किन्तु योआश के राज्य-काल के तेईसवें वर्ष तक भी पुरोहितों ने भवन की कोई मरम्मत नहीं की।
2 इतिहास 29:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु बलि-पशुओं की खाल उतारने के लिए पुरोहितों की संख्या कम पड़ गई। अत: उनके भाई-बन्धु उप-पुरोहितों ने काम पूरा करने में उनकी सहायता की। अन्य पुरोहितों ने भी काम पूरा करने के लिए स्वयं को शुद्ध किया। स्वयं को शुद्ध करने का उत्साह उप-पुरोहितों में पुरोहितों की अपेक्षा अधिक था। पवित्र बाइबल किन्तु वहाँ पर्याप्त याजक नहीं थे जो होमबलि के लिये जानवारों की खाल उतार सकें और सभी जानवरों को काट सकें। इसलिये उनके सम्बन्धी लेवीवंशियों ने उनकी सहायता तब तक की जब तक काम पूरा न हुआ और जब तक दूसरे याजक अपने को पवित्र सेवा के लिये तैयार न कर सके। लेवीवंशी यहोवा की सेवा के लिये अपने को तैयार करने में अधिक दृढ़ थे। वे याजकों की अपेक्षा अधिक दृढ़ थे। Hindi Holy Bible परन्तु याजक ऐसे थोड़े थे, कि वे सब होमबलि पशुओं की खालें न उतार सके, तब उनके भाई लेवीय उस समय तक उनकी सहायता करते रहे जब तक वह काम निपट न गया, और याजकों ने अपने को पवित्र न किया; क्योंकि लेवीय अपने को पवित्र करने के लिये पवित्र याजकों से अधिक सीधे मन के थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु याजक ऐसे थोड़े थे कि वे सब होमबलि पशुओं की खालें न उतार सके, तब उनके भाई लेवीय उस समय तक उनकी सहायता करते रहे जब तक वह काम पूरा न हो गया; और याजकों ने अपने को पवित्र न किया; क्योंकि लेवीय अपने को पवित्र करने के लिये पवित्र याजकों से अधिक सीधे मन के थे। सरल हिन्दी बाइबल मगर इनके लिए पुरोहितों की संख्या कम साबित हुई फलस्वरूप होमबलि के पहले पशुओं की खाल उतारना संभव न हो सका. इसलिये लेवी आकर इसमें उनकी सहायता तब तक करते रहे, जब तक यह काम खत्म न हो गया और जब तक बाकी पुरोहितों ने अपने आपको शुद्ध न कर लिया. क्योंकि यह देखा गया कि स्वयं को शुद्ध करने के लिए पुरोहितों की तुलना में लेवी अधिक सीधे मन के थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु याजक ऐसे थोड़े थे, कि वे सब होमबलि पशुओं की खालें न उतार सके, तब उनके भाई लेवीय उस समय तक उनकी सहायता करते रहे जब तक वह काम पूरा न हो गया; और याजकों ने अपने को पवित्र न किया; क्योंकि लेवीय अपने को पवित्र करने के लिये पवित्र याजकों से अधिक सीधे मन के थे। |
किन्तु योआश के राज्य-काल के तेईसवें वर्ष तक भी पुरोहितों ने भवन की कोई मरम्मत नहीं की।
हे मेरे परमेश्वर! मैं जानता हूं, तू हृदय को परखता है। तू निष्कपट हृदय के व्यक्ति से प्रसन्न होता है। मैं निष्कपट हृदय से यह सब भेंट स्वेच्छापूर्वक तुझे अर्पित करता हूँ। अब मैंने तेरे निज लोगों को भी देखा जिन्होंने आनन्दपूर्वक स्वेच्छा से तुझे भेंट चढ़ाई।
और जिन पशुओं को प्रभु के लिए अर्पित किया गया, उनकी संख्या इस प्रकार थी : छह सौ बछड़े और तीन हजार भेड़ें।
राजा हिजकियाह ने उनसे कहा, ‘ओ लेवी-वंशजो, मेरी बात सुनो। अब तुम स्वयं को तथा अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर के भवन को शुद्ध करो, और पवित्र स्थान से गन्दगी को दूर करो।
उन्होंने दूसरे महीने की चौदहवीं तारीख को पास्का-पर्व के मेमने का वध किया। यह देख कर पुरोहित और उप-पुरोहित लज्जित हुए। उन्होंने स्वयं को शुद्ध किया, और प्रभु के भवन में अग्नि-बलि चढ़ाई।
यहूदा प्रदेश के राजा हिजकियाह ने बलि चढ़ाने के लिए धर्मसभा को एक हजार बछड़े और सात हजार भेड़ें दी थीं। उसके उच्चाधिकारियों ने धर्मसभा को एक हजार बछड़े और दस हजार भेड़ें दी थीं। बहुत बड़ी संख्या में पुरोहितों ने स्वयं को शुद्ध किया।
इससे पहले इस्राएली राष्ट्र के लोग पास्का का पर्व नहीं मना सके थे; क्योंकि पुरोहितों ने पर्याप्त संख्या में स्वयं को शुद्ध नहीं किया था, और न इस्राएली लोग यरूशलेम में एकत्र हो सके थे।
तब उन्होंने पास्का-पर्व के मेमने का वध किया। पुरोहित पशु का वध करनेवालों के हाथ से रक्त लेते, और उस को वेदी पर छिड़क देते थे। उपपुरोहित वध किए गए पशु की खाल उतारते थे।
पुरोहितों ने उपपुरोहितों के साथ स्वयं को शुद्ध किया। वे सब के सब शुद्ध थे। अत: उन्होंने अपने लिए, अपने सहयोगी पुरोहितों के लिए तथा निष्कासन से लौटे हुए इस्राएलियों के लिए पास्का-पर्व का मेमना बलि किया।
वे मेरे पवित्र स्थान के सेवक होंगे। वे मेरे भवन के द्वारपाल होंगे, और भवन में सेवा-कार्य करेंगे। वे अग्निबलि के पशु का वध करेंगे। वे लोगों के लिए किसी भी अन्य बलि के पशु का वध करेंगे। वे आराधकों की सेवा करने के लिए उनके सामने खड़े रहेंगे।
वे तेरी सहायता तथा तम्बू की देखभाल करेंगे। किन्तु वे पवित्र-स्थान के पात्रों एवं वेदी के निकट नहीं आएंगे; अन्यथा तुम और वे मर जाएंगे।
तू लेवियों को शुद्ध करके लहर-बलि के रूप में चढ़ाएगा, उसके पश्चात् ही वे सेवा-कार्य के हेतु मिलन-शिविर में प्रवेश करेंगे।
मैंने लेवियों को इस्राएली समाज की ओर से भेंट-स्वरूप हारून और उसके पुत्रों को प्रदान किया है कि वे इस्राएलियों के लिए मिलन-शिविर में सेवा कार्य करें तथा उनके लिए प्रायश्चित करें, जिससे यदि इस्राएली लोग पवित्र-स्थान के निकट आएँ तो उन पर महामारी न आए।’