जब याकूब और उसके पुत्रों ने प्रस्थान किया, तब उनके आसपास के नगरों पर परमेश्वर का आतंक छा गया। अतएव वहाँ के निवासी याकूब के पुत्रों का पीछा नहीं कर सके।
2 इतिहास 14:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने गरार के आस-पास के सब नगरों को खण्डहर बना दिया; क्योंकि प्रभु का आतंक उन पर छाया हुआ था। उन नगरों में लूट का बहुत माल था। अत: उन्होंने उनको लूट लिया। पवित्र बाइबल आसा और उसकी सेना ने गरार के निकट के सभी नगरों को हराया। उन नगरों में रहने वाले लोग यहोवा से डरते थे। उन नगरों में असंख्य बहुमूल्य चीज़ें थीं। आसा की सेना उन नगरों से इन बहुमूल्य चीज़ों को साथ ले आई। Hindi Holy Bible और उन्होंने गरार के आस पास के सब नगरों को मार लिया, क्योंकि यहोवा का भय उनके रहने वालों के मन में समा गया और उन्होंने उन नगरों को लूट लिया, क्योंकि उन में बहुत सा धन था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उन्होंने गरार के आस पास के सब नगरों को मार लिया, क्योंकि यहोवा का भय उनके रहनेवालों के मन में समा गया और उन्होंने उन नगरों को लूट लिया, क्योंकि उनमें बहुत सा धन था। सरल हिन्दी बाइबल गेरार के निकटवर्ती नगरों को उन्होंने नाश कर दिया. सभी पर याहवेह का घोर आतंक छा चुका था. यहूदी सेना ने सभी नगरों को लूट लिया. उनमें लूट का सामान बहुत सारा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उन्होंने गरार के आस-पास के सब नगरों को मार लिया, क्योंकि यहोवा का भय उनके रहनेवालों के मन में समा गया और उन्होंने उन नगरों को लूट लिया, क्योंकि उनमें बहुत सा धन था। |
जब याकूब और उसके पुत्रों ने प्रस्थान किया, तब उनके आसपास के नगरों पर परमेश्वर का आतंक छा गया। अतएव वहाँ के निवासी याकूब के पुत्रों का पीछा नहीं कर सके।
आसा के शेष कार्यों का विवरण, उसके वीरतापूर्ण कार्यों का, उसके सब कार्यों का तथा उसके द्वारा निर्मित नगरों का विवरण, ‘यहूदा प्रदेश के राजाओं का इतिहास-ग्रंथ’ में लिखा हुआ है। वृद्धावस्था में उसके पैरों में रोग हो गया था।
तब लोग नगर से बाहर निकले। उन्होंने सीरियाई पड़ाव को लूट लिया। यों तीन किलो मैदा, चांदी के एक सिक्के में तथा छ: किलो जौ चांदी के एक सिक्के के भाव से बिकने लगा, जैसा प्रभु ने कहा था।
पशु-पालन करने वाले लोग तम्बू में रहते थे। यहूदा के सैनिकों ने उनके तम्बू उखाड़ दिए, और असंख्य भेड़-बकरी और ऊंट लूटकर ले गए। तब वे राजधानी यरूशलेम को लौटे।
यहूदा प्रदेश के चारों ओर के राज्यों में प्रभु का इतना भय समा गया कि उन्होंने राजा यहोशाफट पर आक्रमण करने, और उससे युद्ध करने का साहस नहीं किया।
यहोशाफट अपने सैनिकों के साथ उनको लूटने के लिए उनके शिविरों के पास आया। उन्हें बड़ी संख्या में पशु, बहुमूल्य सामान, वस्त्र और कीमती वस्तुएं मिलीं। उन्हें लूट का इतना माल मिला कि वे उसको ढोने में असमर्थ हो गए। शत्रु-सेना का लूट का माल इतना अधिक था कि वे तीन दिन तक उसको लूटते रहे।
जब आस-पास के देशों के राजाओं और उनकी जनता ने सुना कि इस्राएली राष्ट्र की ओर से उनके प्रभु ने उनके शत्रुओं से युद्ध किया, और शत्रुओं को परजित किया, तब सब राज्यों पर परमेश्वर का भय छा गया।
उसके कानों में डरावनी आवाजें गूँजती हैं; सुख-समृद्धि के दिनों में विनाश करने वाला उस पर टूट पड़ता है!
“सेनाओं के राजा भाग रहे हैं, वे भाग रहे हैं। घर पर रहने वाली स्त्रियाँ लूट को बाँटती हैं,
असीरिया का राजा आतंकित हो भाग जाएगा; प्रशासक भयाकुल हो राष्ट्र-पताका छोड़कर भाग जाएंगे।” जिसकी अग्नि-ज्वाला सियोन में है, जिसका अग्नि-कुण्ड यरूशलेम में है, उस प्रभु ने यह कहा है।
तेरी रस्सियां ढीली हैं। वे मस्तूल को उसके स्थान पर दृढ़ नहीं रख सकती हैं; वे पाल को भी नहीं तान सकती हैं। उस समय प्रचुर शिकार और अपार लूट बांटी जाएंगी; लंगड़ा व्यक्ति भी शिकार में अधिकाधिक हिस्सा पाएगा।
किन्तु इन सब बातों में हम उन्हीं के द्वारा पूर्ण विजय प्राप्त करते हैं, जिन्होंने हमसे प्रेम किया है।
मैं आज आकाश के नीचे रहने वाले सब लोगों में तुम्हारा आतंक और भय उत्पन्न करूंगा। वे तुम्हारे आगमन की सूचना सुनकर कांपने लगेंगे; वे तुम्हारे कारण आतंकित होंगे।”
उन्होंने यहोशुअ से कहा, ‘प्रभु ने समस्त देश को हमारे हाथ में सौंप दिया है। उस देश के निवासी हमारे विचारमात्र से आतंकित हो गए हैं।’
एमोरी जाति के राजा, यर्दन नदी के उस पार, पश्चिमी दिशा में रहते थे, और समुद्र तट पर कनानी जाति के राजा रहते थे। जब उन्होंने यह सुना कि प्रभु ने इस्राएली जाति के लिए यर्दन नदी का जल सुखा डाला और उन्होंने यर्दन नदी पार कर ली, तब उन राजाओं का हृदय भय से आतंकित हो गया। इस्राएली लोगों के कारण उनमें दम नहीं रहा।
तब प्रभु का आत्मा वेगपूर्वक शिमशोन पर उतरा, और वह अश्कलोन को चला गया। उसने अश्कलोन नगर के तीस पुरुषों का वध कर दिया। उसने उनके वस्त्र उतार लिये, और उनको उत्सव के वस्त्र के रूप में उन लोगों को दे दिया, जिन्होंने पहेली का अर्थ बताया था। तत्पश्चात् वह क्रोध में भरा हुआ अपने पिता के घर चला गया।
पलिश्ती पड़ाव और गाँवों के समस्त लोगों में आतंक छा गया। चौकी के सैनिक और छापामार सैनिक आतंक के कारण थरथर काँपने लगे। पृथ्वी काँप उठी। वस्तुत: यह परमेश्वर का आतंक था।