1 शमूएल 27:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद किसी पुरुष-स्त्री को जीवित गत नगर नहीं लाता था। वह यह सोचता था, ‘ऐसा न हो कि वह पुरुष या स्त्री हमारे विरुद्ध आकीश को यह बताए, ‘दाऊद ने हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया है।’ जब तक दाऊद पलिश्ती क्षेत्र में रहा, उसकी यही युद्ध-नीति रही। पवित्र बाइबल दाऊद गत में कभी जीवित स्त्री या पुरुष नहीं लाया। दाऊद ने सोचा, “यदि हम किसी व्यक्ति को जीवित रहने देते हैं तो वह आकीश से कह सकता है कि वस्तुतः मैंने क्या किया है।” दाऊद ने पूरे समय, जब तक पलिश्तियों के देश में रहा, यही किया। Hindi Holy Bible दाऊद ने स्त्री पुरूष किसी को जीवित न छोड़ा कि उन्हें गत में पहुंचाए; उसने सोचा था, कि ऐसा न हो कि वे हमारा काम बताकर यह कहें, कि दाऊद ने ऐसा ऐसा किया है। वरन जब से वह पलिश्तियों के देश में रहता है, तब से उसका काम ऐसा ही है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दाऊद ने स्त्री पुरुष किसी को जीवित न छोड़ा कि उन्हें गत में पहुँचाए; उसने सोचा था, “ऐसा न हो कि वे हमारा काम बताकर यह कहें कि दाऊद ने ऐसा ऐसा किया है। वरन् जब से वह पलिश्तयों के देश में रहता है, तब से उसका काम ऐसा ही है।” सरल हिन्दी बाइबल दावीद इन क्षेत्रों में किसी को भी जीवित नहीं छोड़ते थे, ताकि कोई जाकर राजा आकीश को सत्य की सूचना दे सके. दावीद का विचार यह था, “ऐसा करने पर वे हमारे विरुद्ध यह न कह सकेंगे, ‘दावीद ने किया है यह सब.’ ” दावीद जितने समय फिलिस्तीनियों के क्षेत्र में निवास करते रहे, उनकी यही रीति रही. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दाऊद ने स्त्री पुरुष किसी को जीवित न छोड़ा कि उन्हें गत में पहुँचाए; उसने सोचा था, “ऐसा न हो कि वे हमारा काम बताकर यह कहें, कि दाऊद ने ऐसा-ऐसा किया है। वरन् जब से वह पलिश्तियों के देश में रहता है, तब से उसका काम ऐसा ही है।” |
जो आदमी से डरता है, वह मानो अपने लिए जाल फैलाता है; किन्तु प्रभु से डरनेवाला मनुष्य सुरक्षित रहता है।
दाऊद ने एबयातर से कहा, ‘जब एदोम देश का रहने वाला दोएग वहाँ था तब मैं उस दिन समझ गया था कि वह निश्चय ही यह बात शाऊल को बताएगा। मैं तुम्हारे गोत्र के व्यक्तियों की मृत्यु का कारण हूँ।
और आकीश उससे पूछता था, ‘तुमने आज कहां छापा मारा?’ दाऊद उत्तर देता, ‘यहूदा प्रदेश के नेगेब क्षेत्र पर।’ अथवा, ‘यर्हमएली गोत्र के नेगेब क्षेत्र पर!’ अथवा, ‘केनी गोत्र के नेगेब क्षेत्र पर।’
आकीश ने दाऊद पर भरोसा किया। उसका यह विचार था, ‘दाऊद ने अपने जाति-भाइयों, इस्राएलियों में स्वयं को अत्यन्त अप्रिय बना लिया है। इसलिए अब वह मेरा सेवक सदा बना रहेगा।’
उन्होंने स्त्रियों को, छोटे-बड़े सब लोगों को बन्दी बना लिया। उन्होंने सिक्लग के किसी प्राणी की हत्या नहीं की। परन्तु उन्हें बंदी बनाकर अपने मार्ग पर चले गए।