यूसुफ ने अपने पिता और भाइयों को बसा दिया। उसने फरओ की आज्ञा के अनुसार उन्हें मिस्र देश में, उसके सर्वोत्तम भूमिक्षेत्र अर्थात् रामसेस प्रदेश में खेती करने का अधिकार प्रदान किया।
1 शमूएल 22:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद वहाँ से मोआब देश के मिस्पाह नगर में गया। उसने मोआब देश के राजा से यह कहा, ‘जब तक मुझे परमेश्वर की इच्छा ज्ञात न हो जाए कि वह मुझसे क्या कराएगा तब तक आप, कृपा कर, मेरे माता-पिता को यहाँ ठहरने की अनुमति दीजिए।’ पवित्र बाइबल दाऊद ने अदुल्लाम को छोड़ दिया और वह मोआब में स्थित मिस्पा को चला गया। दाऊद ने मोआब के राजा से कहा, “कृपया मेरे माता पिता को आने दें और अपने पास तब तक रहने दें जब तक मैं यह न समझ सकूँ कि परमेश्वर मेरे साथ क्या करने जा रहा है।” Hindi Holy Bible वहां से दाऊद ने मोआब के मिसपे को जा कर मोआब के राजा से कहा, मेरे पिता को अपने पास तब तक आकर रहने दो, जब तक कि मैं न जानूं कि परमेश्वर मेरे लिये क्या करेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वहाँ से दाऊद ने मोआब के मिसपा को जाकर मोआब के राजा से कहा, “मेरे पिता को अपने पास तब तक आकर रहने दो, जब तक कि मैं न जानूँ कि परमेश्वर मेरे लिये क्या करेगा।” सरल हिन्दी बाइबल फिर दावीद वहां से मोआब के मिज़पाह नामक स्थान को चले गए. वहां उन्होंने मोआब के राजा से विनती की, “जब तक परमेश्वर मुझ पर अपनी इच्छा प्रकट न करें, कृपया मेरे माता-पिता को यहां रहने की अनुमति दे दीजिए!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वहाँ से दाऊद ने मोआब के मिस्पे को जाकर मोआब के राजा से कहा, “मेरे पिता को अपने पास तब तक आकर रहने दो, जब तक कि मैं न जानूं कि परमेश्वर मेरे लिये क्या करेगा।” |
यूसुफ ने अपने पिता और भाइयों को बसा दिया। उसने फरओ की आज्ञा के अनुसार उन्हें मिस्र देश में, उसके सर्वोत्तम भूमिक्षेत्र अर्थात् रामसेस प्रदेश में खेती करने का अधिकार प्रदान किया।
दाऊद ने मोआब राज्य को भी पराजित किया। उसने बन्दी सैनिकों को भूमि पर लिटाया। सैनिकों को डोरी से नापा। दो डोरी सैनिक मार डाले, और उनके बाद एक डोरी सैनिक छोड़ दिए। इस प्रकार मोआबी लोग दाऊद के अधीन हो गए। वे दाऊद को कर देने लगे।
‘अपने माता-पिता का आदर कर जिससे तेरी आयु उस भूमि पर दीर्घ हो सके जिसे तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे प्रदान कर रहा है।
यदि किसी विधवा के अपने पुत्र-पुत्रियाँ अथवा पौत्र-पौत्रियाँ हों, तो वे यह समझें कि उन्हें सब से पहले अपने निजी परिवार के प्रति धर्म निभाना और अपने माता-पिता के उपकारों को थोड़ा-बहुत लौटाना चाहिए, क्योंकि यह परमेश्वर को प्रिय है।
प्रभु का आत्मा यिफ्ताह पर उतरा। यिफ्ताह ने गिलआद प्रदेश और मनश्शे की राज्य-सीमा पार की। तत्पश्चात् वह गिलआद प्रदेश के मिस्पाह नगर में आया। उसने गिलआद के मिस्पाह नगर से अम्मोनियों की सीमा पार की।
इसके अतिरिक्त मैं महलोन की विधवा, मोआबी रूत को पत्नी के रूप में स्वीकार करता हूँ, जिससे मृतक का नाम उसकी पैतृक सम्पत्ति पर कायम रहे, और मृतक का नाम उसके भाइयों के मध्य से तथा उसके नगर के सभा-स्थल से लुप्त न हो जाए। आज आप इस बात के गवाह हैं।’
पड़ोसिनों ने बालक का नाम ‘ओबेद’ रखा। उन्होंने कहा, ‘नाओमी को एक पुत्र उत्पन्न हुआ है।’ यह बालक यिशय का पिता तथा दाऊद का दादा बना।
शाऊल ने इस्राएलियों पर अपने राज्य को सुदृढ़ किया। उसने अपने चारों ओर के इन शत्रु-राष्ट्रों से युद्ध किया : मोआब, अम्मोन, एदोम, पलिश्ती−और सोबाह के राजा से। जहाँ भी शाऊल गया, वह विजयी हुआ।
जो पुरुष संकट में थे, कर्ज में डूबे थे और जिन्हें असन्तोष था, वे सब दाऊद के पास एकत्र हो गए। वह उनका नेता बन गया। ऐसे चार सौ पुरुष उसके साथ रहने लगे।
अत: दाऊद ने अपने माता-पिता को मोआब देश के राजा के पास छोड़ा। जब तक दाऊद गढ़ में रहा तब तक वे उसके साथ रहे।
अत: शमूएल ने सब बातें उसको बता दीं; और उससे कुछ नहीं छिपाया। एली ने कहा, ‘वह प्रभु है! जो उसकी दृष्टि में उचित है, वही वह करे!’