राजा सुलेमान के पास समुद्र में हीराम के जहाजी बेड़े के साथ तर्शीशी जलयानों का एक बेड़ा था। जहाजी बेड़े के जलयान प्रति तीन वर्ष में एक बार आते, और विदेश से सोना, चांदी, हाथी-दांत, बन्दर और मोर लाते थे।
2 इतिहास 20:36 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यहोशाफट ने उसके साथ मिलकर जहाजी-बेड़ा बनाया। यह जहाजी-बेड़ा तर्शीश तक जाने वाला था। उन्होंने एसयोन-गेबेर बन्दरगाह में जलयान बनाए। पवित्र बाइबल यहोशापात ने अहज्याह का साथ तर्शीश नगर में जहाज जाने देने में दिया। उन्होंने जहाजों को एस्योन गेबेर नगर में बनाया। Hindi Holy Bible अर्थात उसने उसके साथ इसलिये मेल किया कि तशींश जाने को जहाज बनवाए, और उन्होंने ऐसे जहाज एस्योनगेबेर में बनवाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अर्थात् उसने उसके साथ इसलिये मेल किया कि तर्शीश जाने को जहाज बनवाए, और उन्होंने ऐसे जहाज एस्योन गेबेर में बनवाए। सरल हिन्दी बाइबल इस मैत्री के कारण दोनों में तरशीश से व्यापार के लिए जहाज़ बनाने की सहमति हो गई. जहाज़ एज़िओन-गेबेर में बनता था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अर्थात् उसने उसके साथ इसलिए मेल किया कि तर्शीश जाने को जहाज बनवाए, और उन्होंने ऐसे जहाज एस्योनगेबेर में बनवाए। |
राजा सुलेमान के पास समुद्र में हीराम के जहाजी बेड़े के साथ तर्शीशी जलयानों का एक बेड़ा था। जहाजी बेड़े के जलयान प्रति तीन वर्ष में एक बार आते, और विदेश से सोना, चांदी, हाथी-दांत, बन्दर और मोर लाते थे।
यहोशाफट ने ओपीर देश से सोना लाने के लिए तर्शीश का एक जहाजी बेड़ा बनाया था। परन्तु उसके नाविक ओपीर देश नहीं जा सके; क्योंकि जलयान एस्योन-गेबेर बन्दरगाह में डूब गए।
राजा सुलेमान ने एस्योन-गेबेर के बन्दरगाह में एक जहाजी बेड़ा बनाया। यह बन्दरगाह अकाबा की खाड़ी के तट पर स्थित एलोत नगर के समीप एदोम देश में था।
किन्तु यहोशाफट के विरुद्ध मारेशा नगर के निवासी एलीआजर बेन-दोदावाहु ने यह नबूवत की, ‘आपने दुष्कर्मी अहज्याह से सम्बन्ध स्थापित किया, अत: प्रभु वह सब डुबा देगा, जो आपने बनाया है।’ अत: उसके जलयान समुद्र में डूब गए, और वे तर्शीश तक न जा सके।
प्रभु का भवन बनाने के पश्चात् राजा सुलेमान एस्योन-गेबेर के बन्दरगाह पर† गया। यह बन्दरगाह आकाबा की खाड़ी के तट पर स्थित एलोत नगर के समीप एदोम देश में था।
राजा सुलेमान के जलयान हूराम के सेवकों के साथ तर्शीश तक जाते थे। ये तर्शीशी जलयान प्रति तीन वर्ष में एक बार आते और विदेश से सोना, चांदी, हाथी-दांत, बन्दर और मोर लाते थे।