1 शमूएल 4:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) पलिश्तियों ने इस्राएलियों के विरुद्ध युद्ध की व्यूह-रचना की। घमासान युद्ध होने लगा। पर इस्राएली पलिश्तियों से हार गए। पलिश्तियों ने इस्राएलियों के चार हजार सैनिकों को युद्ध-भूमि में मार डाला। पवित्र बाइबल पलिश्तियों ने इस्राएल पर आक्रमण करने की तैयारी की। युद्ध आरम्भ हो गया। पलिश्तियों ने इस्राएलियों को हरा दिया। पलिश्तियों ने इस्राएल की सेना के लगभग चार हजार सैनिकों को मार डाला। Hindi Holy Bible तब पलिश्तियों ने इस्राएल के विरुद्ध पांति बान्धी, और जब घमासान युद्ध होने लगा तब इस्राएली पलिश्तियों से हार गए, और उन्होंने कोई चार हजार इस्राएली सेना के पुरूषों को मैदान ही में मार डाला। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब पलिश्तियों ने इस्राएल के विरुद्ध पाँति बाँधी, और जब घमासान युद्ध होने लगा तब इस्राएली पलिश्तियों से हार गए, और उन्होंने कोई चार हज़ार इस्राएली सेना के पुरुषों को मैदान में ही मार डाला। सरल हिन्दी बाइबल फिलिस्तीनी इस्राएल के विरुद्ध मोर्चा बांधकर आगे बढ़े और जब युद्ध उग्र हुआ, इस्राएली फिलिस्तीनियों के सामने हार गए. उस समय युद्ध-भूमि में लगभग चार हज़ार इस्राएली मारे गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब पलिश्तियों ने इस्राएल के विरुद्ध पाँति बाँधी, और जब घमासान युद्ध होने लगा तब इस्राएली पलिश्तियों से हार गए, और उन्होंने कोई चार हजार इस्राएली सेना के पुरुषों को मैदान में ही मार डाला। |
वे एक दूसरे पर लड़खड़ाकर गिरेंगे मानो तलवार से बचने के लिए भाग रहे हों−यद्यपि उनका पीछा करने वाला कोई भी न होगा। तुममें शक्ति नहीं रह जाएगी कि तुम अपने शत्रुओं के सम्मुख खड़े भी हो सको।
तब उस पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले अमालेकी और कनानी लोगों ने उन पर आक्रमण कर दिया। उन्होंने इस्राएलियों को पराजित कर दिया और होर्मा नगर तक उनका पीछा किया।
इसलिए इस्राएली अपने शत्रु का सामना करने में असमर्थ हैं! उन्होंने अपने शत्रु को पीठ दिखाई, क्योंकि वे स्वयं अपने सर्वनाश का कारण बन गए हैं! जब तक तू अपने मध्य से लूट की वस्तु को, जो मुझे अर्पित की जानी चाहिए, दूर नहीं करेगा तब तक मैं तेरे साथ नहीं रहूंगा।
गोलयत इस्राएली सैनिकों की पंिक्तयों के सम्मुख खड़ा हुआ। उसने उन्हें पुकारा, ‘तुमने युद्ध की व्यूह-रचना क्यों की? क्या मैं पलिश्ती सैनिक नहीं हूँ? क्या तुम शाऊल के गुलाम नहीं हो? तुम अपने में से एक योद्धा को चुनो। वह पहाड़ से उतरकर मेरे पास आए।
शमूएल की चर्चा समस्त इस्राएली देश में फैल गई। उस समय एली बहुत वृद्ध हो गया था। उसके पुत्र अपने ही मार्ग पर चल रहे थे। पर उनका मार्ग प्रभु की दृष्टि में कुमार्ग था। उन्हीं दिनों में यह घटना घटी। पलिश्ती सेना इस्राएलियों से युद्ध करने के लिए एकत्र हुई। अत: इस्राएली पलिश्तियों का सामना करने के लिए नगर से बाहर निकले। उन्होंने एबन-एजर में पड़ाव डाला और पलिश्ती सेना ने अपेक में पड़ाव डाला।
अत: पलिश्ती सेना ने पुन: युद्ध किया, और इस्राएली पराजित हो गए। हर एक इस्राएली सैनिक अपने-अपने तम्बू को भाग गया। उस दिन इस्राएलियों का महा संहार किया गया। उनके तीस हजार पैदल-सैनिक मारे गए।
जब इस्राएली सेना पड़ाव में आई तब इस्राएली धर्मवृद्धों ने यह कहा, ‘प्रभु ने हमें आज पलिश्तियों से क्यों पराजित करवाया? आओ, हम शिलोह से प्रभु के विधान की मंजूषा ले आएँ, जिससे प्रभु हमारे मध्य आए, और हमें हमारे शत्रुओं के पंजे से मुक्त करे।’