‘बहुत समय तक इस्राएली लोग सच्चे परमेश्वर, धर्मशिक्षक, पुरोहित और व्यवस्था से वंचित रहे।
2 इतिहास 17:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यहोशाफट ने अपने राज्य के तीसरे वर्ष में अपनी जनता को प्रभु की व्यवस्था सिखाने के लिए उच्चाधिकारियों को यहूदा प्रदेश के सब नगरों में भेजा। उच्चाधिकारी ये थे : बेन्हईल, ओबद्याह, जकर्याह, नतनएल और मीकायाह। पवित्र बाइबल यहोशापात ने अपने प्रमुखों को यहूदा के नगरों में उपदेश देने के लिये भेजा। यह यहोशापात के राज्यकाल के तीसरे वर्ष हुआ। वे प्रमुख बेन्हैल, ओबद्याह, जकर्याह, नतनेल और मीकायाह थे। Hindi Holy Bible और उसने अपने राज्य के तीसरे वर्ष में बेन्हैल, ओबद्याह, जकर्याह, नतनेल और मीकायाह नामक अपने हाकिमों को यहूदा के नगरों में शिक्षा देने को भेज दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने अपने राज्य के तीसरे वर्ष में बेन्हैल, ओबद्याह, जकर्याह, नतनेल और मीकायाह नामक अपने हाकिमों को यहूदा के नगरों में शिक्षा देने को भेज दिया। सरल हिन्दी बाइबल अपने शासन के तीसरे साल में उसने यहूदिया के नगरों में शिक्षा फैलाने के उद्देश्य से अपने ये अधिकारी भेज दिए: बेन-हाइल, ओबदिया, ज़करयाह, नेथानेल और मीकायाह. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने अपने राज्य के तीसरे वर्ष में बेन्हैल, ओबद्याह, जकर्याह, नतनेल और मीकायाह नामक अपने हाकिमों को यहूदा के नगरों में शिक्षा देने को भेज दिया। |
‘बहुत समय तक इस्राएली लोग सच्चे परमेश्वर, धर्मशिक्षक, पुरोहित और व्यवस्था से वंचित रहे।
उप-पुरोहित प्रभु की आराधना के समय कुशलतापूर्वक वाद्य-यन्त्र बजाते थे। अत: राजा हिजकियाह ने उनको प्रोत्साहन के शब्द कहे। सब लोग सात दिन तक पर्व-भोज खाते रहे। उन्होंने सहभागिता-बलि के पशु का वध किया, और अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर को धन्यवाद दिया।
लेवीय उपपुरोहित सब इस्राएलियों को धार्मिक शिक्षा देते थे। वे प्रभु के लिए अर्पित और पवित्र माने जाते थे। राजा योशियाह ने उनसे कहा, ‘पवित्र मंजूषा को प्रभु के भवन में रखो, जिसे इस्राएल के राजा दाऊद के पुत्र सुलेमान ने बनाया था; अब तुम्हें उसको कंधों पर रखकर ढोने की आवश्यकता नहीं है। अब तुम निश्चिन्त होकर प्रभु परमेश्वर तथा उसके निज लोग इस्राएलियों की सेवा करो।
‘और तुम एज्रा, तुम्हें परमेश्वर ने बुद्धि प्रदान की है। तुम इसी बुद्धि के अनुसार न्यायाधीश और सचिव नियुक्त करना। ये व्यक्ति तुम्हारे परमेश्वर की व्यवस्था के जानकार होने चाहिए। यदि ये उसको नहीं जानते होंगे, तो तुम उनको सिखाना; क्योंकि ये फरात नदी के पश्चिम समस्त प्रदेश में रहने वाले लोगों के शासक होंगे।
उन्होंने अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर प्रभु परमेश्वर के व्यवस्था-ग्रन्थ का पाठ एक पहर तक किया। दिन के दूसरे पहर तक वे पाप स्वीकार करते और प्रभु परमेश्वर की आराधना करते रहे।
राजा तेरे बच्चों के पालक-पिता होंगे; रानियाँ उनको दूध पिलानेवाली धाइयाँ बनेंगी। वे भूमि की ओर सिर झुकाकर तुझे प्रणाम करेंगे, वे तेरे पैरों की धूल चाटेंगे। तब तुझे अनुभव होगा कि निस्सन्देह मैं ही प्रभु हूं; जो लोग मेरी प्रतीक्षा करते हैं, वे निराश नहीं होंगे।
वे दूसरे पत्थर लेंगे और निकाले गए पत्थरों के स्थान पर उनको लगाएंगे। वह ताजा गारा लेकर घर की लिपाई-पुताई करेगा।
येशु समस्त गलील प्रदेश में भ्रमण कर उनके सभागृहों में शिक्षा देते, राज्य के शुभ-समाचार का प्रचार करते और लोगों की हर तरह की बीमारी और निर्बलता दूर करते थे।
उन्होंने दृष्टान्तों में उन्हें बहुत-सी बातों की शिक्षा दी। शिक्षा देते हुए उन्होंने कहा−
हे थिओफिलुस! मैंने अपनी पहली पुस्तक में उन सब बातों का वर्णन किया, जिन्हें येशु आरंभ से उस दिन तक करते और सिखाते रहे
वह याकूब को तेरे न्याय-सिद्धान्त, और इस्राएल को तेरी व्यवस्था सिखाएगा। वह तेरे सम्मुख धूप-द्रव्य जलाएगा, और तेरी वेदी पर सम्पूर्ण अग्नि-बलि रखेगा।
देखो, जैसा मेरे प्रभु परमेश्वर ने मुझे आज्ञा दी थी, उसके अनुसार मैंने तुम्हें संविधि और न्याय-सिद्धान्त सिखाए हैं जिससे तुम उनका उस देश में पालन कर सको, जिसको अपने अधिकार में करने के लिए वहां प्रवेश कर रहे हो।