मैंने यह भी सोचा था कि महाराज के, मेरे स्वामी के वचन से मुझे शान्ति मिलेगी, क्योंकि महाराज भले और बुरे में भेद करने वाले परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। प्रभु परमेश्वर आपके साथ हो!’
1 शमूएल 29:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आकीश ने उत्तर दिया, ‘मैं जानता हूं कि तुम मेरी दृष्टि में भले हो! परमेश्वर के दूत के सदृश निर्दोष हो! फिर भी पलिश्ती सेना-नायकों का यह आदेश है: “यह हमारे साथ युद्ध-भूमि में नहीं जाएगा।” पवित्र बाइबल आकीश ने उत्तर दिया, “मैं जानता हूँ कि मैं तुम्हें पसन्द करता हूँ। तुम परमेश्वर के यहाँ से स्वर्गदूत के समान हो। किन्तु पलिश्ती अधिकारी अब भी कहते हैं, ‘दाऊद हम लोगों के साथ युद्ध में नहीं जा सकता।’ Hindi Holy Bible आकीश ने दाऊद को उत्तर देकर कहा, हां, यह मुझे मालूम है, तू मेरी दृष्टि में तो परमेश्वर के दूत के समान अच्छा लगता है; तौभी पलिश्ती हाकिमों ने कहा है, कि वह हमारे संग लड़ाई में न जाने पाएगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आकीश ने दाऊद को उत्तर देकर कहा, “हाँ, यह मुझे मालूम है, तू मेरी दृष्टि में तो परमेश्वर के दूत के समान अच्छा लगता है; तौभी पलिश्ती हाकिमों ने कहा है, ‘वह हमारे संग लड़ाई में न जाने पाएगा।’ सरल हिन्दी बाइबल आकीश ने दावीद को उत्तर दिया, “मैं जानता हूं कि मेरी दृष्टि में तुम वैसे ही निर्दोष हो, जैसा परमेश्वर का स्वर्गदूत. फिर भी फिलिस्तीनी सेनापतियों ने अपना मत दे दिया है, ‘वह हमारे साथ युद्ध में नहीं जाएंगे.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आकीश ने दाऊद को उत्तर देकर कहा, “हाँ, यह मुझे मालूम है, तू मेरी दृष्टि में तो परमेश्वर के दूत के समान अच्छा लगता है; तो भी पलिश्ती हाकिमों ने कहा है, ‘वह हमारे संग लड़ाई में न जाने पाएगा।’ |
मैंने यह भी सोचा था कि महाराज के, मेरे स्वामी के वचन से मुझे शान्ति मिलेगी, क्योंकि महाराज भले और बुरे में भेद करने वाले परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। प्रभु परमेश्वर आपके साथ हो!’
आपके सेवक योआब ने बात छिपाने के लिए इस ढंग से कार्य किया है। परन्तु महाराज में परमेश्वर के दूत की बुद्धि के सदृश बुद्धि है। देश में घटने वाली सब बातों को महाराज जानते हैं।’
परन्तु मेरे सेवक ने महाराज से, मेरे स्वामी से, मेरी चुगली की। महाराज, मेरे स्वामी, आप परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। जो कार्य आपको अपनी दृष्टि में भला लगे, वही मेरे साथ कीजिए।
यद्यपि मैं अपने शरीर की दुर्बलता के कारण आप लोगों के लिए परीक्षा बना, फिर भी आपने न तो मेरा तिरस्कार किया और न मेरे प्रति घृणा प्रकट की, बल्कि आपने मेरा ऐसा स्वागत किया, मानो मैं परमेश्वर का दूत या स्वयं येशु मसीह हूं।
परन्तु पलिश्ती सेना-नायक आकीश से नाराज हो गए। उन्होंने उससे कहा, ‘आप इस आदमी को वापस भेज दीजिए। जो स्थान आपने इसके लिए निर्धारित किया है, यह वहां लौट जाए। यह हमारे साथ युद्ध-भूमि में नहीं जाएगा। ऐसा न हो कि यह युद्ध आरम्भ होने पर हमारा विरोधी बन जाए। यह किस आधार पर अपने स्वामी को स्वीकार्य होगा? क्या हमारे सैनिकों के सिर काट कर? अवश्य!