योआश ने अपने जीवन-भर वे ही कार्य किए जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे; क्योंकि पुरोहित यहोयादा उसको धार्मिक शिक्षा देता था।
2 इतिहास 24:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) योआश ने पुरोहित यहोयादा के जीवन-भर वे ही कार्य किये जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे। पवित्र बाइबल योआश यहोवा के सामने तब तक ठीक काम करता रहा जब तक याजक यहोयादा जीवित रहा। Hindi Holy Bible और जब तक यहोयादा याजक जीवित रहा, तब तक योआश वह काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब तक यहोयादा याजक जीवित रहा, तब तक योआश वह काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। सरल हिन्दी बाइबल योआश ने पुरोहित यहोयादा के जीवनकाल में वही किया, जो याहवेह की दृष्टि में सही था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब तक यहोयादा याजक जीवित रहा, तब तक योआश वह काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। |
योआश ने अपने जीवन-भर वे ही कार्य किए जो प्रभु की दृष्टि में उचित थे; क्योंकि पुरोहित यहोयादा उसको धार्मिक शिक्षा देता था।
यहोयादा ने दो कन्याओं से उसका विवाह करवाया, जिनसे उसके पुत्र और पुत्रियां उत्पन्न हुईं।
राजा अमस्याह ने वही किया, जो प्रभु की दृष्टि में उचित था। किन्तु उसका हृदय पूर्णत: निर्दोष नहीं था।
स्वामी ने यह कहा, “ये लोग केवल मुंह से मेरी आराधना करते हैं, केवल ओंठों से मेरा सम्मान करते हैं; किन्तु इनका हृदय मुझसे दूर है। ये दूसरों के आदेश से मेरी भक्ति करते हैं; इनकी भक्ति रटी-रटाई, सीखी हुई है।
किन्तु दूसरी ओर, जब धार्मिक व्यक्ति अपने सदाचरण को छोड़कर अधर्म के काम करने लगता है, वह दुर्जन के समान दुराचरण करने लगता है, तो क्या ऐसा व्यक्ति जीवित रहेगा? न्याय के दिन उसका एक भी पुण्य कर्म स्मरण नहीं किया जाएगा। उसने मेरे प्रति विश्वासघात किया है, इसलिए वह दोषी है। उसने पाप किया है; अत: वह निस्सन्देह मरेगा।