पलिश्ती सैनिकों ने शाऊल के शस्त्र अपने देवताओं के मन्दिर में रख दिए, और शाऊल की खोपड़ी को दागोन देवता के मन्दिर में लटका दिया।
1 शमूएल 5:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तत्पश्चात् उन्होंने परमेश्वर की मंजूषा को उठाया, और उसको दागोन देवता के मन्दिर में पहुँचा दिया। उन्होंने मंजूषा को दागोन की मूर्ति के समीप खड़ा कर दिया। पवित्र बाइबल पलिश्ती परमेश्वर के पवित्र सन्दूक को दागोन के मन्दिर में ले गए। उन्होंने परमेश्वर के पवित्र सन्दूक को दागोन की मूर्ति के बगल में रखा। Hindi Holy Bible फिर पलिश्तियों ने परमेश्वर के सन्दूक को उठा कर दागोन के मन्दिर में पहुंचाकर दागोन के पास धर दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर पलिश्तियों ने परमेश्वर के सन्दूक को उठाकर दागोन के मन्दिर में पहुँचाकर दागोन के पास रख दिया। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने परमेश्वर के संदूक को दागोन के मंदिर में ले जाकर उसे देवता के पास ही रख दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर पलिश्तियों ने परमेश्वर के सन्दूक को उठाकर दागोन के मन्दिर में पहुँचाकर दागोन के पास रख दिया। |
पलिश्ती सैनिकों ने शाऊल के शस्त्र अपने देवताओं के मन्दिर में रख दिए, और शाऊल की खोपड़ी को दागोन देवता के मन्दिर में लटका दिया।
दूसरे दिन पलिश्ती सैनिक मृत इस्राएली सैनिकों को लूटने के लिए आए। उन्हें गिलबोअ पहाड़ पर शाऊल और उसके पुत्रों के शव पड़े हुए मिले।
शराब पीने के पश्चात् उसने अपने कर्मचारियों को आदेश दिया कि उसके पिता नबूकदनेस्सर द्वारा यरूशलेम के मन्दिर से लाए गए सोने-चांदी के पात्र उसके सम्मुख लाए जाएं, ताकि उन पात्रों में वह, उसके सामंत, उसकी रानियां और रखेल शराब पीएं।
तुमने स्वर्ग में विराजमान अधिपति के प्रति अहंकार में सिर उठाया और उसके मन्दिर के पवित्र पात्र तुम्हारे सम्मुख प्रस्तुत किए गए, और तुमने, तुम्हारे सामन्तों ने, तुम्हारी रानियों और रखेलों ने उन पात्रों में शराब डाल कर पी। तुमने शराब पीकर चांदी-सोना, पीतल, लोहे, लकड़ी और पाषाण के देवताओं की मूर्तियों की स्तुति की, जो न तो देख सकती हैं, न सुन सकती हैं, और न कुछ समझती ही हैं। ओ बेलशस्सर! जिस परमेश्वर के हाथ में तुम्हारे प्राण हैं, जो तुम्हारे जीवन को अपने नियंत्रण में रखता है, उसका सम्मान तुमने नहीं किया।
तब वे आंधी की तरह आगे बढ़ जाते हैं। वे लोग दोषी हैं, जो अपने बल को ही अपना ईश्वर समझते हैं।’
अत: मछुआ अपने जाल के सम्मुख बलि चढ़ाता है। वह महाजाल के सामने धूप जलाता है। जाल और महाजाल के द्वारा ही वह सुख से जीवन बिताता है, घी-चुपड़ी रोटी खाता है।
पलिश्ती सामंत अपने देवता दागोन को महाबलि चढ़ाने और आनन्द मनाने के लिए एकत्र हुए। वे यह कहते थे, ‘हमारे देवता ने, हमारे हाथों में दिया है शिमशोन, शत्रु हमारा’