व के मेमने का वध करो, और यों अपने को शुद्ध कर अपने जाति भाई-बन्धु साधारण जनों को प्रभु के लिए तैयार करो। यही आज्ञा प्रभु ने मूसा के माध्यम से दी थी।’
जो पुरोहित भवन में उपस्थित थे, उन्होंने बिना श्रेणियों का विचार किए, स्वयं को शुद्ध किया था।
पुरोहितों ने उपपुरोहितों के साथ स्वयं को शुद्ध किया। वे सब के सब शुद्ध थे। अत: उन्होंने अपने लिए, अपने सहयोगी पुरोहितों के लिए तथा निष्कासन से लौटे हुए इस्राएलियों के लिए पास्का-पर्व का मेमना बलि किया।
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘तू लोगों के पास जा, उन्हें आज और कल शुद्ध कर। वे अपने वस्त्र धोएँ
ऐसे मनुष्य दूसरे महीने के चौदहवें दिन, सन्ध्या के समय उसको मनाएंगे। वे पास्का के बलि-पशु के मांस को बेखमीर रोटी एवं कड़ुए साग-पात के साथ खाएंगे।