शतपतियों ने पुरोहित यहोयादा के आदेश के अनुसार कार्य किया। वे अपने सब सैनिकों को, जो विश्राम-दिवस पर कार्यरत थे और जो विश्राम-दिवस पर छुट्टी पर थे, लेकर पुरोहित यहोयादा के पास आए।
2 इतिहास 23:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उप-पुरोहितों और यहूदा प्रदेश के निवासियों ने पुरोहित यहोयादा के आदेश के अनुसार कार्य किया। प्रत्येक दल के उप-पुरोहित, जो विश्राम-दिवस पर कार्यरत थे अथवा जो विश्राम-दिवस पर छुट्टी पर थे, पुरोहित यहोयादा के पास लाए गए; क्योंकि पुरोहित यहोयादा ने अब तक कार्यरत दल को विदा नहीं किया था। पवित्र बाइबल लेवीवंशी और यहूदा के सभी लोगों ने याजक यहोयादा ने जो आदेश दिया, उसका पालन किया। याजक यहोयादा ने याजकों के समूह में से किसी को छूट न दी। इस प्रकार हर एक नायक और उसके सभी लोग सब्त के दिन उनके साथ अन्दर आए जो सब्त के दिन बाहर गए थे। Hindi Holy Bible यहोयादा याजक की इन सब आज्ञाओं के अनुसार लेवियों और सब यहूदियों ने किया। उन्होंने विश्रामदिन को आने वाले और विश्रामदिन को जाने वाले दोनों दलों के, अपने अपने जनों को अपने साथ कर लिया, क्योंकि यहोयादा याजक ने किसी दल के लेवियों को विदा न किया था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यहोयादा याजक की इन सब आज्ञाओं के अनुसार लेवियों और सब यहूदियों ने किया। उन्होंने विश्रामदिन को आनेवाले और विश्रामदिन को जानेवाले दोनों दलों के, अपने अपने जनों को अपने साथ कर लिया, क्योंकि यहोयादा याजक ने किसी दल के लेवियों को विदा न किया था। सरल हिन्दी बाइबल उन्हें जैसा आदेश पुरोहित यहोयादा द्वारा दिया गया था, उन्होंने उसकी एक-एक बात पूरी की. पुरोहित यहोयादा ने छुट्टी पर जा रहे किसी भी दल को शब्बाथ सेवा से अवकाश लेने न दिया. इससे जो अवकाश पर जा रहे थे वे, और जो सेवा के लिए आ रहे थे वे सभी वहां इकट्ठा हो गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यहोयादा याजक की इन सब आज्ञाओं के अनुसार लेवियों और सब यहूदियों ने किया। उन्होंने विश्रामदिन को आनेवाले और विश्रामदिन को जानेवाले दोनों दलों के, अपने-अपने जनों को अपने साथ कर लिया, क्योंकि यहोयादा याजक ने किसी दल के लेवियों को विदा न किया था। |
शतपतियों ने पुरोहित यहोयादा के आदेश के अनुसार कार्य किया। वे अपने सब सैनिकों को, जो विश्राम-दिवस पर कार्यरत थे और जो विश्राम-दिवस पर छुट्टी पर थे, लेकर पुरोहित यहोयादा के पास आए।
शलोमोत और उसके भाई उस अर्पित कोषागार के अधिकारी थे, जिसको राजा दाऊद ने, पितृकुलों के नेताओं, सहस्र सैनिकों के नायकों, सौ सैनिकों के नायकों और सेनापतियों ने प्रभु को अर्पित किया था।
उनके चचेरे भाई-बन्धुओं को, जो गांवों-कस्बों में रहते थे, सात दिन तक उनके साथ पहरा देने के लिए समय-समय पर आना पड़ता था।
उप-पुरोहित राजकुमार को चारों ओर से घेरे रहेंगे। प्रत्येक उप-पुरोहित के हाथ में शस्त्र होगा। जो भी व्यक्ति भवन के भीतर प्रवेश करेगा, उसको तत्काल मौत के घाट उतार देना। जहाँ-कहीं राजकुमार जाए अथवा लौट कर वहाँ से आए, तुम उसके साथ रहना।’
यहोयादा ने उनके नायकों को राजा दाऊद के भाले, फरी और ढाल सौंप दिए। ये शस्त्र परमेश्वर के भवन में सुरक्षित रखे हुए थे।