मेरे पिता ने तुम्हारे कन्धे पर भारी जूआ रखा था, तो मैं उससे भी भारी जूआ तुम्हारे कन्धे पर रखूंगा। मेरा पिता तुम्हें चाबुक से मारता था तो मैं तुम्हें हण्टर से मारूंगा।” ’
1 शमूएल 8:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उस दिन तुम अपने राजा के कारण, जिसे तुमने अपने लिए चुना है, दुहाई दोगे! किन्तु प्रभु, उस दिन तुम्हें उत्तर नहीं देगा।’ पवित्र बाइबल जब वह समय आयेगा तब तुम राजा को चुन्ने के कारण रोओगे। किन्तु उस समय यहोवा तुमको उत्तर नहीं देगा।” Hindi Holy Bible और उस दिन तुम अपने उस चुने हुए राजा के कारण दोहाई दोगे, परन्तु यहोवा उस समय तुम्हारी न सुनेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उस दिन तुम अपने उस चुने हुए राजा के कारण दोहाई दोगे, परन्तु यहोवा उस समय तुम्हारी न सुनेगा।” सरल हिन्दी बाइबल तब उस समय तुम अपने राजा के विरुद्ध दोहाई दोगे, जिसे तुम्हीं ने चुना था; मगर तब याहवेह तुम्हारी छुड़ौती के लिए नहीं आएंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उस दिन तुम अपने उस चुने हुए राजा के कारण दुहाई दोगे, परन्तु यहोवा उस समय तुम्हारी न सुनेगा।” |
मेरे पिता ने तुम्हारे कन्धे पर भारी जूआ रखा था, तो मैं उससे भी भारी जूआ तुम्हारे कन्धे पर रखूंगा। मेरा पिता तुम्हें चाबुक से मारता था तो मैं तुम्हें हण्टर से मारूंगा।” ’
जब परमेश्वर अधर्मी व्यक्ति का अन्त कर देता है, जब परमेश्वर उसका प्राण ले लेता है तब उसके लिए आशा कहाँ शेष रही?
उन्होंने दुहाई दी, पर उन्हें बचाने वाला कोई नहीं था। उन्होंने प्रभु को पुकारा, पर प्रभु ने उन्हें उत्तर नहीं दिया।
जो मनुष्य गरीब की दुहाई सुनकर कान बन्द कर लेता है, वह जब स्वयं सहायता के लिए पुकारेगा तब उसकी दुहाई भी नहीं सुनी जाएगी।
जब तुम प्रार्थना करते समय मेरी ओर हाथ फैलाओगे तब मैं तुम्हारी ओर से अपनी आंखें फेर लूंगा। चाहे तुम एक के बाद एक, कितनी ही प्रार्थनाएँ क्यों न करो, मैं उन्हें नहीं सुनूंगा; क्योंकि तुम्हारे हाथ खून से सने हैं।
देखो, प्रभु का हाथ इतना छोटा नहीं है कि वह बचा न सके। प्रभु के कान बहरे नहीं हैं, कि वह सुन न सके।
वे अत्यन्त निराश और भूखे इधर-उधर भटकेंगे-फिरेंगे। वे भूख से पीड़ित होकर अपने देश के राजा और अपने परमेश्वर के प्रति क्रुद्ध होंगे और उनको अपशब्द कहेंगे। वे भ्रमित होकर कभी ऊपर
अत: मैं उनसे क्रोधपूर्ण व्यवहार करूंगा। मैं उन पर दयादृष्टि नहीं करूंगा। मेरी आंखों से छिप कर वे भाग नहीं सकेंगे। वे ऊंचे स्वर से मुझे पुकारेंगे तो भी मैं उनकी दुहाई नहीं सुनूंगा।’
संकट के समय, तुम प्रभु की दुहाई दोगे, पर वह तुम्हारी दुहाई का उत्तर नहीं देगा। उस समय वह तुमसे अपना मुंह छिपाएगा क्योंकि तुमने दुष्कर्म किए हैं।
जब घर का स्वामी उठ कर द्वार बन्द कर चुका होगा, तो तुम बाहर रह कर द्वार खटखटाओगे और कहोगे, ‘प्रभु! हमारे लिए खोल दीजिए’। वह तुम्हें उत्तर देगा, ‘मैं नहीं जानता कि तुम कहाँ से आए हो।’