अबियाह और यारोबआम के मध्य युद्ध छिड़ गया। अबियाह सशक्त सैनिकों की एक विशाल सेना लेकर युद्ध करने निकला। उसकी सेना में चार लाख चुनिन्दे सैनिक थे। यारोबआम ने उसका सामना करने के लिए अपनी सेना को पंिक्तबद्ध किया। उसकी सेना में आठ लाख चुनिन्दे सैनिक थे।
उज्जियाह के पास एक विशाल सेना थी। उसके सैनिक युद्ध के लिए सर्वथा उपयुक्त थे। सेना का विभाजन दलों में गिनती के अनुसार होता था। सेना का संचालन राजसचिव यीएल, प्रशासक मासेयाह और राज-सेनापति हनन्याह करते थे। सेना पंिक्तबद्ध और दलों में विभाजित होकर युद्ध में जाती थी।