इस्राएल देश में विदेशी मजदूर थे। दाऊद ने उनको एकत्र होने का आदेश दिया। तत्पश्चात् उसने परमेश्वर का भवन बनाने के लिए पत्थरों को काटने-छांटने के उद्देश्य से शिल्पकार नियुक्त किए।
2 इतिहास 2:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) हम आपकी आवश्यकता के अनुसार लबानोन प्रदेश में लकड़ी काटेंगे, और लकड़ी के लट्ठों का बड़ा बेड़ा समुद्र के मार्ग से याफा बन्दरगाह तक पहुंचा देंगे। आप वहाँ से यरूशलेम नगर ले जाना।’ पवित्र बाइबल और हम लोग लबानोन देश में लकड़ी काटेंगे। हम लोग उतनी लकड़ी काटेंगे जितनी तुम्हें आवश्यकता है। हम लोग समुद्र में लकड़ी के लट्ठों के बेड़े का उपयोग जापा नगर तक लकड़ी पहुँचाने के लिये करेंगे। तब तुम लकड़ी को यरूशलेम ले जा सकते हो।” Hindi Holy Bible और हम लोग जितनी लकड़ी का तुझे प्रयोजन हो उतनी लबानोन पर से काटेंगे, और बेड़े बनवा कर समुद्र के मार्ग से जापा को पहुचाएंगे, और तू उसे यरूशलेम को ले जाना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और हम लोग जितनी लकड़ी का तुझे प्रयोजन हो उतनी लबानोन पर से काटेंगे, और बेड़े बनवाकर समुद्र के मार्ग से याफा को पहुँचाएँगे, और तू उसे यरूशलेम को ले जाना।” सरल हिन्दी बाइबल हम लबानोन से आप जैसी चाहें वैसी लकड़ी आपके लिए काट देंगे और हम इन्हें लट्ठों के बेड़े पर समुद्र के रास्ते से योप्पा को भेज देंगे, कि आप वहां से इन्हें येरूशलेम ले जा सकें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और हम लोग जितनी लकड़ी का तुझे प्रयोजन हो उतनी लबानोन पर से काटेंगे, और बेड़े बनवाकर समुद्र के मार्ग से याफा को पहुँचाएँगे, और तू उसे यरूशलेम को ले जाना।” |
इस्राएल देश में विदेशी मजदूर थे। दाऊद ने उनको एकत्र होने का आदेश दिया। तत्पश्चात् उसने परमेश्वर का भवन बनाने के लिए पत्थरों को काटने-छांटने के उद्देश्य से शिल्पकार नियुक्त किए।
इस प्रकार समस्त धर्मसभा ने, यहूदा प्रदेश के आराधकों ने, पुरोहितों और उप-पुरोहितों ने, इस्राएल प्रदेश से आए आराधकों ने तथा उनके साथ आए विदेशियों ने और यहूदा प्रदेश में रहनेवाले विदेशियों ने आनन्द मनाया।
हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिव्वी और यबूसी जाति के बचे हुए लोग, जो इस्राएली जाति के नहीं थे,
जिन्हें इस्राएली पूर्णत: नष्ट नहीं कर सके थे, और जिनके वंशज देश में बच गए थे; राजा सुलेमान ने इन जातियों के लोगों से भवन-निर्माण के कार्य में गुलाम के सदृश बेगार कराई। वे आज भी इस्राएलियों की बेगार करते हैं।
अत: उन्होंने शिल्पकारों और बढ़इयों को रुपया दिया। उन्होंने सीदोन तथा सोर देश के निवासियों को खाने-पीने की सामग्री और तेल दिया ताकि वे देवदार की लकड़ी को लबानोन देश से समुद्रतट तक, याफा नगर तक पहुंचा दें, जैसा फारस के सम्राट कुस्रू ने उन्हें अधिकार प्रदान किया था।
योना उठा। वह प्रभु के सम्मुख से भागा। वह समुद्र पार तर्शीश नगर जाने के लिए याफा बन्दरगाह गया। वहां उसे एक जलयान मिला जो तर्शीश नगर जा रहा था। अत: उसने जलयान का किराया चुकाया, और उस पर चढ़ गया। वह नाविकों के साथ तर्शीश नगर जाना चाहता था ताकि वह प्रभु के सम्मुख से दूर हो जाए।
उसके द्वारा सब कुछ उत्पन्न हुआ और जो कुछ भी उत्पन्न हुआ, वह उसके बिना उत्पन्न नहीं हुआ।
अब आप आदमियों को याफा नगर भेजिए और सिमोन को, जो पतरस कहलाते हैं, बुलाइए। वह चर्मकार शिमोन के यहाँ, समुद्र के किनारे, ठहरे हुए हैं।’
याफा नगर में तबिथा नामक शिष्या रहती थी। तबिथा का यूनानी अनुवाद दोरकास (अर्थात् हरिणी) है। वह पुण्य-कर्म और दान-धर्म में लगी रहती थी।
लुद्दा याफा नगर के समीप है। इसलिए जब शिष्यों ने सुना कि पतरस वहाँ हैं, तो उन्होंने दो आदमियों को भेज कर उनसे यह अनुरोध किया कि आप तुरन्त हमारे यहाँ आइए।
पर उस दिन यहोशुअ ने उन्हें प्रभु की वेदी और इस्राएली मंडली के लिए लकड़ी काटने वाले लकड़हारे और पानी भरने वाले भिश्ती नियुक्त किए। जिस स्थान को प्रभु ने चुना और जहाँ उसने अपनी वेदी प्रतिष्ठित की, वहां वे आज तक यही सेवा करते हैं।