शीशक की सेना में बारह सौ रथ और साठ हजार घुड़सवार थे। इनके अतिरिक्त उसके साथ लीबिया, सुक्को, और इथियोपिया देशों के असंख्य सैनिक भी थे। ये उसके साथ मिस्र देश से आए थे।
2 इतिहास 16:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) महाराज, क्या इथियोपियाई और लीबियाई सेनाएं कम शक्तिशाली सेनाएं थीं? क्या उनकी विशाल सेनाओं में असंख्य रथ और घुड़सवार नहीं थे? फिर भी आपने प्रभु पर भरोसा किया था, और उसने उनको आपके हाथ में कर दिया था। पवित्र बाइबल कूश और लूबी अति विशाल और शक्तिशाली सेना रखते थे। उनके पास अनेक रथ और सारथी थे। किन्तु आसा, तुम उस विशाल शक्तिशाली सेना को हराने में सहायता के लिये यहोवा पर आश्रित हुए और यहोवा ने तुम्हें उनको हराने दिया। Hindi Holy Bible क्या कूशियों और लूबियों की सेना बड़ी न थी, और क्या उस में बहुत ही रथ, और सवार न थे? तौभी तू ने यहोवा पर भरोसा रखा था, इस कारण उसने उन को तेरे हाथ में कर दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या कूशियों और लूबियों की सेना बड़ी न थी, और क्या उसमें बहुत से रथ, और सवार न थे? तौभी तू ने यहोवा पर भरोसा रखा था, इस कारण उसने उनको तेरे हाथ में कर दिया। सरल हिन्दी बाइबल क्या कूश देश की और लिबिया की सेना बहुत ही बड़ी और अनगिनत सेना न थी, जिसमें बड़ी संख्या में रथ और घुड़सवार थे? फिर भी इसलिये कि उस स्थिति में आपने याहवेह पर भरोसा किया था, याहवेह ने आपको उन पर विजय दी थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या कूशियों और लूबियों की सेना बड़ी न थी, और क्या उसमें बहुत से रथ, और सवार न थे? तो भी तूने यहोवा पर भरोसा रखा था, इस कारण उसने उनको तेरे हाथ में कर दिया। |
शीशक की सेना में बारह सौ रथ और साठ हजार घुड़सवार थे। इनके अतिरिक्त उसके साथ लीबिया, सुक्को, और इथियोपिया देशों के असंख्य सैनिक भी थे। ये उसके साथ मिस्र देश से आए थे।
इस्राएली सैनिक यहूदा प्रदेश के सैनिकों के सम्मुख से भागे, और परमेश्वर ने उनको यहूदा के सैनिकों के हाथ में सौंप दिया।
उस समय इस्राएली दब गए, और यहूदा प्रदेश के सैनिक प्रबल हो गए; क्योंकि उन्होंने अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर पर भरोसा किया था।
राजा आसा के पास यहूदा प्रदेश तथा बिन्यामिन कुल-क्षेत्र के सैनिक थे: यहूदा प्रदेश के तीन लाख सैनिक तथा बिन्यामिन कुल-क्षेत्र के दो लाख अस्सी हजार सैनिक। यहूदा प्रदेश के सैनिक ढाल और बर्छी रखते थे, और बिन्यामिन के सैनिक फरी और धनुष धारण करते थे। सब सैनिक सशक्त और शूरवीर थे।
उन्हीं दिनों में यहूदा प्रदेश के राजा आसा के पास एक द्रष्टा आया। उसक नाम हनानी था। उसने राजा से कहा, ‘महाराज, आपने अपने प्रभु परमेश्वर पर नहीं, बल्कि सीरिया के राजा पर भरोसा किया। इसलिए सीरिया के राजा की सेना आपके हाथ से बच गई।
सीरिया की सेना में थोड़े ही सैनिक थे। लेकिन प्रभु ने उनके हाथ में राजा योआश की विशाल सेना सौंप दी! क्योंकि राजा योआश के सैनिकों, उच्चाधिकारियों ने अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर को त्याग दिया था। इस प्रकार प्रभु ने सीरिया के सैनिकों के हाथ से राजा योआश को दण्ड दिया।
तू नरकट की नावों पर नील नदी के जलमार्ग से राजदूतों को भेजता है : “द्रुतगामी दूतो, उस राष्ट्र के पास जाओ, जिसके निवासी ऊंचे-ऊंचे, और चिकनी चमड़ी वाले हैं; उस कौम के पास जाओ, जिससे दूर और पास के सब देश डरते हैं, जो शक्तिशाली और विजयी राष्ट्र है, जिसका देश नदियों द्वारा कटा हुआ है।
इथियोपिआ और मिस्र देश उसके अपार शक्ति-स्रोत थे। पूट और लीबिया देश उसके मित्र-राष्ट्र थे।