उन्हीं दिनों में सीरिया के राजा हजाएल ने गत नगर पर आक्रमण कर दिया। युद्ध हुआ। उसने गत नगर पर अधिकार कर लिया। उसके बाद वह यरूशलेम पर चढ़ाई करने के लिए उसकी ओर मुड़ा।
2 इतिहास 24:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सीरिया की सेना में थोड़े ही सैनिक थे। लेकिन प्रभु ने उनके हाथ में राजा योआश की विशाल सेना सौंप दी! क्योंकि राजा योआश के सैनिकों, उच्चाधिकारियों ने अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर को त्याग दिया था। इस प्रकार प्रभु ने सीरिया के सैनिकों के हाथ से राजा योआश को दण्ड दिया। पवित्र बाइबल अराम की सेना बहुत कम समूहों में आई थी किन्तु यहोवा ने उसे यहूदा की बहुत बड़ी सेना को हराने दिया। यहोवा ने यह इसलिये किया कि यहूदा के लोगों ने यहोवा परमेश्वर को छोड़ दिया जिसका अनुसरण उनके पूर्वज करते थे। इस प्रकार योआश को दण्ड मिला। Hindi Holy Bible अरामियों की सेना थोड़े ही पुरुषों की तो आई, पन्तु यहोवा ने एक बहुत बड़ी सेना उनके हाथ कर दी, क्योंकि उन्होंने अपने पितरो के परमेश्वर को त्याग दिया था। और योआश को भी उन्होंने दण्ड दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अरामियों की सेना थोड़े ही सैनिकों के साथ तो आई, परन्तु यहोवा ने एक बहुत बड़ी सेना उनके हाथ कर दी, क्योंकि उन्होंने अपने पितरों के परमेश्वर को त्याग दिया था। इस प्रकार योआश को भी उन्होंने दण्ड दिया। सरल हिन्दी बाइबल यद्यपि अरामी सेना में सैनिक कम संख्या में ही थे, याहवेह ने बड़ी विशाल संख्या की सेना उनके अधीन कर दी, क्योंकि यहूदिया ने याहवेह, अपने पूर्वजों के परमेश्वर का त्याग कर दिया था. उनके द्वारा योआश पर याहवेह द्वारा दिया दंड था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अरामियों की सेना थोड़े ही सैनिकों के साथ तो आई, परन्तु यहोवा ने एक बहुत बड़ी सेना उनके हाथ कर दी, क्योंकि उन्होंने अपने पितरों के परमेश्वर को त्याग दिया था। इस प्रकार योआश को भी उन्होंने दण्ड दिया। |
उन्हीं दिनों में सीरिया के राजा हजाएल ने गत नगर पर आक्रमण कर दिया। युद्ध हुआ। उसने गत नगर पर अधिकार कर लिया। उसके बाद वह यरूशलेम पर चढ़ाई करने के लिए उसकी ओर मुड़ा।
उन्हीं दिनों में यहूदा प्रदेश के राजा आसा के पास एक द्रष्टा आया। उसक नाम हनानी था। उसने राजा से कहा, ‘महाराज, आपने अपने प्रभु परमेश्वर पर नहीं, बल्कि सीरिया के राजा पर भरोसा किया। इसलिए सीरिया के राजा की सेना आपके हाथ से बच गई।
जब येहू प्रभु के आदेश के अनुसार अहाब के राज-परिवार को दण्ड दे रहा था, तब उसको यहूदा प्रदेश के उच्चाधिकारी तथा अहज्याह के भाइयों के पुत्र मिले, जो राजा अहज्याह की सेवा-टहल करते थे। येहू ने उनका वध कर दिया।
पुरोहित यहोयादा का एक पुत्र था − जकर्याह। परमेश्वर का आत्मा उस पर उतरा और वह एक ऊंचे स्थान पर खड़ा होकर लोगों से कहने लगा, ‘परमेश्वर यों कहता है: तुम मेरी आज्ञाओं का उल्लंघन क्यों करते हो? इस कारण तुम्हारा कोई भी काम सफल नहीं होता है। तुमने मुझ-प्रभु को छोड़ दिया, इसलिए मैंने भी तुमको छोड़ दिया।’
अत: आहाज के प्रभु परमेश्वर ने उसको सीरिया के राजा के हाथ में सौंप दिया। सीरिया के राजा ने उसको पराजित कर दिया, और उसके राज्य के हजारों निवासियों को बन्दी बनाकर राजधानी दमिश्क में ले गया। प्रभु परमेश्वर ने उसको इस्राएल प्रदेश के राजा के हाथ में भी सौंप दिया, जिसने उसकी सेना का महासंहार किया, और उसको परास्त कर दिया।
ये सैनिक दूर देश से, आकाश के छोर से आए हैं। प्रभु अपने क्रोध के हथियारों से लैस होकर समस्त पृथ्वी को नष्ट करने के लिए आ रहा है।
एक शत्रु-सैनिक के डर से तुम्हारे एक हजार सैनिक भागेंगे; पाँच शत्रु-सैनिकों के डराने से तुम सब भागोगे, और तब तक भागते रहोगे जब तक तुम पर्वत-शिखर पर गड़े झंडे के समान अकेले, पहाड़ी की चोटी पर गड़ी अकेली पताका के सदृश नगण्य न रह जाओ।
यदि तुम आक्रमण करनेवाली समस्त कसदी सेना को भी परास्त कर दो और उसमें केवल घायल सैनिक ही बचें, जो शिविर में पड़े हों, तो भी वे उठेंगे और इस नगर को आग से भस्म कर देंगे।” ’
मैं तुम पर शत्रु का आक्रमण कराऊंगा जो तुमसे विधान-भंग का प्रतिशोध लेगा। यदि तुम अपने नगरों में एकत्र होगे तो मैं तुम पर महामारियां भेजूंगा और तुम शत्रुओं के हाथ में पड़ जाओगे।
वे एक दूसरे पर लड़खड़ाकर गिरेंगे मानो तलवार से बचने के लिए भाग रहे हों−यद्यपि उनका पीछा करने वाला कोई भी न होगा। तुममें शक्ति नहीं रह जाएगी कि तुम अपने शत्रुओं के सम्मुख खड़े भी हो सको।
तुम्हारे पांच मनुष्य सौ शत्रुओं का, और सौ मनुष्य दस हजार शत्रुओं का पीछा करेंगे; और वे तुम्हारी तलवार के कारण तुम्हारे सम्मुख गिरेंगे।
‘हे प्रभु, मेरे परमेश्वर, मेरे पवित्र परमेश्वर, तू अनादि है। इस कारण हम नहीं मरेंगे। हे प्रभु, तूने न्याय के लिए कसदी राष्ट्र को नियुक्त किया है। हे हमारी चट्टान, तूने हमें ताड़ित करने के लिए उसे निश्चित किया है।
‘प्रभु तेरे शत्रुओं के द्वारा तुझको पराजित करेगा। तू एक ओर से उन पर चढ़ाई करेगा, पर उनके सम्मुख से सात ओर भागेगा। तू पृथ्वी के समस्त राज्यों के लिए वीभत्स हौआ बन जाएगा।
इसलिए तू भूखा, प्यासा, नंगा रहकर, हर प्रकार के अभाव में अपने शत्रुओं की सेवा करेगा, जिन्हें प्रभु तेरे विरुद्ध भेजेगा। जब तक वह तुझे नष्ट नहीं कर देगा, तब तक तेरी गर्दन पर लोहे का जुआ रखा रहेगा।
कैसे एक व्यक्ति हजार सैनिकों का पीछा कर सकता है, कैसे दो व्यक्ति दस हजार सैनिकों को भगा सकते हैं, यदि उनकी “चट्टान” उनको बेच न देती, यदि प्रभु उनसे आत्म-समर्पण न कराता?