उसके दो दरबारियों − योजाकर बेन-शिमआत और यहोजाबाद बेन-शोमेर − ने उस पर प्राणघातक प्रहार किया और वह मर गया। उन्होंने योआश को दाऊदपुर में उसके पूर्वजों के कब्रिस्तान में गाड़ा। योआश का पुत्र अमस्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा।
2 इतिहास 24:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिन्होंने उसके विरुद्ध षड्यन्त्र रचा था, उनके नाम इस प्रकार हैं: अम्मोन देश की रहनेवाली शिम्हत का पुत्र जाबाद और मोआब देश की रहनेवाली शिम्रित का पुत्र यहोजाबाद। पवित्र बाइबल जिन सेवकों ने योआश के विरुद्ध योजना बनाई, वे ये हैं जाबाद और यहोजाबाद। जाबाद की माँ का नाम शिमात था। शिमात अम्मोन की थी। यहोजाबाद की माँ का नाम शिम्रित था। शिम्रित मोआब की थी। Hindi Holy Bible जिन्होंने उस से राजद्रोह की गोष्ठी की, वे ये थे, अर्थात अम्मोनिन, शिमात का पुत्र जाबाद और शिम्रित, मोआबिन का पुत्र यहोजाबाद। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जिन्होंने उस के विरुद्ध राजद्रोह की गोष्ठी की, वे ये थे, अर्थात् अम्मोनिन शिमात का पुत्र जाबाद, और शिम्रित मोआबिन का पुत्र यहोजाबाद। सरल हिन्दी बाइबल जिन्होंने उसके विरुद्ध षड़्यंत्र रचा था, उनके नाम है अम्मोनी शिमियथ का पुत्र ज़ाबाद और मोआबी शिमरिथ का पुत्र योज़ाबाद. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जिन्होंने उससे राजद्रोह की गोष्ठी की, वे ये थे, अर्थात् अम्मोनिन शिमात का पुत्र जाबाद, और शिम्रित मोआबिन का पुत्र यहोजाबाद। |
उसके दो दरबारियों − योजाकर बेन-शिमआत और यहोजाबाद बेन-शोमेर − ने उस पर प्राणघातक प्रहार किया और वह मर गया। उन्होंने योआश को दाऊदपुर में उसके पूर्वजों के कब्रिस्तान में गाड़ा। योआश का पुत्र अमस्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा।
सीरिया के सैनिक राजा योआश को बहुत घायल करके लौट गए। योआश के दरबारी पुरोहित यहोयादा के पुत्र के खून का बदला योआश से लेना चाहते थे। अत: उन्होंने उसके विरुद्ध षड्यन्त्र रचा, और जब वह पलंग पर लेटा हुआ था तब उसकी हत्या कर दी। राजा योआश मर गया। उसको दाऊदपुर में गाड़ा गया, किन्तु उसके शव को राजाओं के कब्रिस्तान में नहीं दफनाया गया।
राजा योआश के पुत्रों का विवरण, उसके विरुद्ध की गई नबूवतों का वर्णन तथा परमेश्वर के भवन के पुनर्निर्माण का इतिहास ‘राजाओं का इतिहास-ग्रन्थ’ की व्याख्या-पुस्तक में लिखा हुआ है। योआश का पुत्र अमस्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा।
जब राज्य-सत्ता उसके हाथ में दृढ़ हो गई, तब उसने उन दरबारियों का वध करवा दिया, जिन्होंने उसके पिता की हत्या की थी।