हेमान और यदूतून के पास बजाने के लिए तुरहियां और झांझ थे। इनके अतिरिक्त पवित्र राग बजाने के लिए अन्य वाद्य यन्त्र भी थे। यदूतून के पुत्र द्वार पर नियुक्त थे।
2 इतिहास 20:19 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कुछ कहात-वंशीय तथा कोरह-वंशीय उपपुरोहित खड़े होकर उच्च स्वर में इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर की स्तुति गाने लगे। पवित्र बाइबल कहाती परिवार समूह के लेवीवंशी और कहाती लोग, इस्राएल के यहोवा परमेश्वर की स्तुति के लिये खड़े हुए। उन्होंने अत्यन्त उच्च स्वर में स्तुति की। Hindi Holy Bible और कहातियों और कोरहियों में से कुछ लेवीय खड़े हो कर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की स्तुति अत्यन्त ऊंचे स्वर से करने लगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कहातियों और कोरहियों में से कुछ लेवीय खड़े होकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की स्तुति अत्यन्त ऊँचे स्वर से करने लगे। सरल हिन्दी बाइबल कोहाथ और कोराह के वंशज लेवियों ने खड़े होकर बड़ी ही ऊंची आवाज में याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर की स्तुति की. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कहातियों और कोरहियों में से कुछ लेवीय खड़े होकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की स्तुति अत्यन्त ऊँचे स्वर से करने लगे। |
हेमान और यदूतून के पास बजाने के लिए तुरहियां और झांझ थे। इनके अतिरिक्त पवित्र राग बजाने के लिए अन्य वाद्य यन्त्र भी थे। यदूतून के पुत्र द्वार पर नियुक्त थे।
आसाफ उनका अगुआ था। ये आसाफ के सहायक थे: जकर्याह, येईएल, शमीरामोट, यहीएल, मत्तित्याह, एलीआब, बनायाह, ओबेद-एदोम और यईएल। ये सारंगी और वीणा बजाते थे। आसाफ झांझ बजाता था।
चार हजार द्वारपाल और चार हजार गायक होंगे। ये गायक प्रभु की स्तुति के लिए बनाए गए मेरे वाद्ययन्त्रों पर प्रभु की स्तुति गाएंगे।’
यह नबूवत सुनकर यहोशाफट ने भूमि की ओर सिर झुकाया। उसका मुंह धरती की ओर था। यहूदा प्रदेश के समस्त निवासी तथा यरूशलेम के सब रहने वाले लोग प्रभु की स्तुति करते हुए उसके सम्मुख दण्डवत् करने लगे।
दूसरे दिन सबेरे यहोशाफट के सैनिक उठे, और वे तकोअ के निर्जन प्रदेश की ओर गए। वे प्रस्थान कर ही रहे थे कि यहोशाफट उनके मध्य में खड़ा हुआ, और उसने उनसे कहा, ‘ओ यहूदा प्रदेश के निवासियो, ओ यरूशलेम के रहने वालो, मेरी बात सुनो: अपने प्रभु परमेश्वर पर विश्वास करो, तब तुम दृढ़ रह सकोगे; प्रभु के नबियों पर भरोसा रखो, तब तुम सफल होगे।’
जब आराधक प्रभु की स्तुति और धन्यवाद में गीत गाते थे, तब उनके स्वर में स्वर मिलाकर ये गायक भी गाते और तुरही बजाने वाले पुरोहित तुरही बजाते थे। इस प्रकार गीत और संगीत में ताल-मेल बैठाना गायकों और इन पुरोहितों का काम था। अत: जब पुरोहित पवित्र स्थान से बाहर निकले, और जब तुरही और झांझ तथा अन्य वाद्य-यन्त्रों पर प्रभु की स्तुति में यह गीत गूंजा : ‘क्योंकि प्रभु भला है, और उसकी करुणा सदा की है,’ तब भवन, प्रभु का भवन एक मेघ से भर गया।
उपपुरोहित येशुअ, बानी, कदमीएल, शबन्याह, बुन्नी, शेरेब्याह, बानी और केनानी ‘लेवियों की सीढ़ी’ पर खड़े हुए, और उन्होंने उच्च स्वर में प्रभु परमेश्वर की दुहाई दी।
हे परमेश्वर, हमने अपने कानों से सुना है, हमारे पूर्वजों ने हमें यह बताया है: तूने उनके समय में, प्राचीन काल में अनेक अद्भुत कार्य किए थे।
उच्च स्वर में परमेश्वर का गीत गाओ। वह हमारी शक्ति है। याकूब के परमेश्वर का जयजयकार करो।