दाऊद ने सन्देशवाहक सैनिक से पूछा, ‘तुम कहाँ के रहने वाले हो?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं एक प्रवासी का पुत्र हूँ। मैं अमालेकी जाति का हूँ।’
1 शमूएल 30:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद ने उससे पूछा, ‘तुम किसके लड़के हो? कहाँ के रहने वाले हो?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं मिस्री हूँ। मैं अमालेकी जाति के एक आदमी का गुलाम हूँ। आज से तीन दिन पहले मैं बीमार पड़ गया था, तो मेरा मालिक मुझे छोड़कर चला गया। पवित्र बाइबल दाऊद ने मिस्री से पूछा, “तुम्हारा स्वामी कौन है? तुम कहाँ से आये हो?” मिस्री ने उत्तर दिया, “मैं मिस्री हूँ। मैं एक अमालेकी का दास हूँ। तीन दिन पहले मैं बीमार पड़ गया और मेरे स्वामी ने मुझे छोड़ दिया। Hindi Holy Bible तब दाऊद ने उस से पूछा, तू किस का जन है? और कहां का है? उसने कहा, मैं तो मिस्री जवान और एक अमालेकी मनुष्य का दास हूँ; और तीन दिन हुए कि मैं बीमार पड़ा, और मेरा स्वामी मुझे छोड़ गया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब दाऊद ने उससे पूछा, “तू किस का जन है? और कहाँ का है?” उसने कहा, “मैं तो मिस्री जवान और एक अमालेकी मनुष्य का दास हूँ; और तीन दिन हुए कि मैं बीमार पड़ा, और मेरा स्वामी मुझे छोड़ गया। सरल हिन्दी बाइबल दावीद ने उससे पूछा, “तुम कहां से आ रहे हो तथा कौन है तुम्हारा स्वामी?” उस युवा ने उत्तर दिया, “मैं मिस्रवासी हूं. मैं एक अमालेकी का सेवक हूं. तीन दिन तक मेरे अस्वस्थ होने पर मेरे स्वामी ने मेरा परित्याग कर दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब दाऊद ने उससे पूछा, “तू किसका जन है? और कहाँ का है?” उसने कहा, “मैं तो मिस्री जवान और एक अमालेकी मनुष्य का दास हूँ; और तीन दिन हुए कि मैं बीमार पड़ा, और मेरा स्वामी मुझे छोड़ गया। |
दाऊद ने सन्देशवाहक सैनिक से पूछा, ‘तुम कहाँ के रहने वाले हो?’ उसने उत्तर दिया, ‘मैं एक प्रवासी का पुत्र हूँ। मैं अमालेकी जाति का हूँ।’
दाऊद ने उससे पूछा, ‘तुम कहाँ से आए हो?’ उसने उसको उत्तर दिया, ‘मैं इस्राएली पड़ाव से भाग कर आया हूँ।’
धार्मिक मनुष्य अपने पशु के प्राण की भी चिन्ता करता है; पर दुर्जन की दया भी निर्दयता के समान होती है!
उन्होंने योना से पूछा, ‘हमें बताओ, यह विपत्ति हम पर क्यों पड़ी है? तुम क्या काम-धन्धा करते हो? तुम कहां से आ रहे हो? तुम किस देश के रहनेवाले हो? तुम किस जाति के हो?’
जिसने दया नहीं दिखायी है, उसका न्याय दया के साथ नहीं किया जायेगा; किन्तु दया न्याय पर विजय पाती है।
इसके अतिरिक्त उन्होंने उसे अंजीर का सूखा फल और किशमिश के दो गुच्छे दिए। जब उसने यह-सब खाया तब उसके प्राण पुन: संजीव हुए। उसे पूरे तीन दिन और तीन रात से न खाने को भोजन मिला था, और न पीने को पानी।
हमने करेती राज्य, यहूदा प्रदेश और कालेब प्रदेश के नेगेब क्षेत्रों में छापा मारा था। हमने सिक्लग नगर को आग से जलाया है।’